वंदे भारत मिशन: बांग्लादेश के ढाका से 129 यात्रियों को लेकर एयर इंडिया की एक फ्लाइट पहुंची दिल्ली एयरपोर्ट

By अनुराग आनंद | Published: May 9, 2020 03:58 PM2020-05-09T15:58:58+5:302020-05-09T15:58:58+5:30

भारत सरकार ने कहा है कि वंदे भारत मिशन के दूसरे चरण के तहत 15 मई से मध्य एशिया के साथ ही विभिन्न यूरोपीय देशों में फंसे भारतीय नागरिकों को वापस लाएगा।

Vande bharat Mission: An Air India flight from Dhaka, Bangladesh, carrying 129 passengers, reached Delhi Airport | वंदे भारत मिशन: बांग्लादेश के ढाका से 129 यात्रियों को लेकर एयर इंडिया की एक फ्लाइट पहुंची दिल्ली एयरपोर्ट

सांकेतिक तस्वीर

Highlightsभारत अगले सप्ताह कजाकस्तान, उज्बेकिस्तान, रूस, जर्मनी, स्पेन और थाईलैंड सहित विभिन्न देशों में फंसे लोगों को लाएगा।सूत्रों ने कहा कि शुक्रवार की शाम तक कुल 67,833 भारतीय वापसी के लिए सरकारी मापदंड के तहत पात्र पाए गए।

नई दिल्ली: दुनिया भर में फैले कोरोना महामारी के बीच भारत सरकार ने दूसरे देश में फंसे अपने लोगों को निकालने के लिए वंदे भारत मिशन की शुरुआत कर दी है। आज इसी मिशन के तहत बंग्लादेश की राजधानी ढाका से करीब 129 लोगों को लेकर भारतीय फ्लाइट देश की राजधानी दिल्ली स्थित इंदिरा गांधी नेशनल हवाई अड्डा पर उतरी है।

बता दें कि भारत सरकार ने कहा है कि वंदे भारत मिशन के दूसरे चरण के तहत 15 मई से मध्य एशिया के साथ ही विभिन्न यूरोपीय देशों में फंसे भारतीय नागरिकों को वापस लाएगा। आधिकारिक सूत्रों ने शुक्रवार को यह जानकारी दी। उन्होंने कहा कि भारत अगले सप्ताह अपने इस मिशन का विस्तार करेगा ताकि कजाकस्तान, उज्बेकिस्तान, रूस, जर्मनी, स्पेन और थाईलैंड सहित विभिन्न देशों में फंसे भारतीयों को वापस लाया जा सके।

सूत्रों ने कहा कि शुक्रवार की शाम तक कुल 67,833 भारतीय वापसी के लिए सरकारी मापदंड के तहत पात्र पाए गए। उन्होंने वंदे भारत मिशन के तहत उड़ान से निकासी के लिए पंजीकरण कराया है। मालदीव में लगभग 27,000 में से लगभग 4,500 भारतीयों ने वापस आने की इच्छा व्यक्त की है।

सूत्रों ने बताया कि 1,800-2,000 भारतीयों को दो पोतों - आईएनएस जलाश्व और आईएनएस मगर से वापस लाया जाएगा। दोनों पोतों की कुल चार यात्राएं होंगी। सूत्रों ने बताया कि भारतीय नौसेना का पोत आईएनएस जलाश्व लगभग 700 लोगों के साथ शुक्रवार दोपहर माले से कोच्चि के लिए रवाना हुआ। वापसी के लिए सरकार की नीति के अनुसार, गर्भवती महिलाओं, बुजुर्गों, छात्रों और निर्वासन का सामना जैसे "अत्यावश्यक कारणों" की स्थिति में भारतीयों को वापस लाया जा रहा है।

उन्होंने बताया कि मिशन के पहले चरण में सात मई से 15 मई के बीच 12 देशों से लगभग 15,000 लोगों की वापसी होगी। इसके लिए 64 उड़ानों का संचालन होगा। सूत्रों ने बताया कि जिन 67,833 लोगों ने पंजीयन कराया है, उनमें 22,470 छात्र, 15,815 प्रवासी कामगार और 9,250 लोग ऐसे हैं जिनके वीजा की अवधि समाप्त हो रही है। इसके साथ ही 5,531 लोग ऐसे हैं जिन्होंने मेडिकल इमरजेंसी के आधार पर वापसी का अनुरोध किया है। इसके साथ ही पंजीकृत लोगों में 4,147 फंसे हुए पर्यटक, 3,041 गर्भवती महिलाएं और बुजुर्ग और 1,112 ऐसे भारतीय हैं जो परिवार के सदस्यों की मृत्यु के कारण वापस आना चाहते हैं।

विदेश मंत्रालय ने एक ऑनलाइन मंच विकसित किया है, जिस पर भारतीय मिशनों को भारतीय नागरिकों से प्राप्त अनुरोधों को नियमित रूप से अपलोड किया जा रहा है। पहले चरण में, खाड़ी क्षेत्र से कुल 27 उड़ानों से भारतीयों को वापस लाया जाएगा। सूत्रों ने कहा कि इनमें संयुक्त अरब अमीरात से 11 उड़ानें, सऊदी अरब और कुवैत से पांच-पांच तथा बहरीन, कतर और ओमान से दो-दो उड़ानें शामिल हैं।

Web Title: Vande bharat Mission: An Air India flight from Dhaka, Bangladesh, carrying 129 passengers, reached Delhi Airport

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