यूपी के तीसरे कार्यवाहक डीजीपी बने विजय कुमार, सीएम योगी आदित्यनाथ ने दिया आदेश
By राजेंद्र कुमार | Published: May 31, 2023 03:00 PM2023-05-31T15:00:43+5:302023-05-31T15:13:31+5:30
डॉ. देवेंद्र सिंह चौहान बीती 31 मार्च को रिटायर हुए तो सरकार ने डॉ.आरके विश्वकर्मा कार्यवाहक डीजीपी बना दिया था। उनके रिटायर होने के पहले ही फिर से यूपी में स्थायी डीजीपी की तैनाती को लेकर चर्चा होने लगी थी। लेकिन सूबे की सरकार ने स्थायी डीजीपी की तैनाती के लिए यूपीएससी को कोई पैनल ही नहीं भेजा था तो यह माना गया कि मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने फिर से सूबे में कार्यवाहक डीजीपी तैनात मन बना लिया है।

फोटो सोर्स: ANI फाइल फोटो
लखनऊ: देश के सबसे बड़े राज्य उत्तर प्रदेश को एक बार फिर कार्यवाहक पुलिस महानिदेशक (डीजीपी) मिला है। राज्य के कार्यवाहक डीजीपी डॉ.आरके विश्वकर्मा के रिटायर होने वाले दिन यानी कि 31 मई को मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने 1988 बैच के आईपीएस विजय कुमार को कार्यवाहक डीजीपी बनाए जाने का फैसला किया है। विजय कुमार वर्तमान में डीजी विजलेंस और डीजी सीबीसीआईडी का दायित्व सँभाल रहे हैं, अब वह इन दोनों दायित्वों को संभालते हुए कार्यवाहक डीजीपी के रुप में पुलिस फोर्स की ज़िम्मेदारी भी संभालेंगे। उनका रिटायरमेंट अगले साल जनवरी में हैं।
सोमवार को ही विजय कुमार संभालेंगे नई जिम्मेदारी
चर्चा है कि मुख्यमंत्री उन्हें सूबे का डीजीपी बनाए जाने के लिए जल्दी ही संघ लोक सेवा आयोग (यूपीएससी) को प्रस्ताव भेजेंगे। गृह विभाग के अधिकारियों के अनुसार, विजय कुमार बुधवार को ही अपनी नई ज़िम्मेदारी को संभालेंगे और बीते 13 महीनों में वह यूपी के कार्यवाहक डीजीपी बनने वाले तीसरे अधिकारी होंगे।
विजय कुमार के यूपी की पुलिस फोर्स का कार्यवाहक डीजीपी बनने से बीते एक माह से डीजीपी की तैनाती को लेकर चल रही चर्चाओं पर विराम लग गया है। बीते एक साल से यूपी के डीजीपी की कुर्सी पर किस अफसर की तैनाती होगी? इसे लेकर अटकले लगाई जा रही है। इसकी शुरुआत 12 मई 2022 को डीजीपी की कुर्सी से अचानक ही मुकुल गोयल को हटाए जाने से हुई थी।
मुकुल गोयल को हटाकर डॉ. देवेंद्र सिंह चौहान को दी गई थी जिम्मेदारी
फरवरी 2024 में रिटायर होने वाले मुकुल गोयल को योगी सरकार ने उन्हे शासकीय कार्यों की अवहेलना करने, विभाग से जुड़े कार्यों में रुचि ना दिखने और अकर्मण्यता के चलते हटाया था। और तब डीजी इंटेलिजेंस डॉ. देवेंद्र सिंह चौहान को कार्यवाहक डीजीपी बनाया गया था।
यूपीएससी को कोई पैनल नहीं भेजे जाने से संकेत मिल गए थे
डॉ. देवेंद्र सिंह चौहान बीती 31 मार्च को रिटायर हुए तो सरकार ने डॉ.आरके विश्वकर्मा कार्यवाहक डीजीपी बना दिया था। उनके रिटायर होने के पहले ही फिर से यूपी में स्थायी डीजीपी की तैनाती को लेकर चर्चा होने लगी थी। लेकिन सूबे की सरकार ने स्थायी डीजीपी की तैनाती के लिए यूपीएससी को कोई पैनल ही नहीं भेजा था तो यह माना गया कि मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने फिर से सूबे में कार्यवाहक डीजीपी तैनात मन बना लिया है। जिसके तहत ही उन्होने बुधवार को विजय कुमार को कार्यवाहक डीजीपी बनाए जाने की फाइल पर अपनी सहमति जता दी है।
रेस में कई और नाम भी हैं शामिल
मान जा रहा है कि अब जल्दी ही विजय कुमार को सूबे का डीजीपी बनाए जाने के प्रस्ताव को यूपीएससी को भेजा जाएगा। हालांकि सूबे के विशेष डीजीपी प्रशांत कुमार भी डीजीपी बनाए जाने की रेस में शामिल हैं। 1990 बैच के प्रशांत कुमार वर्तमान में कानून व्यवस्था सहित कई अन्य दायित्व भी संभाल रहे हैं। वह मुख्यमंत्री के चहेते अफसरों में शुमार किए जाते हैं और मुख्यमंत्री उन्हे डीजीपी की कुर्सी पर देखना भी चाहते हैं। अब देखना यह है कि मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ विजय कुमार कि डीजीपी बनाए जाने के लिए यूपीएससी को प्रस्ताव कब भेजते हैं।
फिलहाल जब तक इस संबंध में प्रदेश सरकार की तरफ से यूपीएससी की तरफ से कोई प्रस्ताव नहीं भेजा जाएगा, तब तक विजय कुमार यूपी के कार्यवाहक डीजीपी बने रहेंगे। कार्यवाहक डीजीपी के रूप में सबसे अधिक ग्यारह माह तक डॉ. देवेंद्र सिंह चौहान तैनात रहे हैं. अब देखना यह है कि विजय कुमार कार्यवाहक डीजीपी का यह रिकार्ड तोड़ेंगे या वह जल्दी ही सूबे का स्थायी डीजीपी बनेंगे।