महंत नरेंद्र गिरि की संदिग्ध मौत के बाद शिष्य आनंद गिरि क्यों हैं चर्चा में, पहले भी रहा है विवादों से नाता
By विनीत कुमार | Published: September 21, 2021 08:04 AM2021-09-21T08:04:04+5:302021-09-21T10:59:41+5:30
आनंद गिरि के साथ विवादों में ऑस्ट्रेलिया में दो महिलाओं से छेड़छाड़ और मारपीट का मामला भी जुड़ा है। ये मामले 2016 और 2018 से जुड़े हैं।
नई दिल्ली: अखिल भारतीय अखाड़ा परिषद के अध्यक्ष महंत नरेंद्र गिरि की संदिग्ध स्थिति में मौत के बाद उनके शिष्य रहे आनंद गिरि का नाम भी सुर्खियों में हैं। आशंका जताई जा रही है कि महंत नरेंद्र गिरि ने कथित तौर पर आत्महत्या की।
वे सोमवार को प्रयागराज स्थित अपने बाघंबरी गद्दी मठ में मृत मिले थे। साथ ही एक सुसाइड नोट भी पुलिस को मिला। इन सबके बीच शक की सुई नरेंद्र गिरि के शिष्य रहे स्वामी आनंद गिरि पर भी जा रही है।
आनंद गिरि से नरेंद्र गिरी का विवाद पहले भी सामने आ चुका है। आनंद गिरी को लेकर शक इसलिए भी गहरा गया है क्योंकि पुलिस को नरेंद्र गिरि के पास एक सुसाइड नोट मिला है जिसमें उन्होंने एक शिष्य से दुखी होने की बात कही है।
कौन हैं आनंद गिरि, विवादों से रहा है नाता
नरेंद्र गिरि और शिष्य आनंद गिरी के बीच विवाद काफी सुर्खियों में रहा था। इसकी जड़ बाघम्बरी पीठ की गद्दी थी। स्वामी आनंद गिरि ने कुछ साल पहले खुद को महंत नरेंद्र गिरि का उत्तराधिकारी घोषित किया था। इसके बाद में महंत नरेंद्र गिरि ने पुरजोर खंडन करते हुए कहा था कि सभी शिष्य हैं, उत्तराधिकारी कोई नहीं।
आनंद गिरि के साथ विवादों में ऑस्ट्रेलिया में दो महिलाओं से छेड़छाड़ और मारपीट का मामला भी जुड़ा है। ये मामले 2016 और 2018 से जुड़े हैं। तब आनंद गिरि महंत नरेंद्र गिरी के भरोसेमंद थे। आनंद गिरि पर तब ऑस्ट्रेलिया में दो महिलाओं के साथ मारपीट और छेड़छाड़ के आरोप लगे थे। इसके बाद आनंद गिरि को वहां गिरफ्तार भी किया गया था। बाद में हालांकि उन्हें रिहा किया गया।
इसके अलावा अक्टूबर 2020 में एक तस्वीर भी वायरल हुई थी। इसमें आनंद गिरि की विमान के एक बिजनेस क्लास में बैठे नजर आ रहे थे, उनके सामने शाराब का एक ग्लास रखा हुआ था। उस समय भी आनंद गिरि भी निशाने पर आए थे।
आनंद गिरि पर चोरी का भी आरोप
इसी साल महंत नरेंद्र गिरी ने आनंद गिरि पर चोरी का भी गंभीर आरोप लगाया था। आनंद पर आरोप था कि वो प्रयागराज में संगम किनारे बने लेटे हनुमान मंदिर में जो चढ़ावे का पैसा आता है, उसे अपने परिवार पर खर्च करते रहे हैं। आनंद को अखाड़े से निकाल भी दिया गया था। बाद में आनंद गिरि ने अपने गुरु महंत नरेंद्र गिरी पर कई आरोप लगा दिए थे।