चुनाव आयोग के जम्‍मू कश्‍मीर के दौरे के साथ ही भाजपा ने उम्‍मीदवारों के चयन की प्रक्रिया आरंभ कर दी

By सुरेश एस डुग्गर | Published: August 9, 2024 10:32 AM2024-08-09T10:32:30+5:302024-08-09T10:33:01+5:30

श्रीनगर: अब कहा यही जा रहा है कि आगामी चुनाव महत्वपूर्ण होंगे क्योंकि वे अनुच्छेद 370 के निरस्तीकरण और परिसीमन के बाद होंगे।

With the Election Commission's visit to Jammu and Kashmir BJP started the process of selection of candidates. | चुनाव आयोग के जम्‍मू कश्‍मीर के दौरे के साथ ही भाजपा ने उम्‍मीदवारों के चयन की प्रक्रिया आरंभ कर दी

चुनाव आयोग के जम्‍मू कश्‍मीर के दौरे के साथ ही भाजपा ने उम्‍मीदवारों के चयन की प्रक्रिया आरंभ कर दी

श्रीनगर: भारतीय चुनाव की टीम के जम्‍मू कश्‍मीर के एक दिवसीय दौरे के साथ ही भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) ने जम्मू कश्मीर में आगामी विधानसभा चुनावों के लिए उम्मीदवारों की शॉर्टलिस्टिंग की प्रक्रिया शुरू कर दी है। भारतीय चुनाव आयोग की टीम गुरुवार को केंद्र शासित प्रदेश (यूटी) पहुंची थी और उसने राजनीतिक दलों के अतिरिक्‍त पुलिस व प्रशासन के अधिकारियों के साथ चुनाव करवाए जाने की संभावनाओं पर चर्चा की।

इस चर्चा के उपरांत भाजपा के उच्च पदस्थ सूत्रों के अनुसार, पार्टी ने ऐसे इच्छुक उम्मीदवारों से बायोडाटा आमंत्रित किया है, जिनके पास काम करने का अनुभव है और जिन्होंने पार्टी और समाज में महत्वपूर्ण योगदान दिया है। प्रतिक्रिया बेहद सकारात्मक रही है, कई उम्मीदवारों ने पहले ही अपना बायोडाटा जमा कर दिया है। प्राप्त बायोडाटा को भाजपा द्वारा शॉर्टलिस्ट किया जाएगा और फिर सूची पार्टी के आलाकमान को भेजी जाएगी।

भाजपा के सूत्रों ने बताया कि आलाकमान पार्टी की जम्मू कश्मीर इकाई द्वारा प्रस्तुत शॉर्टलिस्ट की गई सूची में से उम्मीदवारों को अंतिम रूप देगा। वे कहते थे कि जम्मू कश्मीर भाजपा उम्मीदवारों को शॉर्टलिस्ट करते समय अन्य कारकों के अलावा पार्टी और समाज में किसी व्यक्ति के योगदान जैसे कारकों पर विचार कर रही है।

जानकारी के लिए वर्ष 2015 के बाद से यह पहली बार है जब जम्मू कश्मीर में विधानसभा चुनाव हो रहे हैं, जब भाजपा ने जम्मू क्षेत्र में रिकॉर्ड 25 सीटें जीती थीं। 2015 के विधानसभा चुनावों में भाजपा और पीडीपी द्वारा बनाई गई गठबंधन सरकार एजेंडा फॉर अलायंस पर आधारित थी। हालांकि, सरकार केवल तीन साल तक चली और फिर भाजपा ने पीडीपी से अपना समर्थन वापस ले लिया।

अब कहा यही जा रहा है कि आगामी चुनाव महत्वपूर्ण होंगे क्योंकि वे अनुच्छेद 370 के निरस्तीकरण और परिसीमन के बाद होंगे। परिसीमन के बाद, विधानसभा सीटों की कुल संख्या 83 से बढ़कर 90 हो गई है। जम्मू क्षेत्र में अब 43 सीटें हैं, जबकि कश्मीर में 47 सीटें हैं। भाजपा जम्मू क्षेत्र में बढ़ी हुई सीटों पर नज़र गड़ाए हुए है, जहाँ परिसीमन से पहले 37 सीटें थीं।

Web Title: With the Election Commission's visit to Jammu and Kashmir BJP started the process of selection of candidates.

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