वडोदरा: फुटपाथ पर 100 बच्चों को फ्री में ऐसे ट्यूशन दे रहा है यह इंजीनियर, 4 साल तक मंदिर में भी पढ़ा चूका है निशुल्क, खुद 5-6 छात्रों की भरता है स्कूल फीस
By आजाद खान | Published: June 26, 2022 09:38 AM2022-06-26T09:38:33+5:302022-06-26T09:44:22+5:30
फुटपाथ पर इस फ्री शिक्षा पर बोलते हुए सिविल इंजीनियर निकुंज त्रिवेदी का कहना है कि वह प्रदेश के गरीब बच्चों को शिक्षित करना चाहते है।
गांधीनगर:गुजरात के वडोदरा में एक सिविल इंजीनियर द्वारा गरीब बच्चों को फ्री में फुटपाथ पर शिक्षा देने की बात सामने आई है। बताया जा रहा कि यह इंजीनियर उन बच्चों की मदद कर रहा है जिनके मां-बाप गरीब है और पढ़ाई के लिए उनके पास पैसे नहीं है। इस पर सिविल इंजीनियर निकुंज त्रिवेदी का कहना है कि वह प्रदेश के गरीब बच्चों को शिक्षित करना चाहते है, इसलिए वह इस तरीके से बच्चों की मदद कर रहे है। आपको बता दें कि उनके क्लास में ट्यूशन लेने के लिए कक्षा केजी से लेकर 10वीं तक के छात्र आते है और ऐसे में उनके पास करीब 100 बच्चे पढ़ाई करते हैं।
बिना कोई फीस के 8 महीने से पढ़ा रहे है बच्चों को
इंडिया डाट काम के मुताबिक, सिविल इंजीनियर निकुंज त्रिवेदी के क्लास में सरकारी और निजी स्कूलों के बच्चे भी पढ़ाई करते है और ऐसे में उनकी यह कोशिश रहती है कि वह हर किसी को सही से समय दे पाएं। वे फ्री में इन बच्चों को फुटपाथ पर ट्यूशन पढ़ाने का काम कर रहे है। रिपोर्ट के अनुसार, निकुंज त्रिवेदी यहां इस फुटपाथ पर पिछले आठ महीने से पढ़ा रहे है। उनके मुताबिक, वे इससे पहले एक मंदिर में भी चार साल तक बच्चों को फ्री में पढ़ाया है।
निकुंज त्रिवेदी का कहना है कि उनके पास वो बच्चे आते है जिनके मां-बाप आर्थिक रूप से कमजोर है, ऐसे में ये छात्र कोई ट्यूशन नहीं ले पाते है। इसलिए वे इन बच्चों को बिना कुछ फीस लिए हुए ही पढ़ाते है।
Gujarat: A civil engineer in Vadodara gives free education to children on a footpath
— ANI (@ANI) June 26, 2022
Around 95-100 children from KG to 10th std come here to study. Some of them go to govt/pvt schools but their parents can't afford tuition,so I teach them for free:Nikunj Trivedi, engineer(25.06) pic.twitter.com/JMQg8ytAkz
5-6 बच्चों की भी देते है फीस, 3 भाषाओं में देते है शिक्षा
रिपोर्ट के अनुसार, निकुंज त्रिवेदी के पास जब केजी के छात्र आते है तो वो उन्हें बेसिक शिक्षा देते है, वहीं वे 5-10 के छात्रों को वे उनके पाठ्यक्रम के मुताबिक उन्हें शिक्षा देते है। त्रिवेदी इन में से छोटे बच्चों को तीन भाषाओं में लिखना-पढ़ना सिखाते है। वे उन्हें गुजराती,अंग्रेजी और हिंदी की शिक्षा देते है। उन्होंने यह भी बताया कि वे आर्थिक रुप से बेहद कमजोर 5-6 छात्रों के स्कूल फीस भी भरते है। जिन छात्रों को त्रिवेदी ने पहले पढ़ाया है आज वहीं छात्र इन बच्चों को शिक्षा देने में उनकी मदद कर रहे है।
काम करके इन बच्चों को दे रहे है शिक्षा
बताया जा रहा है कि त्रिवेदी काम करते हुए इन बच्चों को पढ़ा रहे है। वे अपने नौकरी के बाद समय निकालते है और उसी समय में वह फुटपाथ पर ही क्लास लेना शुरू कर देते है।