चीन और पाकिस्तान से लगी सीमा पर चौकस इंतजाम, करीब 950 सैनिकों को लेकर विशेष ट्रेन बेंगलुरु से जम्मू रवाना, सेना प्रमुख नरवणे पहुंचे LOC
By भाषा | Published: April 17, 2020 08:28 PM2020-04-17T20:28:11+5:302020-04-17T20:28:11+5:30
कोरोना वायरस और लॉकडाउन के बीच भारतीय सेना ने सीमा पर चौकसी बढ़ा दी है। पाकिस्तान और चीन सीमा पर खासा इंतजाम किया गया है। लगभग 1000 जवान जम्मू और कश्मीर पहुंच गए हैं।
नई दिल्लीः करीब 950 सैनिकों को लेकर एक विशेष ट्रेन शुक्रवार को बेंगलुरु से जम्मू रवाना हुयी। इन सैनिकों को पाकिस्तान से लगी सीमा पर तैनात किया जाएगा। अधिकारियों ने यह जानकारी दी।
उन्होंने कहा कि एक अन्य विशेष ट्रेन शनिवार को बेंगलुरु से ही चलेगी जो सैनिकों को पूर्वोत्तर क्षेत्र तक ले जाएगी ताकि उन्हें चीन के साथ लगी सीमा पर तैनात किया जा सके। आधिकारिक सूत्रों ने कहा कि गृह मंत्रालय और रेलवे से मंजूरी के बाद ट्रेनों को व्यवस्था की गयी ताकि दोनों देशों से लगती सीमाओं पर जवानों की तैनाती की जा सके।
कोरोना वायरस महामारी के मद्देनजर राष्ट्रव्यापी लॉकडाउन (बंद)के कारण रेलवे ने सभी यात्री ट्रेनों को तीन मई तक के लिए रद्द कर दिया है। सूत्रों ने कहा कि सेना के जवान बेंगलुरु, बेलगाम और सिकंदराबा में सैन्य प्रशिक्षण संस्थानों में पेशेवर पाठ्यक्रम पूरा करने के बाद अपनी फील्ड ड्यूटी में लौट रहे हैं। सूत्रों ने कहा कि सभी जवानों को अनिवार्य रूप से पृथकवास अवधि से गुजरना पड़ा और वे फिट हैं। ट्रेन 20 अप्रैल को जम्मू पहुंचेगी। दूसरी ट्रेन न्यू जलपाईगुड़ी होते हुए गुवाहाटी तक जाएगी।
भारतीय सेना ने कोरोना वायरस महामारी से अपने 13 लाख कर्मियों को बचाने के लिए कई उपाय किए हैं। भारतीय सेना ने बृहस्पतिवार को अपने सभी सैन्य प्रतिष्ठानों, छावनियों, मुख्यालयों और फील्ड यूनिटों को निर्देश दिया था कि लॉकडाउन संबंधी सरकार के ताजा दिशानिर्देशों के मद्देनजर 19 अप्रैल तक बलों की आवाजाही पर पूरी तरह से रोक रहेगी।
सेना प्रमुख ने कश्मीर में नियंत्रण रेखा पर सुरक्षा हालात की समीक्षा की
सेना प्रमुख जनरल एमएम नरवणे ने शुक्रवार को कश्मीर में नियंत्रण रेखा (एलओसी) के आसपास सुरक्षा हालात की समीक्षा की। रक्षा प्रवक्ता कर्नल राजेश कालिया ने बताया, ‘‘ दो दिवसीय कश्मीर दौरे के दूसरे दिन नरवणे ने घुसपैठ रोकने के लिए उठाए जा रहे कदमों सहित नियंत्रण रेखा के आसपास के सुरक्षा हालात की समीक्षा की।’’
उन्होंने बताया कि सेना प्रमुख ने उत्तरी सैन्य कमांडर लेफ्टिनेंट जनरल वाईके जोशी और चिनार कॉर्प के कमांडर लेफ्टिनेंट जनरल बीएस राजू के साथ विभिन्न सैन्य ठिकानों और इकाइयों का दौरा किया। कालिया ने बताया कि स्थानीय कमांडरों ने नरवणे को मौजूदा सुरक्षा हालात और आतंकवादियों की घुसपैठ रोकने के लिए उठाए गए कदमों की जानकारी दी।
उन्होंने बताया कि सेना प्रमुख को संघर्ष विराम उल्लंघन, जवाबी कार्रवाई, घुसपैठ रोधी अभियान और ऐसे अभियानों की तैयारी के बारे में जानकारी दी गई। कालिया ने बताया कि बर्फ से ढंकी पहाड़ियों पर तैनात सैनिकों से संवाद करते हुए सेना प्रमुख ने उनकी कड़ी निगरानी और सतर्कता की प्रशंसा की। उन्होंने बताया कि नरवणे सीमा पार से किसी भी दुस्साहसी कार्रवाई का कड़ा जवाब देने के लिए कमांडरों द्वारा की गई तैयारी से भी प्रभावित दिखे।