वेब सीरीज 'खाकी द बिहार चैप्टर' में काम करना गया के पूर्व आईजी अमित लोढ़ा को पड़ा महंगा, बुरे फंसे
By एस पी सिन्हा | Published: December 8, 2022 04:49 PM2022-12-08T16:49:21+5:302022-12-08T16:53:39+5:30
विशेष निगरानी की ओर से बताया गया है कि सरकारी सेवा में रहते हुए भी नेटफ्लिक्स और फ्राइडे स्टोरी टेलर के साथ व्यावसायिक कार्य गया के तत्कालीन पूर्व आईजी के द्वारा किया गया था।
पटना: बिहार में गया के पूर्व आईजी और वरिष्ठ आईपीएस अधिकारी अमित लोढ़ा के खिलाफ विशेष निगरानी ने मामला दर्ज कर लिया है। विशेष निगरानी इकाई ने उनपर पीसी एक्ट के तहत केस दर्ज किया है। इस तरह से नेटफ्लिक्स पर धूम मचा रहे वेब सीरीज ‘खाकी द बिहार चैप्टर’ के नायक और आईपीएस अधिकारी अमित लोढ़ा असल जिंदगी में हीरो नहीं विलेन दिखने लगे हैं।
विशेष निगरानी इकाई ने अमित लोढ़ा पर गंभीर आरोप लगाये हैं। लोढ़ा के खिलाफ अब जांच पड़ताल शुरू कर दी गई है। विशेष निगरानी की ओर से बताया गया है कि सरकारी सेवा में रहते हुए भी नेटफ्लिक्स और फ्राइडे स्टोरी टेलर के साथ व्यावसायिक कार्य गया के तत्कालीन पूर्व आईजी के द्वारा किया गया था। एसयूवी की ओेर से जो जानकारी दी गई है, उसके मुताबिक अमित लोढ़ा मगध क्षेत्र गया के आईजी पद पर तैनात थे।
इस दौरान उनके खिलाफ भ्रष्टाचार और निजी स्वार्थ और लाभ के लिए वित्तीय गड़बड़ी यानि घोटाले का आरोप लगा था। अमित लोढ़ा के खिलाफ लगे आरोपों की जांच कराई गई थी, जिसमें उनके खिलाफ लगे आरोपों को प्रथम दृष्टया सही पाया गया था। जांच में भ्रष्टाचार एवं निजी स्वार्थ के प्रमाण मिले। इसके साथ ही सरकारी सेवा में रहने के दौरान भी नेटफ्लिक्स और फ्राइडे स्टोरी टेलर के साथ व्यावसायिक कार्य किया गया था।
जांच एजेंसी के प्रतिवेदन के आधार पर पुलिस मुख्यालय ने मुकदमा दर्ज करने का आदेश दिया। इसके बाद विशेष निगरानी इकाई ने 7 दिसंबर को अमित लोढ़ा के खिलाफ कांड संख्या-17/2022 दर्ज किया है। अमित लोढ़ा के खिलाफ भ्रष्टाचार निवारण कानून यानि पीसी एक्ट की धाराओं के साथ साथ आईपीसी की धारा 120 बी और 168 के तहत केस दर्ज किया गया है।
बता दें कि गया के तत्कालीन एसएसपी आदित्य कुमार और आईजी अमित लोढ़ा के बीच विवाद काफी गहरा गया था। स्थिति विकट होने के बाद सरकार ने दोनों अधिकारियों को एक दिन ही गया से हटाकर मुख्यालय अटैच कर दिया था। मुख्यमंत्री के आदेश पर दोनों अधिकारियों के खिलाफ जांच शुरू हुई। शराब केस में तत्कालीन एसएसपी के खिलाफ उसी जिले में केस दर्ज किया गया।
राहत दिलवाने के लिए आदित्य कुमार ने अपने दोस्त को मुख्य न्यायाधीश बनाकर डीजीपी से पैरवी की थी। खुलासे के बाद डीजीपी की काफी फजीहत हुई थी। फिर इओयू ने तत्कालीन एसएसपी आदित्य कुमार के खिलाफ मुकदमा किया गया है। इसी केस में वे फरार चल रहे हैं। अब अमित लोढ़ा फंसते जा रहे हैं।