उपराष्ट्रपति वेंकैया नायडु ने संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद एवं अन्य वैश्विक निकायों में सुधार की वकालत की
By भाषा | Published: November 25, 2021 09:27 PM2021-11-25T21:27:24+5:302021-11-25T21:27:24+5:30
नयी दिल्ली, 25 नवंबर उपराष्ट्रपति एम वेंकैया नायडु ने संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद एवं अन्य महत्वपूर्ण अंतरराष्ट्रीय संगठनों में सुधार की वकालत करते हुए बृहस्पतिवार को कहा कि इनमें सुधार की जरूरत है ताकि ये समकालीन वास्तविकताओं का प्रदर्शन कर सकें और मौजूदा चुनौतियां का सामना कर सकें।
13वें एएसईएम शिखर बैठक को डिजिटल माध्यम से संबोधित करते हुए वेंकैया नायडु ने कहा कि विश्व तेज आर्थिक विकास और तकनीकी एवं सुरक्षा चुनौतियों से जूझ रहा है तथा मौजूदा बहुद्देश्यीय प्रणाली इन चुनौतियों से प्रभावी ढंग से निपटने में खुद को कमजोर पा रही है।
उन्होंने सुधार युक्त बहुद्देश्यीय ढांचा के मार्गदर्शक सिद्धांत की जरूरत को रेखांकित करते हुए कहा कि भारत मौजूदा संस्थागत वैश्विक प्रणाली में सार्थक बदलाव के लिए लगातार प्रयास करता रहा है।
नायडु ने यह भी कहा कि महामारी ने अविश्वनीय वैश्विक आपूर्ति तंत्र की पोल खोल दी है। असमान वैक्सीन वितरण से यह सामने आ गया है कि वैश्विक एकता व सशक्त बहुदेशीय प्रणाली की जरूरत है।
डिजिटल माध्यम से आयोजित दो दिवसीय इस सम्मेलन की मेजबानी कंबोडिया कर रहा है। इस सम्मेलन में भारतीय शिष्टमंडल का नेतृत्व उपराष्ट्रपति कर रहे हैं ।
उपराष्ट्रपति ने कहा कि महामारी के बाद की दुनिया की बहुदेशीय प्रणाली से जुड़ी जरूरतें अलग होंगी।
उन्होंने कहा कि ऐसे में आर्थिक गतिविधियों को प्रोत्साहित करने के प्रयास के साथ आजीविका सुरक्षा को बेहतर बनाने की जरूरत है।
नायडु ने विविधतापूर्ण एवं एक दूसरे पर निर्भर दुनिया की चुनौतियों के संदर्भ में कहा कि दुनिया पुरानी व्यवस्था से इनका मुकाबला नहीं कर सकता । उन्होंने अंतरराष्ट्रीय सहयोग को पुन:निर्धारण करने एवं आकांक्षाओं के आगे विस्तार की त्वरित जरूरत बतायी ।
उन्होंने अंतर्राष्ट्रीय आर्थिक सहयोग के लिए चार महत्वपूर्ण जरूरतों पर जोर दिया। उन्होंने कहा कि लचीली और विश्वसनीय आपूर्ति प्रणाली, स्वास्थ्य सुरक्षा, विकास के लिए डिजिटल सुविधाओं पर जोर देने के साथ हरित व टिकाऊ आर्थिक सुधार जरूरी है।
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