पश्चिम बंगालः TMC कार्यकर्ताओं ने राज्यपाल को दिखाए काले झंडे, ममता और जगदीप धनखड़ के बीच चल रहा वाकयुद्ध
By रामदीप मिश्रा | Published: November 20, 2019 03:59 PM2019-11-20T15:59:54+5:302019-11-20T15:59:54+5:30
पश्चिम बंगालः प्रदेश के राज्यपाल जगदीप धनखड़ को मुर्शिदाबाद के डोमकाल में काले झंडे दिखाए गए हैं। ये झंडे तृणमूल कांग्रेस के कार्यकर्ताओं ने दिखाए हैं।
पश्चिम बंगाल के राज्यपाल जगदीप धनखड़ को बुधवार (20 नवंबर) को उस समय विरोध का सामना करना पड़ा जब वह मुर्शिदाबाद के डोमकाल जा रहे थे। इस दौरान उन्हें काल झंडे दिखाए गए हैं। साथ ही साथ राज्यपाल वापस जाओ के नारे भी लगाए। बता दें, धनखड़ जुलाई के अंत में पश्चिम बंगाल के राज्यपाल बने थे, तब से उनके और राज्य सरकार के बीच विभिन्न मुद्दों को लेकर वाकयुद्ध चल रहा है।
समाचार एजेंसी एएनआई की रिपोर्ट के अनुसार, प्रदेश के राज्यपाल जगदीप धनखड़ को मुर्शिदाबाद के डोमकाल में काले झंडे दिखाए गए हैं। ये झंडे तृणमूल कांग्रेस के कार्यकर्ताओं ने दिखाए हैं। साथ ही साथ उन्होंने राज्यपाल वापस जाओ के नारे लगाए व उन्हें 'गवर्नर गो बैक' की तख्तियां लिए हुए भी देखा गया है।
West Bengal: Governor Jagdeep Dhankhar shown black flags, allegedly by Trinamool Congress (TMC) workers in Domkal, Murshidabad. pic.twitter.com/7liDzL7B3I
— ANI (@ANI) November 20, 2019
उल्लेखनीय है कि पिछले दिनों मुर्शिदाबाद जिले में फरक्का की यात्रा के लिए धनखड़ को एक हेलीकॉप्टर मुहैया कराने की अनुमति देने का अनुरोध राज्य सरकार ने ठुकरा दिया गया था। तृणमूल कांग्रेस ने राज्यपाल की यात्रा के लिये हेलीकॉप्टर की जरूरत पर सवाल उठाते हुए इसे 'बेतुका' और 'जनता के पैसे का दुरुपयोग' करार दिया था।
इसके बाद धनखड़ ने राज्य सरकार पर निशाना साधते हुए कहा था कि किसी को भी 'लक्ष्मण रेखा' नहीं लांघनी चाहिए। राज्यपाल और ममता बनर्जी सरकार के बीच वाकयुद्ध चलता रहता है। उन्होंने कहा था कि कुछ लोग अपनी 'जुबान पर लगाम नहीं लगा रहे' लेकिन इसके बावहजूद वह राज्य में लोगों की सेवा करने से पीछे नहीं हटेंगे।
राज्य की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने धनखड़ पर परोक्ष हमला करते हुए कहा था कि संवैधानिक पदों पर आसीन लोग बीजेपी के मुखपत्र बन गए हैं। बनर्जी ने धनखड़ पर समानांतर सरकार चलाने का आरोप लगाया था। धनखड़ ने बनर्जी के इस आरोप पर टिप्पणी करने से इनकार करते हुए कहा था कि क्रिकेट के खेल में हर गेंद को खेलने की आवश्यकता नहीं होती।