गुजरात उपचुनाव में कांग्रेस ने चुनाव आयोग पर लगाया बीजेपी के दबाव में काम करने का आरोप, सातों सीटों पर एक साथ मतदान क्यों नहीं

By भाषा | Published: September 22, 2019 06:14 AM2019-09-22T06:14:42+5:302019-09-22T06:14:42+5:30

देश में दो अन्य विधानसभा क्षेत्र राधनपुर और बयाड के कांग्रेस विधायकों क्रमश: अल्पेश ठाकोर और धवलसिंह जाला ने भाजपा में शामिल होने के लिए विधानसभा की सदस्यता से त्यागपत्र दे दिया था।

Why No Simultaneous Bypoll for Seven Seats in Gujarat, Congress Asks ec | गुजरात उपचुनाव में कांग्रेस ने चुनाव आयोग पर लगाया बीजेपी के दबाव में काम करने का आरोप, सातों सीटों पर एक साथ मतदान क्यों नहीं

प्रतीकात्मक फोटो

Highlightsसूत्रों ने बताया कि कांग्रेस ने सभी सात सीटों पर उम्मीदवारों के चयन की प्रक्रिया शुरू कर दी है।इन सात सीटों पर चुनाव लड़ने के लिए 50 पार्टी नेताओं ने इच्छा जाहिर की है।

कांग्रेस ने गुजरात में विधानसभा की रिक्त सात में से केवल चार सीटों पर उपचुनाव की घोषणा करने के लिए शनिवार को निर्वाचन आयोग की आलोचना की। पार्टी ने आयोग पर भाजपा के दबाव में काम करने का आरोप लगाया। उधर, प्रदेश भाजपा ने इन चारों विधानसभा सीटों को बरकरार रखने का विश्वास जताया। 

इससे पहले दिन में निर्वाचन आयोग ने प्रदेश की अमराइवाडी, खेरालु, लुनावाडा और थराड विधानसभा सीटों पर उपचुनाव के लिए तारीख का ऐलान कर दिया । इन सीटों पर उपचुनाव के लिए 21 अक्टूबर को मतदान होगा और 24 अक्टूबर को मतों की गिनती होगी। अमराइवाडी के विधायक हंसमुख पटेल और खेरालु के विधायक भरतसिंह दाबी क्रमश: अहमदाबाद (पूर्व) और पाटन लोकसभा सीट से आम चुनाव में निर्वाचित हुए थे। इसी तरह लुनावाडा के विधायक रतनसिंह राठौड़ और थराड के विधायक प्रभात भाई पटेल क्रमश: पंचमहल और बनांसकांठा लोकसभा सीट से आम चुनाव में संसद के निचले सदन के लिए चुने गए थे। इसके बाद ये चारों सीट खाली हो गयी थी। 

प्रदेश में दो अन्य विधानसभा क्षेत्र राधनपुर और बयाड के कांग्रेस विधायकों क्रमश: अल्पेश ठाकोर और धवलसिंह जाला ने भाजपा में शामिल होने के लिए विधानसभा की सदस्यता से त्यागपत्र दे दिया था। मोरवा हदाफ के विधायक भूपेंद्र सिंह खांट अवैध जाति प्रमाण पत्र रखने के कारण अयोग्य करार दिये गए थे। यह सीट अनुसूचित जनजाति के लिए आरक्षित है।

द्वारका और तलाला विधानसभा के विधायकों को भी आपराधिक मामले में दोषी पाये जाने के बाद अयोग्य करार दे दिया गया है लेकिन अयोग्यता का उनका मामला अभी विचाराधीन है। प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष अमित चावडा ने संवाददाताओं से कहा, ‘‘निर्वाचन आयोग से उम्मीद थी कि वह प्रदेश की सभी सात सीटों के लिए उप चुनाव की घोषणा करेगा लेकिन केवल चार सीटों पर उप चुनाव की घोषणा की गयी है। इससे स्पष्ट होता है कि भाजपा ने आयोग पर दवाब बनाया।’’ उन्होंने कहा, ‘‘फिर भी, गुजरात कांग्रेस उपचुनाव के लिए पूरी तरह से तैयार है।’’ 

सूत्रों ने बताया कि कांग्रेस ने सभी सात सीटों पर उम्मीदवारों के चयन की प्रक्रिया शुरू कर दी है। उन्होंने बताया कि इन सात सीटों पर चुनाव लड़ने के लिए 50 पार्टी नेताओं ने इच्छा जाहिर की है। प्रदेश भाजपा अध्यक्ष जीतू वघानी ने कहा कि उनकी पार्टी सभी चार सीटों पर जीत हासिल करने के प्रति आश्वस्त है। उन्होंने कहा कि जिन लोगों ने आम चुनाव में अपने सांसदों को चुनाव वही अब अपने विधायक भी चुनेंगे।

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