Weather Updates: राजस्थान में कड़ाके की ठंड का दौर जारी है और फतेहपुर में पारा शून्य से नीचे पहुंच गया। मौसम विभाग ने यह जानकारी दी। मौसम केंद्र, जयपुर के अनुसार पिछले 24 घंटे में राज्य में एक दो स्थानों पर अत्यंत शीतलहर तथा कहीं कहीं शीतलहर दर्ज की गई। बृहस्पतिवार रात को न्यूनतम तापमान फतेहपुर में शून्य से 0.1 डिग्री सेल्सियस नीचे दर्ज किया गया। इसके अलावा, यह चुरू में 3.1 डिग्री, करौली में 3.6 डिग्री, पिलानी में 4.0 डिग्री, संगरिया में 4.3 डिग्री, सीकर व सिरोही में 5.0 डिग्री, अलवर में 5.8 डिग्री, गंगानगर में 6.4 डिग्री व बीकानेर में 6.6 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया।
लगभग पूरे राजस्थान में न्यूनतम तापमान में 10 डिग्री सेल्सियस तक गिरावट देखी गई। मौसम केंद्र के अनुसार, राज्य में आगामी दिनों में मौसम मुख्यत: शुष्क बने रहने की संभावना है। आगामी दो तीन दिन में राज्य के उत्तरी भागों व शेखावटी इलाके में कुछ स्थानों पर शीतलहर चलने व न्यूनतम तामपान दो से छह डिग्री सेल्सियस तक पहुंचने का अनुमान है।
दिल्ली में न्यूनतम तापमान नौ डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया
राष्ट्रीय राजधानी में शुक्रवार को न्यूनतम तापमान नौ डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया, जो इस मौसम के सामान्य तापमान से 4.5 डिग्री सेल्सियस अधिक है। मौसम विभाग ने यह जानकारी दी। दिल्ली में बृहस्पतिवार को न्यूनतम तापमान 4.5 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया था और यह इस सर्दी के मौसम का अब तक का सबसे कम तापमान था।
मौसम विभाग ने कहा, ‘‘न्यूनतम तापमान में वृद्धि स्थानीय है और इसका कारण हवा की बदलती स्थिति है। उत्तर-पश्चिम भारत के अधिकतर हिस्सों में न्यूनतम तापमान में कोई बड़ा परिवर्तन नहीं हुआ है।’’ पटियाला, करनाल, रोहतक, दिल्ली, सीकर, अलवर और फलौदी सहित उत्तर-पश्चिम भारत के कुछ स्थानों पर ही न्यूनतम तापमान में दो डिग्री सेल्सियस से अधिक की वृद्धि हुई है।
मौसम विभाग के अनुसार, उत्तर-पश्चिम भारतीय मैदानी इलाकों में केवल सीकर, रोहतक, फलौदी और सफदरजंग स्टेशन पर ही तापमान में तीन डिग्री सेल्सियस से अधिक की वृद्धि दर्ज की गई है। भारत मौसम विज्ञान विभाग (आईएमडी) ने कहा कि राष्ट्रीय राजधानी में शीत लहर की स्थिति दर्ज नहीं की गई। मौसम विभाग ने दिन में आसमान साफ रहने तथा अधिकतम तापमान 23 डिग्री सेल्सियस रहने का पूर्वानुमान व्यक्त किया है। राष्ट्रीय राजधानी में सुबह नौ बजे वायु गुणवत्ता सूचकांक (एक्यूआई) 273 के साथ ‘खराब’ श्रेणी में रहा।
तमिलनाडु में बारिश और बाढ़ का कहर जारी
तमिलनाडु के कई जिलों में शुक्रवार को भी बारिश जारी है और दक्षिणी जिलों में लगातार वर्षा के कारण थामिराबरनी नदी उफान पर है। थूथुकुडी जिला प्रशासन ने थामिराबरनी नदी में जलस्तर बढ़ने के कारण श्रीवैकुंटम और एरल क्षेत्रों में बाढ़ की चेतावनी जारी की है। निचले इलाकों में रहने वाले लोगों को सुरक्षित स्थानों पर जाने की सलाह दी गई है।
चेन्नई में लोक निर्माण विभाग (पीडब्ल्यूडी) ने पीने के पानी के प्रमुख स्रोतों में से एक ‘रेडहिल्स’ और ‘चेम्बरमबक्कम’ जलाशयों के पास के क्षेत्रों के लिए बाढ़ की पहली चेतावनी जारी की है, क्योंकि लगातार बारिश के कारण जलाशयों के जल स्तर में खतरनाक वृद्धि हुई है। शहर के उपनगर में पूंडी बांध से छोड़े जा रहे अतिरिक्त पानी की मात्रा बृहस्पतिवार शाम के 5,000 क्यूसेक से बढ़ाकर आज सुबह 12,000 क्यूसेक कर दी गई है। प्रशासन ने बताया कि थामिराबरनी के ऊपरी हिस्से में भारी बारिश के कारण नदी के किनारे स्थित सभी गांवों और कस्बों में बाढ़ की चेतावनी जारी की गई है।
राजस्व अधिकारियों को श्रीवैकुंडम और एरल में सभी संवेदनशील स्थानों से लोगों को निकालने का निर्देश दिया गया है। पुलिस और अग्निशमन एवं बचाव सेवा कर्मियों ने लोगों से सुरक्षित स्थानों पर जाने को कहा है। पड़ोसी चेंगलपट्टू जिले के मदुरनथकम में बारिश के पानी में फंसी एक निजी बस को पुलिस और लोगों द्वारा खींचकर सुरक्षित निकाला गया।
हालांकि, बस में सवार कोई भी यात्री या चालक दल का सदस्य इस घटना में घायल नहीं हुआ। रात भर हुई बारिश के कारण तिरुनेलवेली जिले के सुथामल्ली में एक मकान ढह गया और तेनकासी जिले के वडकरई में एक प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र जलमग्न हो गया, जबकि शंकरनकोइल में शंकरनारायण मंदिर में बारिश का पानी घुस गया।
बारिश के बावजूद, तिरुवन्नामलाई स्थित प्रसिद्ध श्री अरुणाचलेश्वर मंदिर के प्रशासन ने आज शाम पर्वतीय क्षेत्र के ऊपर महादीपम जलाने की तैयारी शुरू कर दी, जो मंदिर में दस दिवसीय भव्य उत्सव के समापन का प्रतीक है। भारत मौसम विज्ञान विभाग (आईएमडी) ने श्रीलंका तट से दूर बंगाल की खाड़ी के दक्षिण-पश्चिम में बने निम्न दबाव क्षेत्र के कारण 14 जिलों में भारी बारिश का पूर्वानुमान जताया है।
जो मन्नार की खाड़ी और उसके आस-पास के इलाकों में फैला हुआ है। आईएमडी ने कहा कि इस प्रणाली के पश्चिम-उत्तर-पश्चिम की ओर दक्षिण तमिलनाडु की ओर बढ़ते रहने और अगले 12 घंटों के दौरान धीरे-धीरे कम दबाव वाले क्षेत्र में कमजोर होने की संभावना है।