पश्चिम बंगाल: मोमिनपुर हिंसा को लेकर सुवेंदु अधिकारी ने कहा, "राज्य पुलिस नाकारा है, हिंसा प्रभावित क्षेत्र में सीआरपीएफ की हो तैनाती"
By आशीष कुमार पाण्डेय | Published: October 10, 2022 06:31 PM2022-10-10T18:31:44+5:302022-10-10T18:36:00+5:30
बंगाल के मोमिनपुर में हुई हिंसा पर भाजपा ने ममता बनर्जी सरकार पर हमला करते हुए कहा कि बनर्जी सरकार समुदाय विशेष के वोट के लिए मामले को दबाने की कोशिश कर रही है और बहुसंख्यक जनता के साथ अन्याय कर रही है।

फाइल फोटो
कोलकाता:पश्चिम बंगाल के मोमिनपुर में बीती रात हुई समुदायिक हिंसा के कारण अब भी तनाव की स्थिति बनी हुई है। कल रात में उपद्रवी तत्वों द्वारा तोड़फोड़ और आगजनी की घटना के बाद पूरे इलाके में दहशत बनी हुई है। जानकारी के मुताबिक ममता बनर्जी सरकार ने मामले में गंभीरता दिखाते हुए किसी भी तरह की अप्रिय घटना को टालने के लिए पूरे मोमिनपुर में धारा 144 लागू है। इसके अलावा बड़ी संख्या में पुलिस बल को तैनात किया गया है।
हिंसा की इस वारदात के बाद सूबे की विपक्षी पार्टी भाजपा ने ममता बनर्जी सरकार के खिलाफ तीखे हमले शुरू कर दिये हैं और आरोप लगाया कि बंगाल की बनर्जी सरकार समुदाय विशेष के वोट के लिए मामले को दबाने की कोशिश कर रही है और बहुसंख्यक जनता के साथ अन्याय कर रही है। मामले में बंगाल के मुख्य विपक्षी नेता सुवेंदु अधिकारी ने कोलकाता में समाचार एजेंसी एएनआई से कहा, "ये पूरी तुष्टीकरण की राजनीति का सबूत है। सीआरपीएफ को बुलाना चाहिए। एनआईए द्वारा जांच होनी चाहिए। जितना भी नुकसान हुआ है उसकी भरपाई होनी चाहिए।"
ये पूरी तुष्टीकरण की राजनीति का सबूत है। CAPF को बुलाना चाहिए। NIA द्वारा जांच होनी चाहिए। जितना भी नुकसान हुआ है उसकी भरपाई होनी चाहिए: मोमिनपुर में हुई हिंसक झड़पों पर पश्चिम बंगाल में विपक्ष के नेता सुवेंदु अधिकारी, कोलकाता pic.twitter.com/5KpBrV0fi7
— ANI_HindiNews (@AHindinews) October 10, 2022
सुवेंदु अधिकारी का कहना है कि मोमिनपुर में हुई हिंसक झड़प सरकार और पुलिस की विफलता की निशानी है। मामले में राज्यपाल को दखल देना चाहिए और मुख्यमंत्री से बात करके उपद्रवी तत्वों के खिलाफ सख्त एक्शन लेना चाहिए। जानकारी के मुताबिक मोमिनपुर हिंसा में पीड़ितों को न्याय दिलाने के लिए सुवेंदु अधिकारी राज्य भाजपा के अन्य नेताओं के साथ पुलिस मुख्यालय पहुंचे।
उसके पहले नेता प्रतिपक्ष सुवेंदु अधिकारी भाजपा विधायक अग्निमित्र पॉल ने मोमिनपुर हिंसक झड़प के मामले में राज्यपाल एल गणेशन से मुलाकात की और सरकार की कार्यप्रणाली के प्रति विरोध जताने के लिए भाजपा विधयाकों के प्रतिनिधिमंडल को साथ लेकर राज्य विधानसभा से राजभवन तक मार्च भी किया।
राजनैतिक तौर पर इस मामले ने तब ज्यादा तूल पकड़ लिया, जब हिंसा के दूसरे दिन यानी आज बंगाल पुलिस ने राज्य भाजपा प्रमुख सुकांत मजूमदार को चिंगरीघाटा में गिरफ्तार कर लिया। पुलिस ने सुकांत मजूमदार की गिरफ्तारी तब कि जब वो हिंसा प्रभावित मोमिनपुर में हिंसा पीड़ित परिवारों से मिलने के लिए जाने की कोशिश कर रहे थे। पुलिस का कहना था कि क्षेत्र में स्थिति तनावपूर्ण है, ऐसे में सुकांत अपनी यात्रा को रद्द कर दें, लेकिन सुकांत अपनी यात्रा को लेकर अटल थे। इस कारण पुलिस को मजबूरन उन्हें हिरासत में लेना पड़ा।
खबरों के मुताबिक मोमिनपुर हिंसा को लेकर मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने पुलिस और प्रशासन के उच्चाधिकारियों के साथ मीटिंग की और उन्हें हिंसा रोकने और सामान्य हालात बनाने के लिए सख्त कदम उठाने का आदेश दिया। इसके अलावा यह भी कहा जा रहा है कि मुख्यमंत्री दफ्तर लगातार इस मामले में अपनी निगाह बनाये हुए है और पल-पल की जानकारी मुख्यमंत्री को दी जा रही है।