'मोदी मुसलमानों से नफरत करते है', कांग्रेस प्रवक्ता के विवादित बयान के बढ़ा विवाद, बीजेपी ने उठाई कार्रवाई की मांग
By स्वाति सिंह | Published: July 6, 2020 07:28 PM2020-07-06T19:28:00+5:302020-07-06T19:34:33+5:30
पीएम मोदी के खिलाफ इस्तेमाल की जाने वाली भाषा पर तंज कसते हुए भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) ने शमा मोहम्मद के खिलाफ कार्रवाई की मांग की है।
नई दिल्ली: एक प्राइवेट टीवी चैनल पर बहस के दौरान कांग्रेस प्रवक्ता शमा मोहम्मद ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के खिलाफ एक सांप्रदायिक टिप्पणी की है। इसके बाद से विवाद खड़ा हो गया है।
पाकिस्तान के खिलाफ पीएम मोदी के लगातार सख्त रुख पर सवाल उठाते हुए कांग्रेस नेता ने पूछा कि "पीएम ने कई बार कहा है कि पाकिस्तान को सबक सिखाया जाएगा। क्या ऐसा इसलिए है क्योंकि पाकिस्तान मुस्लिम बहुल देश है?"
पीएम मोदी के खिलाफ इस्तेमाल की जाने वाली भाषा पर तंज कसते हुए भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) ने शमा मोहम्मद के खिलाफ कार्रवाई की मांग की है। टीवी डिबेट की क्लिप को ट्वीट करते हुए भाजपा प्रवक्ता संबित पात्रा ने 'गद्दार मानसिकता' पर सवाल उठाया।
मित्रों,
— Sambit Patra (@sambitswaraj) July 5, 2020
कांग्रेस की राष्ट्रीय प्रवक्ता कह रहीं है “..मोदी केवल पाकिस्तान को ही धमकाते है ..क्योंकि पाकिस्तान एक मुस्लिम देश है और मोदी मुसलमानो से नफ़रत करते है ..”
अगर ये सोच है “माँ-बेटे” की तो इन्हें #jaychand क्यों न कहा जाए? pic.twitter.com/DAkHTa4gnu
पात्रा ने लिखा, 'मित्रों, कांग्रेस की राष्ट्रीय प्रवक्ता कह रहीं है...'मोदी केवल पाकिस्तान को ही धमकाते है ।।क्योंकि पाकिस्तान एक मुस्लिम देश है और मोदी मुसलमानो से नफ़रत करते है।” अगर ये सोच है “माँ-बेटे” की तो इन्हें #jaychand क्यों न कहा जाए?
वहीं, टाइम्स नाउ से बातचीत के दौरान अपना पक्ष रखने के लिए शमा मोहम्मद ने किसी भी सवाल का जवाब देने से इनकार कर दिया और कहा "मैं इस बकवास के खिलाफ कोई प्रतिक्रिया नहीं दूंगी। मेरे लिए बहुत बहुत धन्यवाद।"
उत्तर भारतीय वोटर कम पढ़े-लिखे: शमा मोहम्मद
इससे पहले साल 2019 में लोकसभा चुनाव के दौरान एक टीवी डिबेट के दौरान शमा मोहम्मद ने दावा था किया कि उत्तर भारतीय मतदाता कम शिक्षित हैं, जो मोदी सरकार द्वारा किए गए प्रचार से आसानी से प्रभावित हो गए और आसानी से उनकी ओर मुड़ गए। उन्होंने दावा किया था कि उत्तर भारत के मतदाता दक्षिण भारतीयों की तुलना में कम पढ़े-लिखे हैं। उन्होंने कहा कि उत्तर भारत के लोगों को व्हाट्सएप के मैसेजों और बालाकोट एयर स्ट्राइक की बातों वाले प्रचार द्वारा आसानी से प्रभावित होने का संकेत मिलता है।
बता दें कि शमा ने 2015 में भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस में शामिल होकर अपने राजनीतिक करियर की शुरुआत की। वह कांग्रेस की मीडिया पैनलिस्ट हैं और अक्सर पार्टी के प्रतिनिधि के रूप में लाइव टेलीविज़न बहस पर दिखाई देती हैं।