पंश्चिम बंगाल: बीजेपी अध्यक्ष ने कहा- 15 से 26 अक्टूबर तक पार्टी पूरे राज्य में निकालेगी 'गांधी जी संकल्प यात्रा'
By रोहित कुमार पोरवाल | Published: October 13, 2019 03:59 PM2019-10-13T15:59:19+5:302019-10-13T16:16:44+5:30
पंश्चिम बंगाल बीजेपी अध्यक्ष दिलीप घोष ने कहा, ''भारतीय जनता पार्टी 15 अक्टूबर से 26 अक्टूबर तक 6600 किलोमीटर लंबी 'गांधी जी संकल्प यात्रा' आयोजित करने वाली है।''
पश्चिम बंगाल बीजेपी अध्यक्ष दिलीप घोष ने कहा, ''भारतीय जनता पार्टी 15 अक्टूबर से 26 अक्टूबर तक 6600 किलोमीटर लंबी 'गांधी जी संकल्प यात्रा' आयोजित करने वाली है।'' बता दें कि राष्ट्रपिता महात्मा गांधी की 150 जयंती पर केंद्र की नरेंद्र मोदी सरकार और मुख्य विपक्षी दल कांग्रेस के बीच बापू जुड़े कार्यक्रम में भारी शिरकत देखी गई। दोनों ही पार्टियों में बापू का क्रेडिट लेने की होड़ सी देखी गई।
भारतीय जनता पार्टी अब पश्चिम बंगाल में मजबूत हो रही उसकी स्थिति का लाभ भी बापू को लेकर यात्रा निकालकर लेना चाहेगी क्योंकि महत्मा गांधी भारत ही नहीं, दुनियाभर में सर्वमान्य हैं।
वहीं, कांग्रेस भी राज्य की उथल-पुथल में अपनी संभावनाएं तलाश रही है। बीते गुरुवार को कांग्रेस नेता अब्दुल मन्नान ने कांग्रेस की अंतरिम अध्यक्ष सोनिया गांधी से मुलाकात की और मीडिया को जानकारी दी कि राज्य में वाम मोर्चे के साथ मिलकर काम करने की योजना बन रही है।
BJP West Bengal President, Dilip Ghosh: Bharatiya Janata Party (BJP) to organise a 6600-km-long 'Gandhiji Sankalp Yatra' across the state from 15th Oct till 26th October, 2019. pic.twitter.com/gfXAqnLAxM
— ANI (@ANI) October 13, 2019
आने वाले दिनों में कांग्रेस राज्य में बीजेपी और तृणमूल कांग्रेस के खिलाफ वाम मोर्चे का साथ संयुक्त मुहिम चला सकती है।
सूत्रों ने मुताबिक, सोनिया गांधी ने संकेत दिए हैं कि कांग्रेस और वाम मोर्चा गठबंधन होगा।
मन्नान ने कहा, ‘‘हमने सोनिया गांधीजी के साथ राजनीतिक हालात पर चर्चा की और उन्होंने हमसे राज्य में प्रस्तावित वाम मोर्चा-कांग्रेस गठबंधन के बारे में लोगों की राय बनाने में वाम मोर्चा के साथ संयुक्त मुहिम चलाने को कहा। उन्होंने राज्य में तृणमूल कांग्रेस और भाजपा के खिलाफ वाम मोर्चा के साथ संयुक्त मुहिम आयोजित करने को कहा है ।’’
पश्चिम बंगाल में विपक्ष के नेता मन्नान ने कहा, ‘‘बैठक के दौरान उन्होंने मुझसे कहा कि 2016 के विधानसभा चुनाव के बाद वाम और कांग्रेस गठबंधन हुआ होता तो बंगाल में राजनीतिक हालात अलग होते और भाजपा राज्य में कभी जनाधार नहीं बढ़ा पाती।’’