पश्चिम बंगाल में भारी बारिश और बांधों से पानी छोड़े जाने से स्थिति गंभीर, 14 लोगों की मौत, 2.5 लाख लोग विस्थापित
By अभिषेक पारीक | Published: August 3, 2021 03:45 PM2021-08-03T15:45:28+5:302021-08-03T15:50:56+5:30
पश्चिम बंगाल में दीवार गिरने और करंट लगने से कम से कम 14 लोगों की मौत हो गई। वहीं, दामोदर घाटी निगम बांधों से पानी छोड़े जाने के बाद पानी सड़कों और घरों में भर जाने से राज्य के छह जिलों के कम से कम 2.5 लाख लोग विस्थापित हो गए।
मानसून के चलते देश के कई राज्यों में भारी बारिश हो रही है। जिसके कारण कई राज्यों में स्थितियां बेहद गंभीर हो गई है। पश्चिम बंगाल में भी वर्षा जनित हादसे कहर बरपा रहे हैं। जिसके चलते कई लोगों की मौत हुई है और बड़ी संख्या में आबादी को विस्थापित किया गया है।
पश्चिम बंगाल में दीवार गिरने और करंट लगने से कम से कम 14 लोगों की मौत हो गई। वहीं, दामोदर घाटी निगम बांधों से पानी छोड़े जाने के बाद पानी सड़कों और घरों में भर जाने से राज्य के छह जिलों के कम से कम 2.5 लाख लोग विस्थापित हो गए। एक वरिष्ठ अधिकारी ने यह जानकारी दी।
उन्होंने बताया कि राज्य सरकार ने विस्थापितों के लिए आश्रय स्थल बनाए हैं। बाढ़ प्रभावित इलाकों में पिछले एक सप्ताह से राहत अभियान चल रहा है। पूर्व वर्द्धमान, पश्चिम वर्द्धमान, पश्चिम मेदिनीपुर, हुगली, हावड़ा और दक्षिण 24 परगना जिले के अनेक स्थानों में कमर तक पानी भरा हुआ है, जिससे लोगों को भारी मुश्किलों का सामना करना पड़ रहा है।
प्रशासन राहत सामग्री उपलब्ध कराने में जुटा
अधिकारी के मुताबिक एक लाख से अधिक तिरपाल, एक हजार मीट्रिक टन चावल, पानी के हजारों पाउच और साफ कपड़े आश्रय गृह भेजे गए हैं। उन्होंने कहा,'हम बाढ़ के कारण जान गंवाने वाले सभी 14 लोगों के बारे में जानकारियां जुटा रहे हैं। हमें जिला प्रशासन से अंतिम रिपोर्ट मिलने का इंतजार है।'
सेना और वायु सेना ने चलाया अभियान
सेना और वायु सेना ने सोमवार को हुगली जिले में बचाव अभियान चला रही हैं। जहां पर नदियां तटों को तोड़ते हुए बह रही हैं, जिससे गांवों में बाढ़ आ गई है।