विशाखापट्टनम गैस लीक कांड: FIR में कंपनी के किसी कर्मचारी का नाम नहीं, धुआं और बदबूदार हवा को बताया हादसे की वजह
By पल्लवी कुमारी | Published: May 13, 2020 09:00 AM2020-05-13T09:00:34+5:302020-05-13T09:00:34+5:30
Visakhapatnam Vizag Gas Leak: आंध्र प्रदेश के एलजी पॉलिमर्स कंपनी विशाखापट्टनम के वेंकटपुरम नाम के गांव में स्थित है। जहां 7 मई की सुबह गैस लीकेज की घटना हुई। जिसमें 11 लोगों की मौत की पुष्टी हुई है।
विशाखापट्टनम: आंध्र प्रदेश के विशाखापट्टनम में स्थित एलजी पॉलिमर्स कंपनी की फैक्ट्री में गैस लीक होने से 11 लोगों की मौत हो गई थी। हादसा 7 मई की सुबह हुई थी। शुरुआती जांच में ऐसा बताया जा रहा था कि ये हादसा एक स्टाइरिन गैस लीक होने की वजह से हुआ। इस हादसे की जांच के लिए राज्य सरकार की ओर से एक उच्च स्तरीय जांच कमेटी का गठन किया गया था। लेकिन इस घटना को लेकर स्थानीय पुलिस ने गोपालपट्टनम थाने में एफआईआर (FIR) दर्ज की है। इस एफआईआर में एलजी पॉलिमर्स कंपनी के किसी भी कर्मचारी या मालिक का नाम नहीं है। एफआईआर में इस हादसे के लिए धुआं और बदबूदार हवा को जिम्मेदार ठहराया गया है।
इंडियन एक्सप्रेस में छपी रिपोर्ट के मुताबिक, 7 मई ( हादसे वाला दिन) की सुबह स्थानीय पुलिस द्वारा 7 बजे दर्ज किया गया था। पुलिस रिकॉर्ड के अनुसार घटना के लगभग पांच घंटे बाद। पुलिस ने एफआईआर में लिखा,'' तकरीबन 03.30 बजे एलजी पॉलिमर कंपनी से कुछ धुआं निकला, जो काफी बदबूदार (Bad smell) था। जिस कारण से पड़ोसी गांव वाले प्रभाावित हुए। बदबूदार हवा ने लोगों की जिंदगी को खतरे में डाल दी। डर के कारण, सभी गांव वाले घरों से भाग गए। घटना में, 5 व्यक्तियों की मौत हो गई और शेष लोगों को अस्पतालों में भर्ती कराया गया है।''
बता दें कि एफआईआर में पांच लोगों की मौत की पुष्टि हुई है लेकिन जिस वक्त एफआईआर दर्ज हुई, उस वक्त तक 10 लोगों की मौत हो चुकी थी।
FIR में स्टाइरिन गैस का जिक्र तक नहीं, कंपनी के किसी भी स्टॉफ का नाम नहीं
एफआईआर में स्टाइरीन का जिक्र तक नहीं किया गया है। जबकि घटना के दिन पुलिस अधिकारियों ने इस गैस की उपस्थिति की पुष्टि की थी। एफआईआर में एलजी पॉलिमर्स कंपनी के किसी भी कर्मचारी का नाम भी नहीं है।
घटना के कुछ घंटे बाद ही NDRF के महानिदेशक एसएन प्रधान ने कहा था कि विशाखापट्टनम की घटना स्टाइरि गैस लीकेज की घटना है जो प्लाटिक का कच्चा माल है। ये फैक्ट्री लॉकडाउन के बाद खुली थी, लगता है रीस्टार्ट होने के क्रम में गैस लीक हुई है।
प्राथमिकी आईपीसी की धारा 278 (वातावरण को स्वास्थ्य के लिए हानिकारक बनाते हुए), 284 (जहरीले पदार्थ के संबंध में लापरवाहीपूर्ण आचरण), 285 (खतरे में डालने वाली वस्तु के साथ किसी भी तरह का काम), 304-II के तहत दर्ज की गई है।
विशाखापट्टनम के चीफ इंस्पेक्टर ने कहा, लॉकडाउन के बाद एलजी पॉलिमर्स कंपनी की फैक्ट्री को सुरक्षित खोलने और चलाने की जिम्मेदारी एलजी पॉलिमर्स कंपनी के जनरल मैनेजर और ऑपरेशंस डायरेक्टर पी.पी चंद्रदेव राव की थी। लेकिन वह 6-7 मई (हादसे की रात) की रात को कारखाने में मौजूद नहीं थे। एलजी पॉलिमर्स कंपनी विशाखापट्टनम के वेंकटपुरम नाम के गांव में स्थित है।