‘सेना में शामिल होना चाहता था’, आखिर क्यों रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह नहीं हो पाए थे आर्मी में भर्ती, जानिए

By लोकमत न्यूज़ डेस्क | Published: August 19, 2022 02:06 PM2022-08-19T14:06:35+5:302022-08-19T14:12:40+5:30

मणिपुर में रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने सेना के जवानों से मुलाकात की है। इस मुलाकात के दौरान उन्होंने कहा, ‘‘यदि आप किसी बच्चे को सेना की वर्दी देते हैं, तो आप देखेंगे कि उसका व्यक्तित्व ही बदल जाता है। इस वर्दी में कुछ बात है।’’

Wanted to join the army why Defense Minister Rajnath Singh could not be recruited in indian army assam rifles manipur | ‘सेना में शामिल होना चाहता था’, आखिर क्यों रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह नहीं हो पाए थे आर्मी में भर्ती, जानिए

फोटो सोर्स: ANI

Highlightsरक्षा मंत्री राजनाथ सिंह मणिपुर के दो दिवसीय दौरे पर है। इस दौरान उन्होंने असम राइफल्स और 57वीं माउंटेन डिवीजन के जवानों से मुलाकात भी की है। राजनाथ सिंह ने बताया कि वह भी सेना में भर्ती होना चाहते थे लेकिन कुछ कारणों के चलते वे भर्ती नहीं हो पाए थे।

इंफाल: रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने शुक्रवार को कहा कि वह सेना में शामिल होना चाहते थे, लेकिन अपनी पारिवारिक दिक्कतों के कारण वह ऐसा नहीं कर पाए। सिंह ने असम राइफल्स और भारतीय सेना की 57वीं माउंटेन डिवीजन के जवानों को यहां संबोधित करते हुए बताया कि उन्होंने सैन्य बलों में शामिल होने के लिए परीक्षा भी दी थी। 

रक्षा मंत्री ने क्या कहा 

इस पर बोलते हुए रक्षा मंत्री ने कहा, ‘‘मैं अपने बचपन की एक कहानी बताना चाहता हूं। मैं भी सेना में शामिल होना चाहता था और मैंने एक बार ‘शार्ट सर्विस कमीशन’ की परीक्षा भी दी थी। मैंने लिखित परीक्षा दी थी, लेकिन मेरे पिता का निधन हो जाने और कुछ अन्य पारिवारिक समस्याओं के कारण मैं सेना में शामिल नहीं हो पाया।’’ 

उन्होंने कहा, ‘‘यदि आप किसी बच्चे को सेना की वर्दी देते हैं, तो आप देखेंगे कि उसका व्यक्तित्व ही बदल जाता है। इस वर्दी में कुछ बात है।’’ 

आपको बता दें कि मंत्रीपुखरी में असम राइफल्स (दक्षिण) के महानिरीक्षक के मुख्यालय के दौरे के समय सेना प्रमुख जनरल मनोज पांडे भी सिंह के साथ थे। सिंह ने मुख्यालय में सैन्य बलों से मुलाकात की और भारत-चीन गतिरोध के दौरान सुरक्षा बलों द्वारा दिखाए गए शौर्य को भी याद किया है। 

जहां भी जाता हूं सैन्यकर्मियों से मिलता हूं-राजनाथ सिंह 

भारत और चीन पर बोलते हुए राजनाथ सिंह ने कहा, ‘‘जब भारत-चीन गतिरोध जारी था, तब आपके पास शायद विस्तार से जानकारी नहीं होगी, लेकिन मैं और उस समय के सेना प्रमुख हमारे जवानों के साहस एवं बहादुरी से अवगत थे, हमारा देश आपका सदैव ऋणी रहेगा।’’ सिंह ने कहा, ‘‘मैं जहां कहीं भी जाता हूं, मैं सुनिश्चित करता हूं कि मैं सैन्यकर्मियों से मुलाकात करूं। जब मेरे मणिपुर दौरे की योजना बनी थी, तब मैंने (सेना प्रमुख) पांडे जी से कहा था कि मैं असम राइफल्स और 57वीं माउंटेन डिवीजन के कर्मियों से मिलना चाहता हूं।’’ 

असम राइफल्स के बारे में क्या बोले रक्षा मंत्री

सिंह ने आगे कहा कि सैन्य कर्मियों से मिलकर उन्हें गौरव की अनुभूति होती है। उनके मुताबिक, ‘‘चिकित्सक, इंजीनियर और चार्टर्ड अकाउंटेंड किसी न किसी तरीके से देश के लिए योगदान दे रहे हैं, लेकिन मेरा मानना है कि आपका पेशा एक पेशे से बढ़कर सेवा है।’’ 

असम राइफल्स पर बोलते हुए रक्षा मंत्री ने कहा कि असम राइफल्स कई लोगों को मुख्यधारा में लाने में अहम भूमिका निभाता है और इसे पूर्वोत्तर का प्रहरी कहना उचित है। गौरतलब है कि सिंह मणिपुर के दो दिवसीय दौरे पर आए हैं। 
 

Web Title: Wanted to join the army why Defense Minister Rajnath Singh could not be recruited in indian army assam rifles manipur

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