कर्नाटक के सियासी संकट के पीछे है किसका दिमाग? सिद्धारमैया की तरफ उठ रही उंगलियां!
By आदित्य द्विवेदी | Published: July 7, 2019 03:32 PM2019-07-07T15:32:00+5:302019-07-07T15:32:00+5:30
कर्नाटक के बागी विधायक मुंबई के एक होटल में ठहरे हुए हैं। कांग्रेस-जेडी(एस) में बैठकों का दौर जारी है। बीजेपी ने इस सियासी संकट को कांग्रेस का 'गेम प्लान' करार दिया है। दूसरी तरफ बीजेपी का कहना है कि वो सरकार बनाने के लिए तैयार हैं।
कर्नाटक का सियासी संकट एक अलग ही रुख अख्तियार कर रहा है। एक तरफ कांग्रेस पार्टी ने विधायकों की खरीद-फरोख्त के लिए बीजेपी को जिम्मेदार ठहराया है तो दूसरी तरफ बीजेपी ने इस सियासी संकट को कांग्रेस का 'गेम प्लान' करार दिया है। बीजेपी नेता और केंद्रीय मंत्री प्रह्लाद जोशी ने कहा कि पार्टी में अनदेशी किए जाने से सिद्धारमैया नाराज हैं और वो एचडी देवगौड़ा को हटाना चाहते हैं।
मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक कुछ बागी विधायकों ने वापसी के लिए सिद्धारमैया को मुख्यमंत्री बनाए जाने की शर्त रखी है। सिद्धरमैया के समर्थन में आने वाले विधायकों में सोमशेखर, बसवराज और शिवराम शामिल है। ऐसे में सवाल उठने लगा है आखिर कर्नाटक के सियासी संकट का मास्टरमाइंट कौन है?
पार्टी के अंदर ही चोर, सिद्धारमैया पर आरोप
समाचार एजेंसी एएनआई ने अपनी एक रिपोर्ट में वरिष्ठ कांग्रेसी नेता के हवाले से लिखा है कि पार्टी के अंदर ही चोर है। नेता ने सिद्धारमैया पर आरोप लगाते हुए कहा कि वो अपनी प्रतिष्ठा के लिए गठबंधन सरकार को गिराना चाहते हैं।
सिद्धारमैया ने किया इनकार
सिद्धारमैया ने इस संकट के पीछे किसी तरह की भूमिका से इनकार किया है। उन्होंने पत्रकारों से कहा, 'मैं 5-6 विधायकों के संपर्क में हूं लेकिन पूरी जानकारी सार्वजनिक नहीं कर सकता। सभी पार्टी के प्रति वफादार हैं। ये मेरे प्रति वफादारी का सवाल नहीं है। सभी को पार्टी के प्रति वफादार होना चाहिए।'
सिद्धारमैया नहीं चाहते कुमारस्वामी बनें सीएम
भाजपा के मीडिया प्रमुख एवं राज्यसभा सांसद अनिल बलूनी ने कहा कि कर्नाटक में सत्तारूढ़ सहयोगियों के विधायकों के इस्तीफे के मामले में उनकी पार्टी की कोई भूमिका नहीं है। इस घटना ने राज्य की एच डी कुमारस्वामी की अगुवाई वाली सरकार के अस्तित्व पर प्रश्न खड़ा कर दिया है।
बलूनी ने कहा,‘‘वास्तविकता यह है कि कांग्रेस के भीतर और उसका जद (एस) के साथ राजनीतिक श्रेष्ठता का संघर्ष है। सिद्धरमैया नहीं चाहते कि कुमारस्वामी की सरकार चले । पूरी अस्थिरता का कारण यही द्वेषपूर्ण अंदरूनी राजनीति है।’’ कांग्रेस नेता सिद्धरमैया कुमारस्वामी के पहले प्रदेश के मुख्यमंत्री थे।
सिद्धारमैया को सीएम बनाने की शर्त
शनिवार को जिन कांग्रेसी एमएलए ने पार्टी छोड़ी है, उनमें पूर्व सीएम सिद्दारमैया गुट के अधिक नेता शामिल हैं। मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक इस्तीफा देने वाले 11 विधायकों में चार का कहना है कि यदि सिद्धारमैया मुख्यमंत्री बनते हैं तो वे अपना इस्तीफा वापस ले लेंगे।
कर्नाटक की सत्तारूढ़ जद(एस)-कांग्रेस सरकार शनिवार को गठबंधन के 13 विधायकों के अचानक इस्तीफा देने के बाद संकट में आ गई। इन विधायकों ने विधानसभा अध्यक्ष को इस्तीफा सौंपा है। इस्तीफा देने के बाद ये 10 विधायक एक चार्टर्ड विमान से शनिवार रात मुम्बई पहुंचे, जहां वे एक होटल में ठहरे हुए हैं।
गौरतलब है कि कर्नाटक में सत्तारूढ़ कांग्रेस-जद (एस) गठबंधन के 13 विधायकों ने शनिवार को विधानसभा अध्यक्ष को अपना इस्तीफा सौंप दिया। इससे राज्य में मुख्यमंत्री एच डी कुमारस्वामी के नेतृत्व वाली महज साल भर पुरानी सरकार खतरे में पड़ गई है। यदि इन विधायकों का इस्तीफा स्वीकार कर लिया जाता है तो सत्तारूढ़ गठबंधन (जिसके 118 विधायक हैं) 224 सदस्यीय विधानसभा में बहुमत खो देगा। वहीं, भाजपा के 105 विधायक हैं।