पश्चिम बंगाल चुनाव में प्रचार के लिए प्रियंका और राहुल गांधी अब तक क्यों नहीं उतरे, सामने आई ये वजह
By शीलेष शर्मा | Published: March 27, 2021 08:15 PM2021-03-27T20:15:26+5:302021-03-27T20:24:15+5:30
पश्चिम बंगाल में पहले चरण की वोटिंग हो चुकी है। हालांकि राहुल गांधी और प्रियंका गांधी राज्य में चुनावी मैदान में प्रचार के लिए अभी तक नहीं उतरे हैं।
नई दिल्ली: कांग्रेस एक सोची समझी रणनीति के तहत राहुल गांधी और प्रियंका गांधी को बंगाल के चुनाव प्रचार अभियान में फिलहाल नहीं उतार रही है। पार्टी सूत्रों के अनुसार केरल में मतदान के तुरंत बाद राहुल और प्रियंका पार्टी नेताओं के लाव-लश्कर के साथ बंगाल में प्रचार अभियान की डोर थामने की तैयारी कर चुके हैं।
पार्टी के एक वरिष्ठ नेता ने इस रणनीति का खुलासा करते हुए बताया कि केरल में कांग्रेस और वाम दल एक दूसरे के खिलाफ चुनाव लड़ रहे हैं जबकि बंगाल में दोनों दलों के बीच गठबंधन है।
यही कारण है कि राहुल गांधी बंगाल में प्रचार नहीं कर रहे हैं क्योंकि अगर राहुल अथवा प्रियंका वहां प्रचार करते हैं तो भाजपा इसे बड़ा मुद्दा बना कर मतदाताओं को दोनों दलों में बांट सकती है।
कांग्रेस को भी डर सता रहा है कि उसके पास इसका कोई जवाब नहीं है कि एक राज्य में गठबंधन तो दूसरे में एक दूसरे के खिलाफ वे क्यों हैं।
बंगाल के साथ साथ असम में भी कांग्रेस ने अपनी चुनावी रणनीति में बदलाव किया है। गृहमंत्री अमित शाह अज़मल बजरुद्दीन को निशाना बना कर हमलावर है। अमित शाह आरोप लगा रहे हैं कि कांग्रेस का गठबंधन अज़मल से भी है और ऐसे में बांग्लादेशियों की बाढ़ आ जायेगी।
इस बीच अजमल ने ट्वीट किया है, 'प्रधानमंत्री मोदी बांग्लादेश यात्रा में शेख हसीना से बात करें और बांग्लादेशी घुसपैठियों को रोकने की व्यवस्था करें और जो असम में बांग्लादेशी घुसपैठी हैं उनके डिपोर्टेशन की व्यवस्था सुनिश्चित करें।'
पीएम मोदी के बांग्लादेश दौरे के बीच अब घुसपैठे के मुद्दे और विरोधाभास को कांग्रेस असम के चुनाव प्रचार में प्रचारित कर रही है।