नई दिल्लीः सीमा सुरक्षा बल अलंकरण समारोह को संबोधित करते हुए केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने कहा कि जब यह निर्णय लिया गया कि एक सीमा पर एक बल सुरक्षा प्रदान करेगा, तो बीएसएफ को दो सबसे कठिन सीमाओं बांग्लादेश और पाकिस्तान की रक्षा करने की जिम्मेदारी दी गई थी और आपकी क्षमताओं को देखते हुए आपने इसे बहुत अच्छी तरह से सुरक्षित किया है। बीएसएफ के कार्यक्रम में गृह मंत्री अमित शाह ने कहा कि ‘ऑपरेशन सिंदूर’ ने दिखाया कि भारत में आतंकवाद पूरी तरह से पाकिस्तान प्रायोजित है। बांग्लादेश को अपने निर्माण में बीएसएफ की बड़ी भूमिका को नहीं भूलना चाहिए। सिंदूर नहीं मिटने देंगे, तिरंगा नहीं झुकने देंगे... रग-रग बोले जय हिंद। जो सिंदूर मिटाने निकले थे, उन्हें मिट्टी में मिलाया है। जो हिंदुस्तान का लहू बहाते थे, आज कतरे-कतरे का हिसाब चुकाया है।
भारत पर आतंकी हमला हुआ, तो करारा जवाब मिलेगा। समय हमारी सेनाएं तय करेंगी, तरीका भी हमारी सेनाएं तय करेंगी और शर्तें भी हमारी होंगी। एटम बम की गीदड़ भभकियों से भारत डरने वाला नहीं है। हम आतंक के आकाओं और आतंक की सरपरस्त सरकार को अलग-अलग नहीं देखेंगे... उन्हें एक ही मानेंगे। पाकिस्तान का ये स्टेट और नॉन-स्टेट एक्टर वाला खेल अब नहीं चलेगा।
शाह ने कहा कि स्वदेश निर्मित ब्रह्मोस मिसाइल ने ऑपरेशन सिंदूर के दौरान पाकिस्तानी हवाई ठिकानों को नष्ट कर दिया, जबकि चीन से उधार ली गई उसकी वायु रक्षा प्रणाली का इस्तेमाल नहीं हो पाया। शाह ने यहां एक समारोह को संबोधित करते हुए कहा कि अतीत में सर्जिकल स्ट्राइक और हवाई हमले पाकिस्तान के कब्जे वाले कश्मीर (पीओके) तक ही सीमित थे, लेकिन भारत ने ऑपरेशन सिंदूर के तहत पाकिस्तान की सीमा में 100 किलोमीटर तक घुसकर आतंकवादियों और उनके ठिकानों को नष्ट किया।
उन्होंने कहा, ‘‘हमारी स्वदेशी रूप से विकसित ब्रह्मोस (सुपरसोनिक क्रूज मिसाइल प्रणाली) ने पाकिस्तान के हवाई ठिकानों को नष्ट करने का काम किया, पाकिस्तान द्वारा चीन से उधार ली गई वायु रक्षा प्रणाली का इस्तेमाल नहीं हुआ।’’ उन्होंने कहा, ‘‘हमारी वायुसेना ने सटीक हमले किए और पाकिस्तान के कई ऐसे स्थानों पर भारी क्षति पहुंचायी, जिन्हें अभेद्य माना जाता था।
जब सीमा सुरक्षा का इतिहास लिखा जाएगा तो ऑपरेशन सिंदूर को स्वर्ण अक्षरों में लिखा जाएगा।’’ भारतीय सशस्त्र बलों ने ऑपरेशन सिंदूर पहलगाम आतंकवादी हमले के बाद शुरू किया था। पहलगाम में आतंकवादी हमले में 25 भारतीय और एक नेपाली नागरिक मारा गया था।
इस अभियान ने पाकिस्तान और पाकिस्तान के कब्जे वाले कश्मीर में आतंकवादी बुनियादी ढांचे को नष्ट कर दिया, जहां से भारत के खिलाफ आतंकवादी हमलों की योजना बनाई जाती थी और उन्हें निर्देशित किया जाता था। शाह ने कहा, ‘‘पाकिस्तान पूरी दुनिया को बताता था कि उसके यहां कोई आतंकवादी गतिविधि नहीं होती और भारत पर झूठी शिकायतें करने का आरोप लगाता था।
लेकिन, 'ऑपरेशन सिंदूर' के तहत मिसाइल से आतंकवादियों का खात्मा कर दिया गया और पाकिस्तान दुनिया के सामने बेनकाब हो गया।’’ उन्होंने कहा कि अगले दिन पाकिस्तानी सेना के वरिष्ठ अधिकारी आतंकवादियों के जनाजे की नमाज में शामिल हुए, "जिससे पाकिस्तानी सेना, पाकिस्तान और आतंकवाद के बीच गठजोड़ उजागर हुआ।