पश्चिम बंगाल चुनाव के बाद हिंसा, टीएमसी कार्यकर्ताओं पर गैंगरेप का आरोप, उच्चतम न्यायालय में पीड़िता, जानें मामला
By सतीश कुमार सिंह | Published: June 14, 2021 07:45 PM2021-06-14T19:45:11+5:302021-06-14T19:46:35+5:30
पश्चिम बंगाल विधानसभा चुनाव परिणाम घोषित होने के बाद एक 60 वर्षीय महिला ने बताया की टीएमसी कार्यकर्ता उसके घर में घुस कर लूटने से पहले छह साल के पोते के सामने उसके साथ सामूहिक बलात्कार किया
नई दिल्लीः पश्चिम बंगाल चुनाव के बाद हिंसा के दौरान टीएमसी कार्यकर्ताओं द्वारा कथित रूप से हत्या को लेकर एक नाबालिग लड़की सहित कई महिलाओं ने उच्चतम न्यायालय का रुख किया है।
महिलाओं ने सत्तारूढ़ तृणमूल कांग्रेस (टीएमसी) पार्टी के सदस्यों द्वारा भयानक सामूहिक बलात्कार का वर्णन करते हुए और हिंसा की सभी घटनाओं की एसआईटी जांच की मांग करते हुए सुप्रीम कोर्ट का रुख किया है। पीड़ित महिलाओं ने कई हस्तक्षेप याचिकाएं दायर की हैं।
'टाइम्स ऑफ इंडिया' के अनुसार सुप्रीम कोर्ट के समक्ष अपनी याचिकाओं में इन महिलाओं ने अपने मामलों में अदालत की निगरानी में सीबीआई/एसआईटी जांच की भी मांग की है। 60 वर्षीय महिला ने अपने आवेदन में भयानक दर्दभरी कहानी का खुलासा किया है।
विधानसभा चुनाव परिणाम घोषित होने के बाद एक 60 वर्षीय महिला ने बताया की टीएमसी कार्यकर्ता उसके घर में घुस कर लूटने से पहले छह साल के पोते के सामने उसके साथ सामूहिक बलात्कार किया। उसके परिवार का सारा कीमती सामान लूट कर ले गए।
महिला ने सुप्रीम कोर्ट में दी अपनी याचिका में बताया कि खेजुरी विधानसभा सीट पर भाजपा के जीतने के बावजूद 100 से 200 टीएमसी कार्यकर्ताओं की भीड़ ने 3 मई को उनके घर को घेर लिया था। कार्यकर्ता ने सब कुछ तहस नहस कर दिया।
बात दें, राज्य में टीएमसी की सरकार है और पीड़िताओं को राज्य सरकार से न्याय पाने की उम्मीद नहीं है इसलिए उन्होंने न्याय के लिए सुप्रीम कोर्ट का रुख किया है। पीड़ित महिलाओं ने सुप्रीम कोर्ट में गोधरा कांड के बाद सर्वोच्च न्यायालय की ओर से की गई कार्रवाई का हवाला देते हुए सुप्रीम कोर्ट की निगरानी में बंगाल में हुई गैंगरेप और हिंसा की घटनाओं की एसआईटी द्वारा जांच कराए जाने की मांग की है।