'...1962 से आज दो-दो हाथ हो जाए', राहुल गांधी के 'सरेंडर मोदी' वाले ट्वीट पर गृहमंत्री अमित शाह ने किया चैलेंज
By स्वाति सिंह | Published: June 28, 2020 12:48 PM2020-06-28T12:48:59+5:302020-06-28T13:08:08+5:30
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर भारतीय भू्-भाग चीन को सौंपे जाने का आरोप लगाने के एक दिन बाद कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने उन पर तंज कसते हुए कहा था कि नरेंद्र मोदी वास्तव में ‘‘सरेंडर मोदी’’ हैं। इसपर अमित शाह ने पलटवार किया है।
नई दिल्ली: केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह ने रविवार को कांग्रेस सांसद के 'सरेंडर मोदी' वाले बयान पर पलटवार किया है। शाह ने कहा, 'पार्लियामेंट होनी है, चर्चा करनी है तो आइए, करंगे। सन 1962 से आज दो-दो हाथ हो जाएं। गृह मंत्री ने समाचार एजेंसी एएनआई को दिए इंटरव्यू में ये बात कही। बता दें कि कांग्रेस सांसद राहुल गांधी लगातार मोदी सरकार पर सवाल उठा रहे हैं।
बीते हफ्ते, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर भारतीय भू्-भाग चीन को सौंपे जाने का आरोप लगाने के एक दिन बाद कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने उन पर तंज कसते हुए कहा था कि नरेंद्र मोदी वास्तव में ‘‘सरेंडर मोदी’’ हैं। राहुल गांधी ने एक ट्वीट में यह कहा, जिसमें उन्होंने एक विदेशी प्रकाशन के आलेख को भी संलग्न किया है। उसका शीर्षक है ‘‘भारत की चीन के प्रति तुष्टीकरण की नीति का खुलासा हुआ।’’
#WATCH “Parliament honi hai, charcha karni hai to aaiye, karenge. 1962 se aaj tak do-do haath ho jayein...,” HM Amit Shah on Rahul Gandhi’s “Surender Modi” tweet .
— ANI (@ANI) June 28, 2020
Full interview with ANI Editor Smita Prakash to be released at 1 pm pic.twitter.com/ngGYyqkwQq
उन्होंने ट्वीट किया, ‘‘नरेंद्र मोदी वास्तव में सरेंडर मोदी हैं।’’ उन्होंने ट्विटर पर यह भी लिखा, ‘‘ प्रधानमंत्री ने कहा- ना कोई देश में घुसा, ना ही हमारी ज़मीन पर किसी ने कब्ज़ा किया। लेकिन सैटेलाइट फ़ोटो साफ़ दिखाती हैं कि चीन ने पैंगोंग त्सो के पास भारत माता की पावन धरती पर कब्ज़ा कर लिया है।’’ राहुल गांधी ने दूसरे ट्वीट के साथ एक समाचार चैनल का ‘क्लिप’ पोस्ट किया जिसमें सेटेलाइट तस्वीरों की मदद से चीनी कब्जे में भारतीय क्षेत्र को दर्शाया गया है।
गौरतलब है कि प्रधानमंत्री मोदी ने लद्दाख मामले पर बुलाई गई सर्वदलीय बैठक में कहा था कि न कोई हमारे क्षेत्र में घुसा और न ही किसी ने हमारी चौकी पर कब्जा किया है। राहुल गांधी ने प्रधानमंत्री मोदी की सर्वदलीय बैठक में दिए गए बयान को लेकर ट्वीट किया था, ‘‘प्रधानमंत्री ने चीनी आक्रामकता के आगे भारतीय भू-भाग चीन को सौंप दिया है। अगर भूमि चीन की थी: तो हमारे सैनिक क्यों मारे गए? वे कहां मारे गए?'' लद्दाख में भारत-चीन सीमा पर स्थिति के बारे में चर्चा करने के लिए शुक्रवार को हुई सर्वदलीय बैठक पर सरकार ने एक बयान में कहा, ‘‘शुरू में ही प्रधानमंत्री ने स्पष्ट किया था कि न तो वहां हमारी सीमा में कोई घुसा हुआ है, न ही हमारी कोई चौकी किसी दूसरे के कब्जे में है।’’
पीएमओ ने स्पष्ट किया कि एलएसी के संबंध में मोदी की टिप्पणियों का आशय हमारे सशस्त्र बलों की वीरता के परिणामस्वरूप उत्पन्न स्थिति से था, जिन्होंने गलवान घाटी में अतिक्रमण की चीनी सैनिकों की कोशिश को विफल कर दिया। पूर्वी लद्दाख के अनेक क्षेत्रों में भारत और चीन की सीमाओं के बीच करीब छह हफ्ते से गतिरोध की स्थिति बनी हुई है। लद्दाख की गलवान घाटी में 15 जून की रात चीनी सैनिकों के साथ हुई हिंसक झड़प में एक कर्नल सहित 20 भारतीय सैन्य कर्मी शहीद हो गए थे, जिसके बाद दोनों देशों के बीच तनाव बहुत बढ़ गया।