उत्तर प्रदेश: ग्राम प्रधान और सचिव ने दलित महिला अफसर को पानी देने से किया इनकार, शिकायत दर्ज

By भारती द्विवेदी | Published: August 1, 2018 05:03 PM2018-08-01T17:03:53+5:302018-08-01T17:03:53+5:30

पानी नहीं मिलने की वजह से महिला अधिकारी की तबियत खराब हो गई। महिला अधिकारी ने अपने साथ हुई इस बदसलूकी की शिकायत डीएम, सदर विधायक समेत कई सीनियर अधिकारियों से की है।

uttar pradesh: Gram pradhan and secretary deny water to dalit officer, case registered | उत्तर प्रदेश: ग्राम प्रधान और सचिव ने दलित महिला अफसर को पानी देने से किया इनकार, शिकायत दर्ज

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नई दिल्ली, 1 अगस्त: उत्तर प्रदेश के मंझनपुर में एक महिला अफसर के साथ जाति के नाम पर बदसूलकी का मामला सामने आया है। खबर के मुताबिक, मुख्य पशु चिकित्साधिकारी डॉ. सीमा विकास कार्यों की समीक्षा के लिए अंबावां पूरब गांव गई थीं। जहां उन्होंने पीने के लिए पानी मांगा, लेकिन ग्राम प्रधान और सेक्रेटरी ने उनके दलित समुदाय से होने की वजह से पानी देने से इनकार कर दिया। बीडीसी के पद पर कार्यरत एक शख्स ने ये तक कह दिया कि उन्हें पानी से देने से उनका बर्तन अशुद्ध हो जाएगा।

पीड़ित महिला अफसर डॉ. सीमा ने बताया कि डीपीआरओ के निर्देश पर वो 31 जुलाई को को विकास कार्यों की समीक्षा करने सदर ब्लॉक के अंबावां पूरब गांव गई थीं। जब वो गांव पहुंची तो उनकी बोतल का पानी खत्म हो गया था। फिर उन्होंने ग्राम विकास अधिकारी और प्रधान से पीने का पानी मांगा। लेकिन उन्होंने पानी देने से इंकार कर दिया। फिर उन्होंने गांव के लोगों से पानी मांग तो प्रधान-सेक्रेटरी ने इशारा करके पानी देने से माना किया। क्योंकि वो शुगर की पेशेंट हैं, जिसकी वजह से दो घंटे तक पानी नहीं मिलने की वजह से उनकी तबियत खराब हो गई।

महिला अधिकारी ने अपने साथ हुई इस बदसलूकी की शिकायत डीएम, सदर विधायक समेत कई सीनियर अधिकारियों से की है। वहीं इस मामले में डीएम मनीष कुमार वर्मा का कहना है कि उनके पास फिलहाल कोई शिकायत नहीं आई है। जैसे ही शिकायत दर्ज होगी वो मामले की जांच कराएंगे।

उत्तर प्रदेश के हमीरपुर में ही जाति के नाम पर बीजेपी की महिला विधायक से बदसलूकी हुई है। भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) की विधायक मनीषा अनुरागी (दलित) धूम ऋषि आश्रम (मंदिर) में पूजा-अर्चना करने गई थीं। उनके जाने के बाद मंदिर को गंगाजल से धोया गया है। और ऐसा इसलिए किया गया है क्योंकि महिला विधायक दलित समुदाय से आती हैं। 

दरअसल, 12 जुलाई को विधायक मनीषा हमीरपुर जिले के मुस्करा खुर्द गांव के एक स्कूल में बच्चों के बीच ड्रेस वितरण समारोह में बतौर मुख्य अतिथि बुलाई गई थीं। स्कूल से निकलने के बाद विधायक धूम ऋषि मंदिर में पूजा करने गई थीं। जब वहां के लोगों को ये पता चला कि महिला विधायक मंदिर में गई थीं, लोगों ने इस अपवित्र मनाते हुए पहले मंदिर और धूम ऋषि की मूर्ति को गंगा जल से धोया। लोगों ने चंदा इकट्ठा कर धूम्र ऋषि की प्रतिमा को इलाहाबाद ले गए और वहां ले जाकर संगम में स्नान करवाया है। फिर उस मूर्ति को मंदिर में स्थापित किया गया है।

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Web Title: uttar pradesh: Gram pradhan and secretary deny water to dalit officer, case registered

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