बिहार में गृह विभाग किसके पास होगा? पत्रकारों ने पूछा तो नीतीश बोले- इसकी चिंता आप क्यों कर रहे हैं?
By एस पी सिन्हा | Published: August 11, 2022 03:41 PM2022-08-11T15:41:23+5:302022-08-11T15:41:23+5:30
नीतीश कुमार ने गुरुवार को एक बार फिर भाजपा पर निशाना साधा। साथ ही उन्होंने कहा कि केंद्र सरकार के खिलाफ विपक्ष अब एकजुट होकर आगे बढ़ेगा। उन्होंने आरोप लगाया कि कुछ लोग उनके खिलाफ बोगस बयानबाजी कर रहे हैं।
पटना: शहीद दिवस के मौके पर शहीद स्मारक पर श्रद्धासुमन अर्पित करने के बाद मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने यह साफ तौर पर कहा है कि विपक्ष अब एकजुट होकर आगे बढेगा। उप- राष्ट्रपति नही बनाये जाने की बात पर उन्होंने कहा कि एक आदमी (सुशील मोदी) ने कहा कि मैं उप राष्ट्रपति बनना चाहता था। क्या मजाक है! यह फर्जी है। मेरी ऐसी कोई इच्छा नहीं थी। क्या वे भूल गए कि हमने उन्हें राष्ट्रपति और उप राष्ट्रपति के चुनावों में कितना समर्थन दिया।
'मेरे खिलाफ हो रही है बोगस बयानबाजी'
नीतीश कुमार ने कहा कि कुछ लोग उनके खिलाफ बोगस बयानबाजी कर रहे हैं। उन्होंने कहा, 'अब बोल रहे हैं। वह अच्छा है। उनको तो कुछ बनाया नहीं। इतना बोलें मेरे खिलाफ कि उनको फिर जगह मिल जाए। पार्टी में कोई जगह दिए हैं क्या उनको? मेरे खिलाफ वह जो बोलना चाहते हैं बोले, मुझे इससे कोई फर्क नहीं पडता है। जिस तरह से सारा काम होता रहा, जिस ढंग के दृश्य आते रहे। लेकिन अब हम मिलकर काम करेंगे। पूरी मजबूती के साथ बिहार के सभी लोग विपक्ष में हैं, एकजुट होकर आगे बढने का प्रयास करेंगे।'
पीएफआई पर कार्रवाई की बात पर नीतीश ने कहा कि यह सब फालतू की बात है। मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने भाजपा पर हमला बोलते हुए कहा कि हमारे लोगों ने उन्हें जिताने में मदद की और उनलोगों ने हमें हराने का काम किया। उन्होंने कहा कि यह सबको पता है और कौन लोग क्या बोल रहे थे, किसके इशारे पर बोल रहे थे? यह भी सबको पता है। जब यह पूछा गया कि क्या अमित शाह के इशारे पर उनके छोटे नेता हमला बोल रहे थे तो मुख्यमंत्री ने कहा कि क्या कुछ हो रहा था यह पब्लिक डोमेन में है।
मुख्यमंत्री से जब पूछा गया कि मंत्रिमंडल का विस्तार कब किया जाएगा तो उन्होंने साफ कहा कि बहुत जल्द ही मंत्रिमंडल का विस्तार कर दिया जाएगा। हालांकि, उन्होंने तारीख नहीं बताई है।
'गृह विभाग की चिंता आपको क्यों हो रही है?'
कयास लगाया जा रहा है कि 15 अगस्त के बाद कभी भी मंत्रिमंडल का विस्तार हो सकता है। नीतीश कुमार से गृह विभाग को लेकर भी सवाल किया गया, लेकिन नीतीश ने इसका कोई सीधा जवाब नहीं दिया। नीतीश यह कहकर आगे बढ गए कि इसकी चिंता आप क्यों कर रहे हैं?
जब नीतीश कुमार से यह पूछा गया कि क्या विधानसभा अध्यक्ष विजय सिन्हा को इस्तीफा दे देना चाहिए तो उन्होंने कहा कि अब नियम के मुताबिक तो ऐसा ही होना चाहिए। लेकिन, वह क्यों नहीं दे रहे हैं? वह जानें, लेकिन उन्हें इस्तीफा दे देना चाहिए क्योंकि गठबंधन अब टूट चुका है। उनके साथ गठबंधन नहीं है। उन्होंने कहा कि उनका जो मन करे। नियम-कानून देख लीखिए। जिसके समर्थन से आ गए, वह अलग हो गया, फिर भी मन में कुछ है तो क्या कहें?
बता दें कि राज्य सत्ता परिवर्तन को लेकर सुशील मोदी ने नीतीश कुमार के खिलाफ जमकर हमला बोला था। उन्होंने कहा था कि नीतीश कुमार उप राष्ट्रपति बनना चाह रहे थे, इसके लिए उन्होंने कोशिश भी की थी। लेकिन भाजपा ने उनकी बात नहीं मानी। इसी तरह आरसीपी सिंह को मंत्री बनाए जाने के लिए नीतीश कुमार की सहमति लेने की बात कही थी। उन्होंने नीतीश कुमार को अवसरवादी नेता करार दिया था।