UP में मजदूरों को सैनिटाइजर से नहलाने के मामले में विपक्ष ने योगी सरकार पर बोला हमला, तो DM ने कहा- अतिसक्रियता में हुआ, होगी कार्रवाई
By अनुराग आनंद | Published: March 30, 2020 05:01 PM2020-03-30T17:01:04+5:302020-03-30T17:01:04+5:30
समाजवादी पार्टी (सपा) के मुखिया अखिलेश यादव ने कहा, ''यात्रियों पर सेनिटाइजेशन के लिए किए गए केमिकल छिड़काव से उठे कुछ सवाल... क्या इसके लिए विश्व स्वास्थ्य संगठन के निर्देश हैं?
लखनऊ: उत्तर प्रदेश के बरेली में मजदूरों को कथित तौर पर सैनेटाइजर से नहलाने की घटना को ''अमानवीय'' करार देते हुए यूपी के पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव और बसपा सुप्रीमो मायावती मे योगी आदित्यनाथ सरकार पर निशाना साधा है।
इस मामले में योगी आदित्यनाथ सरकार पर प्रियंका गांधी व अखिलेश यादव ने भी हमला बोला तो मामले को बढ़ते देख बरेली प्रशासन ने अपनी गलती मान ली है। इस मामले में स्थानीय डीएम ने कहा कि यह सब अधिकारियों की अतिसक्रियता की वजह से हुआ।
इसके साथ ही उन्होंने कहा कि इस वीडियो की पड़ताल की गई, प्रभावित लोगों का सीएमओ के निर्देशन में उपचार किया जा रहा है। बरेली नगर निगम एवं फायर ब्रिगेड की टीम को बसों को सैनेटाइज़ करने के निर्देश थे, पर अति सक्रियता के चलते उन्होंने ऐसा कर दिया। सम्बंधित के विरुद्ध कार्रवाई के निर्देश दिए गए हैं।
इस वीडियो की पड़ताल की गई, प्रभावित लोगों का सीएमओ के निर्देशन में उपचार किया जा रहा है। बरेली नगर निगम एवं फायर ब्रिगेड की टीम को बसों को सैनेटाइज़ करने के निर्देश थे, पर अति सक्रियता के चलते उन्होंने ऐसा कर दिया। सम्बंधित के विरुद्ध कार्रवाई के निर्देश दिए गए हैं। https://t.co/y8TmuCNyu5
— District Magistrate (@dmbareilly) March 30, 2020
बता दें कि इस मामले में समाजवादी पार्टी (सपा) के मुखिया अखिलेश यादव ने कहा, ''यात्रियों पर सेनिटाइजेशन के लिए किए गए केमिकल छिड़काव से उठे कुछ सवाल... क्या इसके लिए विश्व स्वास्थ्य संगठन के निर्देश हैं?, केमिकल से हो रही जलन का क्या इलाज है?, भीगे लोगों के कपड़े बदलने की क्या व्यवस्था है?, साथ में भीगे खाने के सामान की क्या वैकल्पिक व्यवस्था है?''
यात्रियों पर सेनिटाइज़ेशन के लिए किए गए केमिकल छिड़काव से उठे कुछ सवाल:
— Akhilesh Yadav (@yadavakhilesh) March 30, 2020
- क्या इसके लिए विश्व स्वास्थ्य संगठन के निर्देश हैं?
- केमिकल से हो रही जलन का क्या इलाज है?
- भीगे लोगों के कपड़े बदलने की क्या व्यवस्था है?
- साथ में भीगे खाने के सामान की क्या वैकल्पिक व्यवस्था है? pic.twitter.com/Wgqh8Ntkky
वहीं बसपा सुप्रीमो मायावती ने ट्वीट कर लिखा, ''देश में जारी जबर्दस्त लॉकडाउन के दौरान जनउपेक्षा व जुल्म-ज्यादती की अनेकों तस्वीरें मीडिया में आम हैं। लेकिन प्रवासी मजदूरों पर यूपी के बरेली में कीटनााशक दवा का छिड़काव करके उन्हें दंडित करना क्रूरता व अमानीवयता है। जिसकी जितनी भी निंदा की जाए कम है। सरकार तुरन्त ध्यान दें।''
1. देश में जारी जबर्दस्त लाॅकडाउन के दौरान जनउपेक्षा व जुल्म-ज्यादती की अनेकों तस्वीरें मीडिया में आम हैं परन्तु प्रवासी मजदूरों पर यूपी के बरेली में कीटनााशक दवा का छिड़काव करके उन्हें दण्डित करना क्रूरता व अमानीवयता है जिसकी जितनी भी निन्दा की जाए कम है। सरकार तुरन्त ध्यान दे।
— Mayawati (@Mayawati) March 30, 2020
वहीं एक अन्य ट्वीट में, ''बेहतर होता कि केन्द्र सरकार राज्यों का बॉडर्र सील करके हजारों प्रवासी मजदूरों के परिवारों को बेआसरा व बेसहारा भूखा-प्यासा छोड़ देने के बजाए दो-चार विशेष ट्रेनें चलाकर इन्हें इनके घर तक जाने की मजबूरी को थोड़ा आसान कर देती।''
2. बेहतर होता कि केन्द्र सरकार राज्यों का बाॅर्डर सील करके हजारों प्रवासी मजदूरों के परिवारों को बेआसरा व बेसहारा भूखा-प्यासा छोड़ देने के बजाए दो-चार विशेष ट्रेनें चलाकर इन्हें इनके घर तक जाने की मजबूरी को थोड़ा आसान कर देती।
— Mayawati (@Mayawati) March 30, 2020
प्रियंका गांधी ने भी ट्वीट कर साधा निशाना
कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी वाड्रा ने वीडियो शेयर करते हुए ट्वीट किया, ''उप्र सरकार से गुजारिश है कि हम सब मिलकर इस आपदा के खिलाफ लड़ रहे हैं लेकिन कृपा करके ऐसे अमानवीय काम मत करिए। '' कांग्रेस की उत्तर प्रदेश प्रभारी प्रियंका ने कहा, ''मजदूरों ने पहले से ही बहुत दुख बर्दाश्त किए हैं। उनको रसायन डाल कर इस तरह नहलाइए मत।
इससे उनका बचाव नहीं होगा बल्कि उनकी सेहत के लिए और खतरे पैदा हो जाएंगे।'' उन्होंने राजस्थान की कांग्रेस सरकार द्वारा उठाए गए कुछ कदमों का हवाला देते यह भी कहा कि उत्तर प्रदेश सरकार को भी ऐसा करना चाहिए । प्रियंका के मुताबिक ‘‘असाधारण समय में अभूतपूर्व फैसले भी लेने पड़ते हैं।
यूपी सरकार से गुजारिश है कि हम सब मिलकर इस आपदा के खिलाफ लड़ रहे हैं लेकिन कृपा करके ऐसे अमानवीय काम मत करिए।
— Priyanka Gandhi Vadra (@priyankagandhi) March 30, 2020
मजदूरों ने पहले से ही बहुत दुख झेल लिए हैं। उनको केमिकल डाल कर इस तरह नहलाइए मत। इससे उनका बचाव नहीं होगा बल्कि उनकी सेहत के लिए और खतरे पैदा हो जाएंगे। pic.twitter.com/ftovaFHR5q