Women on Top: असम के नलबाड़ी जिले की कहानी, नगर प्रशासन, पुलिस और न्यायपालिका प्रमुख समेत सभी महत्वपूर्ण पदों पर महिलाएं काबिज
By भाषा | Published: July 10, 2020 02:23 PM2020-07-10T14:23:05+5:302020-07-10T14:23:05+5:30
पुलिस अधीक्षक (एसपी) अमनजीत कौर पहले ही करीब डेढ़ साल से जिला पुलिस की कमान संभाल रही हैं। नलबाड़ी जिला ब्रह्मपुत्र नदी के उत्तरी तट पर स्थित है, जो गुवाहाटी से लगभग 60 किलोमीटर दूर है। 2011 की जनगणना के अनुसार, नलबाड़ी की आबादी 7,71,639 है, जिसमें 3,96,006 पुरुष और 375,633 महिलाएं हैं।
नलबाड़ीः असम के नलबाड़ी जिले में नगर प्रशासन, पुलिस और न्यायपालिका प्रमुख समेत सभी महत्वपूर्ण पदों पर महिलाएं काबिज हैं। पूरबी कंवर उपायुक्त बनाई गई हैं।
कंवर ने कहा कि यह एक स्वागत योग्य स्थिति है कि महिलाएं जिले के प्रमुख पदों पर काबिज हैं और उन्हें उम्मीद है कि उन्हें सभी संबंधित अधिकारियों से सहयोग मिलेगा। स्कूलों के जिला निरीक्षक, भोजन, समाज कल्याण, और सूचना अधिकारी सहित कम से कम दो दर्जन अन्य प्रमुख पदों पर भी महिलाएं काबिज हैं।
पुलिस अधीक्षक (एसपी) अमनजीत कौर पहले ही करीब डेढ़ साल से जिला पुलिस की कमान संभाल रही हैं। नलबाड़ी जिला ब्रह्मपुत्र नदी के उत्तरी तट पर स्थित है, जो गुवाहाटी से लगभग 60 किलोमीटर दूर है। 2011 की जनगणना के अनुसार, नलबाड़ी की आबादी 7,71,639 है, जिसमें 3,96,006 पुरुष और 375,633 महिलाएं हैं।
कृष्णा बरुआ एक अन्य प्रमुख अधिकारी हैं, जो 'जिला परिषद' की मुख्य कार्यकारी अधिकारी और जिला विकास आयुक्त का कार्यभार संभाल रही हैं। नलबाड़ी में पांच महिला न्यायाधीश हैं, जिनमें जिला एवं सत्र न्यायाधीश शर्मिला भुयान, सहायक सत्र न्यायाधीश हेमाक्षी ठाकुरिया बुरगोहिन, अतिरिक्त मुख्य न्यायिक मजिस्ट्रेट सरबीना भट्टाचार्य, न्यायिक मजिस्ट्रेट (प्रथम श्रेणी) स्मृति रेखा भुयां और 'मुंसिफ' रुबीना यास्मीन शामिल हैं।
जिले में प्रमुख पदों पर महिलाओं का काबिज होना असम सरकार के सकारात्मक प्रयासों का नतीजा
कौर ने कहा कि जिले में प्रमुख पदों पर महिलाओं का काबिज होना असम सरकार के सकारात्मक प्रयासों का नतीजा है। उन्होंने 'पीटीआई-भाषा' से फोन पर कहा, "जब एक महिला किसी महत्वपूर्ण पद पर होती है, तो लोगों को, विशेषकर महिलाओं को अपनी निजी समस्याएं उन्हें बताने का साहस मिलता है। यह हमेशा सभी के लिए सुकून देने वाला होता है।
महिला अधिकारी हमेशा दयालु होती हैं।" हालांकि, पंजाब की कपूरथला की मूल निवासी कौर ने कहा कि जरूरत पड़ने पर महिलाएं सख्त भी हो सकती हैं। "मुझे लगता है कि एक जिले के सभी प्रमुख पदों पर महिलाओं का काबिज होना एक खबर नहीं, बल्कि आदर्श होना चाहिये।''
कौर के अधीन कमारकूची थाने में पुलिस उपाधीक्षक जुपी बोरदोलोई और थाना प्रभारी राजश्री बुरगोहिन भी महिलाएं हैं। नलबाड़ी जिले के सात मंडलों में से चार की राजस्व अधिकारी महिलाएं हैं, जिनमें बनश्री डेका (नलबाड़ी-सदर), नंदिता हजारिका (घाघरापाड़ा), शिल्पिका कलिता (बनकुची) और ऋतुपर्णा भद्र (बोरभाग) शामिल हैं। नलबाड़ी (पश्चिम) की खंड विकास अधिकारी बर्षा सरमा हैं। ये सभी राज्य की सिविल सेवा से संबंधित प्रथम श्रेणी की अधिकारी हैं।
संदेश है कि हमारी सरकार महिलाओं के कल्याण की परवाह करती है
असम के मुख्यमंत्री सर्बानंद सोनोवाल के मीडिया सलाहकार हृषिकेश गोस्वामी ने 'पीटीआई-भाषा' कहा, "मैं नलबाड़ी जिले में सभी महत्वपूर्ण पदों पर महिलाओं का काबिज होना सकारात्मक बात और समाज के लिए एक संदेश है कि हमारी सरकार महिलाओं के कल्याण की परवाह करती है और उन्हें उचित पहचान देती है।
गोस्वामी ने बताया कि असम के चार अन्य जिलों के प्रशासन का नेतृत्व भी महिला अधिकारी कर रही हैं, जिनमें वर्णाली डेका (डीसी, गोलपापड़ा), एमएस लक्ष्मी प्रिया (डीसी, बोंगईगांव), रोशनी अपरान्जी कोरती (डीसी, जोरहाट) और कीर्ती जल्ली (डीसी, कैहर) हैं। चारों आईएएस अधिकारी हैं।
नलबाड़ी की उप रजिस्ट्रार (राजस्व) माधवी कालिता, जिला विद्यालय निरीक्षक ज्योत्सना रानी बर्मन, जिला समाज कल्याण अधिकारी पद्मेश्वरी सैकिया, जिला खाद्य निरीक्षक नबनीता हलोई , जिला वित्त एवं लेखा अधिकारी डेजी नाथ, जिला श्रम अधिकारी कविता बर्मन और जिला अधिकारी हैं। जिला सूचना एवं जनसंपर्क अधिकारी बिनूरानी राजबोंगशी हैं।