पीएम मोदी के बयान पर भगोड़े माल्या का तंज, कहा- जब मेरी 14 हजार करोड़ की संपत्ति जब्त कर ली तो फिर बयानबाजी क्यों?
By आदित्य द्विवेदी | Published: March 31, 2019 10:51 AM2019-03-31T10:51:48+5:302019-03-31T13:35:53+5:30
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने एक इंटरव्यू में कहा था कि माल्या का कर्ज 9 हजार करोड़ का था लेकिन हमारी सरकार ने 14 हजार करोड़ की संपत्ति जब्त की। इस बयान पर माल्या ने पीएम मोदी और प्रवक्ताओं पर गुस्सा जाहिर किया है।
भगोड़े कारोबारी विजय माल्या ने पीएम मोदी के ताजा बयान से गुस्सा जाहिर करते हुए तंज कसा है। उन्होंने कहा कि अगर 9 हजार करोड़ के कर्ज के बदले सरकार ने 14 हजार करोड़ की संपत्ति जब्त कर ली है तो फिर सरकार बयानबाजी क्यों कर रही है। बता दें कि पीएम मोदी ने एक टीवी चैनल को दिए इंटरव्यू में कहा था कि माल्या का कर्ज तो 9 हजार करोड़ था लेकिन हमारी सरकार ने दुनिया भर में उसकी 14 हजार करोड़ की संपत्ति जब्त की है।
विजय माल्या ने दो ट्वीट के जरिए अपनी बात कही। उन्होंने लिखा, 'मैंने पीएम मोदी का इंटरव्यू देखा जिसमें वो मेरा नाम लेकर बोल रहे हैं कि मैंने 9 हजार करोड़ रुपये का कर्ज लिया और उनकी सरकार ने मेरी 14 हजार करोड़ की संपत्ति जब्त कर ली। सबसे बड़ी अथॉरिटी ने पूरी रिकवरी की बात कह दी है। लेकिन बीजेपी के प्रवक्ता पुराना राग क्यों आलाप रहे हैं?
माल्या ने आगे लिखा, 'भारत में मुझे पोस्टर ब्वॉय बना दिया गया है। मैंने जितना लोन लिया था उसकी रिकवरी हो चुकी है। इस बात की पुष्टि खुद पीएम मोदी कर चुके हैं।'
I humbly submit that my assertion that I am a poster boy is fully vindicated by the PM’s own statement about me (by name)that his Govt has recovered more than what I allegedly owe the Banks. Fact that I have been a UK resident since 1992 ignored. Suits the BJP to say I ran away.
— Vijay Mallya (@TheVijayMallya) March 31, 2019
पीएम मोदी ने रिपब्लिक भारत को दिए इंटरव्यू में कहा था, 'देश से नीरव मोदी और विजय माल्या इसलिए भागे, क्योंकि सरकार ने कड़े कानून बनाए थे। हमने विजय माल्या के लिए कर्ज़ से ज्यादा संपत्ति जब्त की। माल्या का कर्ज़ तो 9 हज़ार करोड़ था, लेकिन हमारी सरकार ने दुनिया भर में उनकी 14 हज़ार करोड़ की संपत्ति जब्त की। पहले भी लोग भागते थे और सरकारें नाम तक नहीं बताती थीं। हमने तो कदम उठाए इसलिए भागना पड़ रहा है।'