'कार्रवाई करता हूं तो ये लोग चिल्लाने लग जाते हैं', रोहिंग्या पर अमित शाह का बयान
By स्वाति सिंह | Published: November 29, 2020 04:31 PM2020-11-29T16:31:05+5:302020-11-29T16:35:05+5:30
अमित शाह शाह ने कहा कि टीआरएस और मजलिस के बीच गुप्त समझौता है लेकिन मुझे समझौते से दिक्कत नहीं है। लेकिन दिक्कत है कि वे यह छिपकर क्यों करते हैं।
हैदराबाद: केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह ने तेलंगाना की राजधानी हैदराबाद में रोहिंग्या मुसलमानों को लेकर बड़ा बयान दिया है। उन्होंने प्रेस कॉन्फ्रेंस के दौरान कहा कि रोहिंग्या मुसलमानों पर जब वह कार्रवाई करते हैं तो ये लोग (विपक्षी दल) हायतौबा करते हैं। उन्होंने कहा कि विपक्षी दल एक बार लिखकर दें कि बांग्लादेशी और रोहिंग्या को निकाल दें, फिर मैं कुछ करता हूं। उन्होंने टीआरएस और मजलिस पर इस दौरान जमकर निशाना साधा।
अमित शाह शाह ने कहा कि टीआरएस और मजलिस के बीच गुप्त समझौता है लेकिन मुझे समझौते से दिक्कत नहीं है। लेकिन दिक्कत है कि वे यह छिपकर क्यों करते हैं। कमरे में इलू-इलू करते हैं। खुलेआम क्यों नहीं कह देते कि हां, मजलिस के साथ हमारा रिश्ता है। उन्होंने कहा कि सरदार पटेल के कारण हैदराबाद और आसपास के इलाके भारत के साथ जुड़े लेकिन जिन्होंने उस दौरान पाकिस्तान जाने की मुहिम चलाई थी ऐसी निजाम संस्कृति से हम हैदराबाद को निजात दिलाना चाहते हैं।
परिवारवाद पर निशाना साधते हुए शाह ने कहा कि वह हैदराबाद को नवाब-निजाम कल्चर से मुक्त कराते हुए इसे आधुनिक शहर बनाना चाहते हैं। हैदराबाद को डाइनेस्टी से डेमोक्रेसी की ओर ले जाना चाहते हैं। भ्रष्टाचार से पारदर्शिता की ओर ले जाना चाहते हैं। तुष्टिकरण से विकास की ओर ले जाना चाहते हैं। हैदराबाद का एक बड़ा हिस्सा है, जो खुद को अपमानित महसूस करता है। हम ऐसी व्यवस्था बनाना चाहते हैं कि किसी की भी हिम्मत नहीं होगी, उन्हें दोयम दर्जे का बनाए।