राम मंदिर पर वरुण गांधी ने कहा-'भगवान राम केवल हिंदुओं के नहीं, शिलान्यास सपने के सच होने जैसा'
By लोकमत न्यूज़ डेस्क | Published: August 28, 2020 06:45 PM2020-08-28T18:45:45+5:302020-08-28T18:45:45+5:30
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने अयोध्या में पांच अगस्त 2020 को राम मंदिर के निमार्ण के लिए भूमिपूजन कार्यक्रम में हिस्सा लिया। राम मंदिर को बनने में लगभग 3 साल का वक्त लगेगा।
नई दिल्ली: भारतीय जनता पार्टी (BJP) के नेता और पीलीभीत से सांसद वरुण गांधी ने कहा है कि इतने साल के संघर्ष के बाद अयोध्या में राम मंदिर का निर्माण होते देखना हनुमान जी के भक्त के तौर पर उनके लिए स्वप्न का साकार होने जैसा है। वरुण गांधी ने कहा, अगस्त 1947 में भारत का नियति से साक्षात्कार (ट्रिस्ट विद डेस्टिनी) हुआ था। अब भारत का पुनर्जागरण हुआ है और यह अपनी सभ्यताओं के साथ फिर संपर्क स्थापित कर रहा है। पांच अगस्त को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने राम मंदिर के लिए भूमिपूजन अयोध्या में किया था।
वरुण गांधी ने पीटीआई-भाषा एजेंसी को इंटरव्यू देते हुए कहा कि अयोध्या विवाद का सफल समाधान भारत की शासन व्यवस्था, लोकतंत्र और न्यायपालिका के लिए ऐतिहासिक है, वहीं यह हमारे देश में विभिन्न समुदायों के लोगों के बीच प्रशंसनीय एकजुटता भी प्रदर्शित करता है।
वरुण गांधी ने कहा, हनुमानजी के भक्त के रूप में राम जन्मभूमि मंदिर का शिलान्यास मेरे लिए सपने के साकार होने जैसा है। भगवान राम केवल हिंदुओं के नहीं हैं।
भारत-चीन तनाव को लेकर क्या बोले वरुण गांधी
सांसद वरुण गांधी ने कहा कि भारत एकमात्र देश है जो सीमा पर अपने सैनिकों की ताकत की बदौलत चीन से नजरें मिलाकर देख सका है और चीन को अपने शक्तिशाली पड़ोसी को उकसाने की रणनीतिक भूल माननी पड़ेगी।
वास्तविक नियंत्रण रेखा पर भारत और चीन के बीच गतिरोध पर वरुण गांधी ने कहा कि चीन ने पिछले कुछ समय में अधिकतर सीमावर्ती क्षेत्रों में बहुत आक्रामकता दिखाई है और दक्षिण चीन सागर, सेंकाकू द्वीपसमूह, ताईवान और तिब्बत में तनाव है लेकिन भारत एकमात्र देश है जो अपने सीमा पर तैनात सैनिकों के माध्यम से चीन से नजरें मिला सका है।
वरुण गांधी ने कहा, नीतिगत मामलों के कई टिप्पणीकार चीन की सशस्त्र ताकत को लेकर आशंकाएं जाहिर करते हैं, लेकिन अक्सर यह भुला दिया जाता है कि भारत के पास दुनिया की सबसे बड़ी और सर्वाधिक अनुभवी पहाड़ों पर लड़ सकने वाली सेना है।
गलवान घाटी में भारत के सैनिकों की शहादत का उल्लेख करते हुए वरुण गांधी ने कहा कि उन्हें विश्वास है कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में भारत के सशस्त्र बल चीन को भारत को उकसाने की रणनीतिक भूल को मनवा लेंगे। वरुण ने कहा कि चीन को इसका खामियाजा भुगतना पड़ेगा और वह एक साझेदार के रूप में भारत जैसी आर्थिक महाशक्ति को खो देगा, वहीं मोदी सरकार का रक्षा बलों को सशक्त बनाने पर जोर तथा पूरी रणनीतिक भावमुद्रा में बदलाव हमें दीर्घकालिक रूप में सक्षम बनाएगा।
(पीटीआई-भाषा इनपुट के साथ)