चीन को लेकर प्रधानमंत्री मोदी क्यों डरे हुए हैं, राहुल ने पूछे ये सवाल
By शीलेष शर्मा | Published: September 16, 2020 07:09 PM2020-09-16T19:09:36+5:302020-09-16T21:51:39+5:30
कांग्रेस ने चार सवाल भी उठाये और पूछा कि चीन को लेकर प्रधान मंत्री मोदी पर कौन सा दवाब काम कर रहा है, जिसके कारण वे चीन को क्लीन-चिट दे रहे हैं। जब नियंत्रण रेखा भारतीय नक्शे में पूरी तरह स्पष्ट है तब सरकार कौन से हालातों की वापसी की बात कर रही है।
नयी दिल्ली: सरकार के इस दावे के बावजूद के पिछले 6 महीने में भारत-चीन सीमा पर चीनी सैनिकों द्वारा कोई घुसपैठ नहीं की गयी है, कांग्रेस और राहुल गांधी सरकार के इस दावे से संतुष्ट नहीं हैं। कांग्रेस का आरोप है कि एक तरफ सरकार चीन के साथ तनावपूर्ण रिश्तों का सामना कर रही है तो दूसरी तरफ उसी चीन के साथ व्यापार करने में जुटी है।
राहुल गांधी ने चीन को लेकर मोदी सरकार पर अपने हमले हो जारी रखा और ट्वीट किया , "प्रधान मंत्री बोले की कोई सीमा में नहीं घुसा , फिर चीन स्थित बैंक से भारी कर्ज़ा लिया , रक्षा मंत्री ने कहा चीन ने देश में अतिक्रमण किया , अब गृह राज्य मंत्री कह रहे हैं कि अतिक्रमण हुआ ही नहीं। प्रधान मंत्री मोदी चीन से इतने डरे हुए क्यों हैं , यह साफ़ करें कि मोदी सरकार भारतीय सेना के साथ है या चीन के साथ। "
कांग्रेस चीन को लेकर संवेदनशील हो गयी है , पार्टी का आरोप है कि मोदी की सरकार दो तरह की बात कर रही है , एक तरफ पूर्वी सीमा पर तनाव है तो दूसरी तरफ बीजिंग की बहु-राष्ट्रीय डवलपमेंट बैंक से 9202 करोड़ का लोन लेती है। जिस बैंक से लोन लिया गया वह एशियाई इंफ्रास्ट्रक्चर इंवेस्टमेंटन बैंक 2016 में स्थापित की गयी थी जिसका मुख्यालय बीजिंग में है तथा इस बैंक में चीन के पास सर्वाधिक 26. 6 फीसदी शेयर हैं।
प्राप्त आंकड़ों के अनुसार 8 मई को 500 मिलियन डॉलर का क़र्ज़ लिया गया , फिर 19 जून को ठीक चार दिन बाद जब गलवान घाटी में हमारे जवानों की शहादत हुई , भारत ने 750 मिलियन डॉलर का लोन ले लिया। कांग्रेस ने पुछा यह कैसे रिश्ते हैं, क्योंकि विदेश मंत्री जय शंकर औपचारिक तौर पर बयान दे चुके हैं कि चीन के साथ जो घाट रहा है उसके बीच व्यापारिक रिश्ते यथावत नहीं रह सकते।
कांग्रेस ने चार सवाल भी उठाये और पूछा कि चीन को लेकर प्रधान मंत्री मोदी पर कौन सा दवाब काम कर रहा है, जिसके कारण वे चीन को क्लीन-चिट दे रहे हैं। जब नियंत्रण रेखा भारतीय नक्शे में पूरी तरह स्पष्ट है तब सरकार कौन से हालातों की वापसी की बात कर रही है।