क्या भारत ने अपनी ही मिसाइल से गिरा दिया था एमआई-17 हेलिकॉप्टर? जांच कर रही वायुसेना
By लोकमत समाचार ब्यूरो | Published: April 1, 2019 08:28 AM2019-04-01T08:28:02+5:302019-04-01T08:28:02+5:30
जांच से जुड़े अधिकारियों का मानना है कि हो सकता है कि आईएएफ के हेलिकॉप्टर ने 'दोस्त या दुश्मन' (आईएफएफ) प्रणाली पर स्विच नहीं किया हो. यह प्रणाली उड़ान भर रही वस्तु की इस बात की पहचान करता है कि क्या यह दुश्मन की है या अपनी है.
पाकिस्तान के साथ हुई तनातनी के दौरान श्रीनगर के पास 27 फरवरी को भारतीय वायुसेना (आईएएफ) के एमआई-17 हेलिकॉप्टर के दुर्घटनाग्रस्त होने के संबंध में की जा रही जांच में एक अनुमान यह भी है कि भारतीय वायु रक्षा प्रणाली द्वारा 'गलती से' इसे गिरा दिया गया होगा. जांच से जुड़े अधिकारियों का मानना है कि हो सकता है कि आईएएफ के हेलिकॉप्टर ने 'दोस्त या दुश्मन' (आईएफएफ) प्रणाली पर स्विच नहीं किया हो. यह प्रणाली उड़ान भर रही वस्तु की इस बात की पहचान करता है कि क्या यह दुश्मन की है या अपनी है.
उल्लेखनीय है कि पाकिस्तान के बालाकोट में 26 फरवरी को भारतीय हवाई हमलों के बाद वायु रक्षा प्रणाली अलर्ट पर थी. पाकिस्तानी वायु सेना के विमानों के 27 फरवरी की सुबह लगभग 9:30 बजे भारतीय हवाई क्षेत्र का उल्लंघन किए जाने के प्रयास के तुरंत बाद सुबह 10:10 बजे श्रीनगर हवाई अड्डे से उड़ान भरने के बाद यह हेलिकॉप्टर बड़गाम में दुर्घटनाग्रस्त हो गया था. हादसे में हेलिकॉप्टर में सवार 6 कर्मियों की मौत हो गई थी.
क्या कहना है वायुसेना का
वायुसेना ने उन अटकलों पर प्रतिक्रिया व्यक्त करने से इनकार कर दिया है, जिसमें कहा गया है कि वायु रक्षा प्रणाली द्वारा हेलिकॉप्टर को मार गिराए जाने की आशंका है. वायुसेना के एक प्रवक्ता ने कहा, ''किसी भी उड़ान दुर्घटना में कोर्ट ऑफ इन्क्वायरी किसी दुर्घटना का कारण बताने से पहले सभी संभावनाओं पर गौर करती है. इस मामले में भी कोर्ट ऑफ इन्क्वायरी हर उस संभावना पर गौर कर रही है, जिसके कारण यह दुर्घटना होने की आशंका है. जांच रिपोर्ट सौंपे जाने से पहले इस पर प्रतिक्रिया व्यक्त करना जल्दबाजी होगी.''