लॉकडाउन 3.0 के बाद क्या होगा? मनमोहन सिंह ने मोदी सरकार से पूछा सवाल
By निखिल वर्मा | Published: May 6, 2020 01:06 PM2020-05-06T13:06:01+5:302020-05-06T13:10:50+5:30
कांग्रेस की अंतरमि अध्यक्ष सोनिया गांधी और पूर्व प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह ने सवाल किया कि यह तय करने का मोदी सरकार का मापदंड क्या है कि लॉकडाउन कितने लंबे समय तक जारी रहेगा।
कांग्रेस शासित राज्यों के मुख्यमंत्रियों की बैठक में पूर्व प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह ने कहा है कि हमें यह जानने की जरूरत है कि लॉकडाउन 3.0 के बाद क्या होगा ? कांग्रेस से वरिष्ठ नेता मनमोहन सिंह ने कहा, हम सरकार से ये सवाल पूछना चाहते हैं कि सरकार के पास आगे की क्या योजन है। राज्यों के मुख्यमंत्रियों को भी लॉकडाउन 3.0 के बाद की रणनीति के बारें में जानकारी होनी चाहिए, उन्हें केंद्र सरकार से ये पूछना चाहिए।
Chief Ministers need to deliberate and ask as to what is the strategy of the Govt of India to get the country out of lockdown?: Senior Congress leader Dr. Manmohan Singh during Congress Chief Ministers' meeting. (File pic) #COVID19pic.twitter.com/MYtO4Wz4lD
— ANI (@ANI) May 6, 2020
कांग्रेस के मुख्य प्रवक्ता रणदीप सुरजेवाला के मुताबिक कांग्रेस की अंतरिम अध्यक्ष सोनिया गांधी ने पार्टी शासित राज्यों के मुख्यमंत्रियों के साथ वीडियो कांफ्रेंसिंग के माध्यम से हुई बैठक में कहा, ‘‘17 मई के बाद क्या? 17 मई के बाद कैसे होगा? भारत सरकार यह तय करने के लिए कौन सा मापदंड अपना रही है कि लॉकडाउन कितना लंबा चलेगा।’’ बैठक में उनकी बात का समर्थन करते हुए पूर्व प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह ने कहा, ‘‘जैसा कि सोनिया जी ने कहा है कि हमें यह जानने की जरूरत है कि लॉकडाउन -3 के बाद क्या होगा?’’
कांग्रेस ने कोरोना महामारी के कारण राजस्व के भारी नुकसान का उल्लेख करते हुए कहा कि केंद्र सरकार को प्रदेशों के लिए आर्थिक पैकेज देना चाहिए। बैठक में राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने कहा, ‘‘जब तक व्यापक प्रोत्साहन पैकेज नहीं दिया जाता तब तक राज्य और देश कैसे चलेगा? हमें 10 हजार करोड़ रुपये के राजस्व का नुकसान हुआ है। राज्यों ने प्रधानमंत्री से पैकेज के लिए लगातार आग्रह किया है, लेकिन हमें अब तक भारत सरकार से कुछ नहीं पता चला।’’
छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने कहा कि गंभीर आर्थिक संकट का सामना कर रहे राज्यों को तत्काल सहायता की जरूरत है। उन्होंने कहा, ‘‘छत्तीसगढ़ एक ऐसा राज्य है जहां 80 फीसदी छोटे उद्योग फिर से आरंभ हो गए हैं और 85,000 कामगार काम पर लौट चुके हैं।’’
पंजाब के मुख्यमंत्री अमरिंदर सिंह ने आरोप लगाया कि दिल्ली में बैठे लोग जमीनी हकीकत जाने बिना कोविड-19 के जोन का वर्गीकरण कर रहे हैं, जो चिंताजनक बात है। पुडुचेरी के मुख्यमंत्री वी नारायणसामी ने भी कहा, ‘‘भारत सरकार राज्यों के साथ विचार-विमर्श किए बिना जोन का निर्धारण कर रही है और इससे अव्यवस्था की स्थिति पैदा हो रही है। किसी मुख्यमंत्री के साथ विचार-विमर्श क्यों नहीं किया गया?’’
उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी राज्यों के लिए आर्थिक प्रोत्साहन पैकेज के बारे में एक शब्द नहीं बोले हैं। इस बैठक में कांग्रेस नेता राहुल गांधी और पूर्व वित्त मंत्री पी चिदंबरम भी शामिल हुए।