पश्चिम बंगाल: नीति आयोग की बैठक में नहीं शामिल होंगी ममता बनर्जी, TMC के इस फैसले को बीजेपी ने बताया 'राष्ट्र-विरोधी'
By भाषा | Published: June 7, 2019 05:32 PM2019-06-07T17:32:48+5:302019-06-07T17:32:48+5:30
ममता बनर्जी ने 15 जून को होने वाली नीति आयोग की बैठक में शामिल होने पर असमर्थता प्रकट करते हुए शुक्रवार को कहा था कि यह बैठक निरर्थक है क्योंकि आयोग के पास राज्यों की योजनाओं का समर्थन करने के लिए कोई वित्तीय अधिकार नहीं है।
नीति आयोग की 15 जून को होने वाली बैठक में शामिल नहीं होने के फैसले पर पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी को आड़े हाथ लेते हुए भाजपा की प्रदेश इकाई ने शुक्रवार को कहा कि तृणमूल कांग्रेस अध्यक्ष राष्ट्र-विरोधी की तरह बर्ताव कर रही हैं और बंगाल की तरक्की को रोकने की कोशिश कर रही हैं।
तृणमूल कांग्रेस ने भी भाजपा के इस बयान पर त्वरित प्रतिक्रिया देते हुए कहा कि उसे राष्ट्रवाद या विकास पर ‘भाजपा जैसे सांप्रदायिक दल’ से सीख लेने की जरूरत नहीं है। पश्चिम बंगाल भाजपा के उपाध्यक्ष जय प्रकाश मजूमदार ने पीटीआई-भाषा से बातचीत में कहा कि बनर्जी का यह फैसला देश के हित में नहीं है।
उन्होंने कहा, ‘‘जब पूरा देश प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में आगे बढ़ रहा है, ममता ही इसका विरोध कर रही हैं। कांग्रेस शासित राज्यों के मुख्यमंत्री भी नीति आयोग की बैठक में भाग ले रहे हैं।’’ मजूमदार ने कहा, ‘‘यह देशहित के खिलाफ है। वह राष्ट्र-विरोधी की तरह व्यवहार कर रही हैं। बंगाल के विकास को रोकने की कोशिश कर रही हैं।’’
बनर्जी ने 15 जून को होने वाली नीति आयोग की बैठक में शामिल होने पर असमर्थता प्रकट करते हुए शुक्रवार को कहा था कि यह बैठक निरर्थक है क्योंकि आयोग के पास राज्यों की योजनाओं का समर्थन करने के लिए कोई वित्तीय अधिकार नहीं है। प्रधानमंत्री मोदी की अध्यक्षता में 15 जून को नीति आयोग की संचालन परिषद की पांचवीं बैठक होगी जिसमें देश के विकास से संबंधित विभिन्न मुद्दों पर चर्चा की जाएगी।