हमको काहे फोन करता रात में.. जूता से मारेंगे, बिहार में अधिकारी के बिगड़े बोल का ऑडियो वायरल
By एस पी सिन्हा | Published: May 17, 2020 12:35 AM2020-05-17T00:35:12+5:302020-05-17T00:35:12+5:30
बिहार सरकार के इस अधिकारी के बेलगाम बोल का ऑडियो तेजी से वायरल हो रहा है. यह ऑडियो कटिहार के बारसोई अनुमंडल के एसडीओ पवन मंडल और ग्राम रक्षा दल के दलपति सुजीत पासवान के बीच बातचीत का है.
बिहार में कोरोना काल में भी अधिकारियों की हनक और गुरूर कम होने का नाम नहीं ले रहा है. ऐसा ही एक मामला कटिहार से सामने आया है, जिसमें एसडीओ अपनी कुर्सी की हनक में ऐसा मगरूर है कि प्रवासियों की जानकारी देने पर वह कहता है "अपने बाप को बता...बाप नहीं है तो नाना को बता.. हमको काहे फोन करता रात में.. जूता से मारेंगे.
बिहार सरकार के इस अधिकारी के बेलगाम बोल का ऑडियो तेजी से वायरल हो रहा है. यह ऑडियो कटिहार के बारसोई अनुमंडल के एसडीओ पवन मंडल और ग्राम रक्षा दल के दलपति सुजीत पासवान के बीच बातचीत का है. ग्राम रक्षा दल के दलपति सुजीत पासवान ने कहा कि वह बीती रात बारसोई रघुनाथपुर ढाला के पास ड्यूटी पर तैनात थे, इस दौरान उनसे एसडीओ ने भद्दी बात की.
ग्राम रक्षा दल के दलपति सुजीत पासवान ने कहा कि वह बीते रात बारसोई रघुनाथपुर ढाला के पास ड्यूटी पर तैनात थे, इस दौरान बाहर से आए कुछ मजदूर एक दुकान में रुक कर चाय-बिस्किट ले रहे थे. थाना प्रभारी किसी अन्य मामले पर व्यस्त रहने के कारण सुजीत ने अपनी जिम्मेदारी निभाते हुए इसकी सूचना अनुमंडल पदाधिकारी को फोन पर देनी चाही, जिस पर एसडीओ बिफर गए और उसे अमर्यादित भाषा से प्रताड़ित करने लगे.
उन्होंने कहा कि हाकिम इतना बिगड़ गए लगे बाप-नाना से लेकर जूता मारने तक की बात कहने लगे. लेकिन बारसोई अनुमंडल के एसडीओ इस बारे में कुछ भी कहने से मना कर दिया है. वैसे इस ऑडियो की पुष्टि तभी होगी जब इस मामले की जांच होगी. लेकिन ग्राम रक्षा दल के दलपति की जो आरोप है वह संगीन है और सुशासन बाबू के अधिकारी के बेलगाम होने की उदाहरण सामने है. अब जांच के बाद ही मामला पूरी तरह स्पष्ट हो पाएगा.
वहीं, इस वायरल ऑडियो के वायरल होने के बाद रालोसपा प्रमुख उपेन्द्र कुशवाहा ने मुख्यमंत्री नीतीश कुमार पर हमला करते हुए ट्वीट कर लिखा है कि अपने शर्म-हया को पेठिया में बेच दिया क्या, नीतीश बाबू? बीडीओे और एसडीओ की जुबान से कोई और नहीं बल्कि मुख्यमंत्री नीतीश कुमार स्वयं बोल रहे हैं. 15 वर्षों से बिहार के साथ लोकतंत्र यूं ही नहीं कराह रहा है!