हरियाणा में मतदान खत्म, 65 फीसदी वोटिंग, 19 साल में सबसे कम
By लोकमत न्यूज़ डेस्क | Published: October 21, 2019 06:44 PM2019-10-21T18:44:10+5:302019-10-21T18:56:29+5:30
निर्वाचन अधिकारी ने बताया कि सुबह सात बजे कड़ी सुरक्षा व्यवस्था के बीच मतदान प्रारंभ हुआ और यह शाम छह बजे तक संपंन्न हुआ। मुख्यमंत्री खट्टर और पूर्व मुख्यमंत्री भूपेंद्र सिंह हुड्डा ने भी मतदाताओं से बड़ी संख्या में मतदान के लिए निकलने की अपील की थी।
हरियाणा में विधानसभा चुनाव के लिए हो रहे मतदान में सोमवार को शाम 6 बजे तक 65 फीसदी से अधिक मतदाताओं ने अपने मताधिकार का इस्तेमाल किया। हरियाणा में 90 विधानसभा सीट है।
निर्वाचन अधिकारी ने बताया कि सुबह सात बजे कड़ी सुरक्षा व्यवस्था के बीच मतदान प्रारंभ हुआ और यह शाम छह बजे तक संपंन्न हुआ। मुख्यमंत्री खट्टर और पूर्व मुख्यमंत्री भूपेंद्र सिंह हुड्डा ने भी मतदाताओं से बड़ी संख्या में मतदान के लिए निकलने की अपील की थी।
Haryana CM ML Khattar after casting his vote in Karnal: Voting is underway peacefully across the state. Opposition parties including Congress have already lost and have left the battleground, their tall claims have no value. #HaryanaAssemblyPollspic.twitter.com/c15AtR1xM6
— ANI (@ANI) October 21, 2019
मतदान करने वाले प्रमुख लोगों में मुख्यमंत्री खट्टर, पूर्व मुख्यमंत्री हुड्डा, दुष्यंत चौटाला और इनेलो के अभय सिंह चौटाला हैं। खट्टर जनशताब्दी ट्रेन से चंडीगढ़ से करनाल वोट डालने पहुंचे। करनाल पहुंचकर वह साइकल से मतदान केंद्र तक गये। उन्होंने लोगों से इस मौके पर कम दूरी के लिए साइकल का इस्तेमाल करने की अपील की।
सुबह से ही मतदान की रफ्तार सुस्त रही। लोगों में वह उत्साह नजर नहीं आया, जो पिछले चुनावों में नजर आता रहा है। मतदान समाप्त होने में अब कुछ ही समय शेष है, लेकिन मदान की धीमी रफ्तार देख कर साफ है कि मतदान के आंकड़े 21वीं सदी में सबसे कम रहेंगे।
साल दर साल
सन 2000 के विधानसभा चुनाव में 69 फीसदी मतदान हुआ था। 2005 में वोट प्रतिशत 2.9 फीसदी इजाफे के साथ 71.9 फीसदी मतदान हुआ, जबकि 2009 में 0.4 फीसदी की मामूली वृद्धि के साथ वोट प्रतिशत 72.3 फीसदी पहुंच गया था। सन 2014 के चुनाव में भी 2009 के 72.3 के मुकाबले 4.3 फीसदी इजाफे के साथ कुल 76.6 फीसदी मतदान हुआ था।
2014 के आकंड़ेंः भाजपा ने 47 सीट, कांग्रेस ने 15 पर सिमट गई थी। इंडियन नेशनल लोकदल भाजपा के बाद दूसरी सबसे बड़ी पार्टी के रूप में उभरी थी।
निर्वाचन आयोग के आंकड़ों के अनुसार जिन विधानसभा क्षेत्रों में तेज मतदान हुआ है उनमें जुलाना (61 प्रतिशत), नारायणगढ़ (55.6 प्रतिशत), मुलाना सुरक्षित क्षेत्र (54.5 प्रतिशत), जगाधरी (58.4 प्रतिशत), राढौर (56.7 प्रतिशत), लडवा (61 प्रतिशत), थनेसर (56 प्रतिशत), टोहाना (58.2 प्रतिशत), फतेहाबाद (58.9 प्रतिशत), ऐलेनाबाद (58 प्रतिशत) और गढ़ी सांपला किलोई (62.1 प्रतिशत) प्रमुख हैं। करनाल में मतदान धीमा रहा। वहां शाम चार बजे तक 39.3 प्रतिशत लोगों ने ही वोट डाला है। इस सीट से मुख्यमंत्री एम एल खट्टर उम्मीदवार हैं।
इनके अलावा पानीपत, सोनीपत, उचाना कलां, रोहतक, पटौदी, गुड़गांव, नुंह, बडखल तथा फरीदाबाद में भी मतदान प्रतिशत अपेक्षाकृत कम रहा। राज्य में 105 महिलाओं समेत 1169 उम्मीदवार मैदान में हैं। मेवात क्षेत्र के नुंह में संघर्ष की एक खबर आई है। एक वरिष्ठ पुलिस अधिकारी ने बताया कि मलाका गांव में एक मतदान केंद्र के बाहर दो समूहों के बीच झड़प में एक महिला घायल हो गयी। नुंह की पुलिस अधीक्षक संगीता कालिया ने बताया कि मौजूदा सरपंच और एक पूर्व सरपंच के बीच किसी बात पर कहासुनी हो गयी।
जिसके बाद उनके समर्थकों में संघर्ष हो गया और उन्होंने एक दूसरे पर पथराव किया। एसपी ने कहा, ‘‘मतदान प्रक्रिया प्रभावित नहीं हुई और हालात अब शांतिपूर्ण हैं।’’ जेजेपी नेता दुष्यंत चौटाला ने आरोप लगाया कि दुमेरखा कलां गांव के एक मतदान केंद्र पर कथित तौर पर एक पुलिस अधिकारी की मिलीभगत से फर्जी मतदान हुआ। उन्होंने दावा किया कि जब उन्होंने इसका विरोध किया तो उन पर ग्लास फेंका गया। चौटाला ने बताया कि उन्होंने संबंधित निर्वाचन अधिकारी से इसकी शिकायत की है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने आज सुबह लोगों से बड़ी संख्या में मतदान करके लोकतंत्र का उत्सव मनाने का आह्वान किया था।