लॉकडाउन के बीच योगी आदित्यनाथ सरकार ने फ्री की मजदूरों और कामगारों के लिए रोडवेज बस की यात्रा 

By भाषा | Published: March 30, 2020 05:58 AM2020-03-30T05:58:01+5:302020-03-30T05:58:01+5:30

कोरोना संक्रमण के मद्देनजर लागू लॉक डाउन के बाद निजी और सार्वजनिक परिवहन व्यवस्था पूरी तरह ठप होने के कारण बड़ी संख्या में मजदूर और अन्य कामगार लोग बहुत लम्बी—लम्बी दूरी पैदल चलकर अपने घर जा रहे हैं।

Uttar pradesh roadways bus free for laborers and workers amid lockdown | लॉकडाउन के बीच योगी आदित्यनाथ सरकार ने फ्री की मजदूरों और कामगारों के लिए रोडवेज बस की यात्रा 

आनंद विहार बस स्टैंड के बाहर जमा यात्री।

Highlightsउत्तर प्रदेश सरकार लॉकडाउन के बीच दूर-दूर से पैदल अपने घर जा रहे मजदूरों और कामगारों से राज्य सड़क परिवहन निगम की बसों में सफर का कोई किराया नहीं लेगी। निगम के प्रबन्ध निदेशक राज शेखर ने रविवार को बताया कि सरकार ने अपने घर जाने के लिये राज्य के विभिन्न हिस्सों में रोडवेज की बसों से सफर करने वाले मजदूरों या कामगारों से किराया नहीं वसूलेगी।

लखनऊः उत्तर प्रदेश सरकार लॉकडाउन के बीच दूर-दूर से पैदल अपने घर जा रहे मजदूरों और कामगारों से राज्य सड़क परिवहन निगम की बसों में सफर का कोई किराया नहीं लेगी। निगम के प्रबन्ध निदेशक राज शेखर ने रविवार को बताया कि सरकार ने अपने घर जाने के लिये राज्य के विभिन्न हिस्सों में रोडवेज की बसों से सफर करने वाले मजदूरों या कामगारों से किराया नहीं वसूलेगी। सरकार उनके किराये का खर्च उठायेगी। 

उन्होंने कहा कि बसों के परिचालकों को जरूरी कार्रवाई के लिये वे—बिल तैयार करना होगा। यह व्यवस्था तत्काल लागू होगी। गौरतलब है कि कोरोना संक्रमण के मद्देनजर लागू लॉक डाउन के बाद निजी और सार्वजनिक परिवहन व्यवस्था पूरी तरह ठप होने के कारण बड़ी संख्या में मजदूर और अन्य कामगार लोग बहुत लम्बी—लम्बी दूरी पैदल चलकर अपने घर जा रहे हैं। उनकी इस परेशानी को देखते हुए राज्य सरकार ने रोडवेज की 1000 बसों के जरिये उन्हें गंतव्य तक पहुंचाने के निर्देश दिये हैं। 

प्रयागराज से रवाना की 120 से अधिक बसें

राष्ट्रीय राजधानी क्षेत्र से लखनऊ लाए गए लोगों को उत्तर प्रदेश के विभिन्न क्षेत्रों में पहुंचाने के लिए परिवहन निगम ने रविवार को 120 से अधिक बसें रवाना की। उत्तर प्रदेश राज्य परिवहन निगम के क्षेत्रीय प्रबंधक टी के सिंह ने पीटीआई भाषा को बताया कि लखनऊ से लोगों को उनके गंतव्यों तक पहुंचाने के लिए परिवहन निगम ने आज 49 बसें यहां से लखनऊ के लिए रवाना कीं। 

उन्होंने बताया कि इसके अलावा बस्ती, गोरखपुर, फैजाबाद, मिर्जापुर, वाराणसी, सुल्तानपुर, प्रतापगढ़, जौनपुर, आजमगढ़ के लिए करीब 80 बसें यहां सिविल लाइंस बस अड्डे से रवाना की गईं हैं। सिविल लाइंस बस अड्डे पर टी के सिंह के साथ परिवहन व्यवस्था देख रहे अपर क्षेत्रीय प्रबंधक बीएन तिवारी ने बताया कि बस स्टैंड पर तैनात मेडिकल टीम लोगों की जांच कर रही है और कोरोना वायरस संक्रमण संदिग्धों को पृथक रखा जा रहा है। रविवार को नगर के विभिन्न इलाकों में लोगों को अपने गांवों की ओर पैदल कूच करते हुए देखा गया। ये आमतौर पर मजदूरी में लगे लोग हैं जो लॉकडाउन के चलते काम बंद होने से शंकरगढ़, मिर्जापुर आदि के लिए पैदल ही निकल पड़े।

हरियाणा सरकार ने भेजी 800 बसें

दिल्ली-गाजियाबाद सीमा पर फंसे प्रवासी मजदूरों को उनके गांवों तक पहुंचाने के लिए हरियाणा सरकार ने राज्य परिवहन सेवा की आठ सौ बसें उत्तर प्रदेश भेजी हैं। अधिकारियों ने रविवार को यह जानकारी दी। हरियाणा के परिवहन मंत्री मूल चंद शर्मा ने फोन पर पीटीआई-भाषा को बताया कि दिल्ली की सीमा पर आनंद विहार बस अड्डे के पास बड़ी संख्या में एकत्रित हुए प्रवासी मजदूरों की हालिया स्थिति को देखते हुए यह निर्णय लिया गया। 

उन्होंने कहा, “उत्तर प्रदेश सरकार ने एक हजार बसें भेजने का अनुरोध किया था।” परिवहन विभाग के एक वरिष्ठ अधिकारी के अनुसार शनिवार रात हरियाणा परिवहन सेवा की 825 बसें गाजियाबाद पहुंच गई थीं। उन्होंने बताया कि बसों को सेनेटाईज किया गया है, चालक और कंडक्टर को मास्क और सेनेटाइजर दिया गया है और सभी एहतियाती कदम उठाए जा रहे हैं। 

Web Title: Uttar pradesh roadways bus free for laborers and workers amid lockdown

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