दुबई में रहने वाले मुस्तफा ने आयशा को वॉयस मैसेज से दिया तीन तलाक, पुलिस कह रही है विदेश में रहने वाले पति को कैसे बुलाएं
By लोकमत न्यूज़ डेस्क | Published: September 19, 2019 02:26 PM2019-09-19T14:26:17+5:302019-09-19T14:26:17+5:30
कर्नाटक में एक महिला ने आरोप लगाया है कि उसके पति ने पति ने व्हाट्सअप पर उसे तीन तलाक दे दिया.
दुबई में रह रहे अपने पति से आयशा की बातें अक्सर whatsapp पर ही होती थीं. whatsapp पर ही पति-पत्नि के बीच हाल चाल होता, झगड़े होते, प्यार भरी बातें होती थी. लेकिन उस दिन आयशा को whatsapp पर वो मैसेज आया जिसकी उम्मीद उन्हें बिल्कुल नहीं थी.
आयशा के पति मुस्तफा ने whatsapp पर ही उन्हें तीन तलाक दे दिया..फोन पर वो अक्सर अपने पति की आवाज सुनने का इंतजार करती रहती थीं लेकिन उस दिन आया, आयशा के पति का, तीन तलाक वाला वॉयस मैसेज.
कर्नाटक के शिवमोगा की रहने वाली आयशा बताती हैं कि मुस्तफा से उनकी शादी को 21 साल हो गए. शादी के 5 साल बाद तक मुझे बच्चा नहीं हो रहा था. तब मैंने और मेरे पति मुस्तफा ने तय किया कि हम एक बच्ची को गोद लेंगे. शुरूआत में हमारी ज़िंदगी बहुत अच्छी थी..वो मुझे बहुत प्यार करते थे. वे बच्ची का जन्मदिन बड़े प्यार से मनाते. वो कहती हैं कि पिछली बार जब हम इस साल 28 जनवरी को मिले थे, उस वक्त हम सब खुश थे. लेकिन पता नहीं किसकी नज़र लग गई. आयशा बताती हैं कि इस बार जब मुस्तफा दुबई गए तो फरवरी-मार्च में मुझसे खूब झगड़ा किया और एक झटके में तीन तलाक दे दिया.
Shivamogga: Woman claims that she was given triple talaq by her husband who stays in Dubai via WhatsApp voice message,says,"I don't accept this divorce. I have registered a case.I seek justice.Police said that they can't do anything as my husband stays in Dubai."#Karnataka (18/9) pic.twitter.com/mZzcLnvrTj
— ANI (@ANI) September 19, 2019
तीन तलाक का मैसेज मिलने के बाद आयशा कहती हैं ” बेटी की पढ़ाई बंद हो गई है. हमारे पास आमदनी का कोई दूसरा जरिया नहीं बचा. मैं कम पढ़ी लिखी हूं इसलिए क्या काम करूं, कैसे अपना घर चलाऊ . मुझे समझ में नहीं आ रहा . मैं इस तलाक को नहीं मानती.”
whatsapp पर मिले तीन तलाक से परेशान आयशा को पुलिस से भी अजीब जवाब मिला. पुलिस कहती कि वो उनके पति को कैसे बुलाएं , क्यों कि उनके पति तो दुबई में रहते है.
परदेस कमाने गए पति के दिए इस गम के बीच वो पीएम मोदी को याद करती हैं, उन्हें दुआएं देती हैं. आयशा कहती हैं भला हो मोदी जी का जिन्होंने ये कानून बनाया. भले ही मुस्तफा ने आयाशा का छोड़ने का फैसला कर लिया हो लेकिन आयशा आज भी कहती है कि मुझे और मेरी बेटी को मेरा पति ही चाहिए.
मुस्तफा, आयाशा की मजबूरी क्यों हैं. क्या आयशा पढ़ी लिखी होती और उसके पास आमदनी का जरिया होता तो भी वो बेवफा मुस्तफा का यूं ही इंतजार करती है.