उत्तर प्रदेश में अब सिर्फ रविवार को रहेगा कोरोना कर्फ्यू, सोमवार से शनिवार तक सुबह 6 से शाम 10 बजे तक आवाजाही की अनुमति
By सतीश कुमार सिंह | Published: August 11, 2021 05:49 PM2021-08-11T17:49:45+5:302021-08-11T17:51:12+5:30
अलीगढ़, अमेठी, चित्रकूट, एटा, फिरोजाबाद, गोंडा, हाथरस, कासगंज, पीलीभीत, प्रतापगढ़, शामली और सोनभद्र में कोविड का एक भी मरीज शेष नहीं है।
लखनऊः उत्तर प्रदेश सरकार ने बुधवार को राज्य में कोविड -19 की स्थिति में सुधार को ध्यान में रखते हुए दुकानों और व्यावसायिक प्रतिष्ठानों के दो दिवसीय साप्ताहिक बंद में आंशिक छूट दी।
यूपी सरकार के अपर मुख्य सचिव गृह अवनीश के अवस्थी ने कहा कि 14 अगस्त से सोमवार से शनिवार तक सुबह 6 बजे से शाम 10 बजे तक लोगों की आवाजाही की अनुमति है। लोगों को अनिवार्य रूप से मास्क पहनना, सामाजिक दूरी का पालन करना और सैनिटाइटर का उपयोग करना होगा। रविवार लॉकडाउन/कोरोना कर्फ्यू जारी रहेगा।
Movement of people allowed from 6 am-10 pm from Mondays to Saturdays, with effect from 14th Aug. People will mandatorily need to wear masks, observe social distancing & use sanitsier. Sunday lockdown/Corona Curfew to continue: Awanish K Awasthi, Addl Chief Secy, Home, Govt of UP pic.twitter.com/gvYRCvGl23
— ANI UP (@ANINewsUP) August 11, 2021
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने इससे पहले आज गृह विभाग से इस संबंध में विस्तृत दिशा-निर्देश पेश करने को कहा था। जुलाई में सीएम आदित्यनाथ के नेतृत्व वाली सरकार ने दिशानिर्देश जारी किए थे, जिसमें बाजारों, दुकानों और व्यावसायिक प्रतिष्ठानों को सोमवार से शुक्रवार तक सुबह 6 बजे से रात 10 बजे तक काम करने की अनुमति दी गई थी, जबकि शनिवार और रविवार साप्ताहिक बंद के दिन थे।
अपर मुख्य सचिव सूचना नवनीत सहगल ने एक बयान में बताया कि प्रदेश में कोरोना वायरस महामारी पर प्रभावी नियंत्रण बना हुआ है। उन्होंने बताया कि बुधवार को जनपद यह जनपद आज कोविड मुक्त हैं। औसतन हर दिन ढाई लाख से अधिक परीक्षण हो रहे हैं।
विगत 24 घंटे में हुई दो लाख 39 हजार 909 जांच में 59 जिलों में संक्रमण का एक भी नया मामला नहीं पाया गया, जबकि 16 जनपदों में इकाई अंक में मरीज पाए गए। वर्तमान में प्रदेश में उपचाराधीन मामलों की संख्या 505 रह गई है।
बयान के अनुसार बेसिक शिक्षा परिषद के विद्यालयों में कक्षा छठी से आठवीं तक की कक्षाओं में नवीन प्रवेश की प्रक्रिया प्रारंभ कर दी जाए तथा स्थिति का आकलन करते हुए इन विद्यालयों में एक सितंबर से पठन-पाठन शुरू किया जा सकता है।