यूपी में कोरोना कर्फ्यू में मास्क नहीं पहनने पर जुर्माने के तौर पर वसूले गए 64 लाख रुपये, बरेली से सबसे ज्यादा
By विनीत कुमार | Published: April 19, 2021 10:44 AM2021-04-19T10:44:41+5:302021-04-19T10:46:20+5:30
यूपी में कोरोना संक्रमण के बढ़ते मामलों के बीच रविवार को संपूर्ण लॉकडाउन की घोषणा की गई थी। साथ ही यूपी के कई जिलों में नाइट कर्फ्यू भी लागू है।
कोरोना के मद्देनजर पूरे उत्तर प्रदेश में शनिवार शाम से शुरू हुए कर्फ्यू के दौरान सार्वजनिक जगहों पर मास्क नहीं पहनने के लिए 31,325 लोगों पर जुर्माना लगाया गया और 64.16 लाख रुपये वसूले गए।
पिछले ही हफ्ते यूपी सरकार ने मास्क नहीं पहनने को लेकर जुर्माने की राशि बढ़ाने की घोषणा की थी। इसके तहत पहली बार बिना मास्क के पकड़े जाने पर एक हजार रुपये बतौर जुर्माना वसूला जाएगा। वहीं अगर दूसरी बार आप पकड़े जाते हैं तो 10 हजार रुपये का फाइन भरना पड़ेगा।
एडीजी (लॉ एंड ऑर्डर) प्रशांत कुमार ने बताया कि सबसे ज्यादा फाइन बरेली जोन से वसूला गया। यहां पहले 24 घंटे में 10 लाख 55 हजार 950 रुपये वसूले गए। वहीं, आगरा जोन से 9 लाख 90 हजार से अधिक रुपये वसूले गए।
कोरोना: लखनऊ से 8 लाख से ज्यादा रुपये वसूले गए
ऐसे ही मेरठ जोन से 9 लाख 36 हजार 400 रुपये वसूले गए। लखनऊ से 8 लाख 66 हजार 850 रुपये जमा किए गए। गौरतलब है कि यूपी में कोरोना के सबसे अधिक मामले राजधानी लखनऊ से ही आ रहे हैं।
इसके अलावा प्रयागराज से 2 लाख 50 हजार 700 रुपये और गोरखपुर जोन से 8,62,150 रुपये बतौर जुर्माना वसूले गए। ऐसे ही वाराणसी और कानपुर जोन से क्रमश: 6,24,100 और 3,99,400 रुपये वसूले गए।
लखनऊ जिले में 633 लोगों पर जुर्माना लगाया गया। यहां 48 घंटे में 1,02,830 रुपये वसूले गए। अधिकारियों के अनुसार मास्क और ग्लब्स को सार्वजनिक जगहों पर फेंकने के लिए भी जुर्माना लगाया गया है।
लखनऊ में कुछ अस्पतालों पर पीपीई किट और ग्लब्स को सही तरीके से डिस्पोज नहीं करने के लिए 20 हजार रुपये का जुर्माना लगाया गया। अधिकारियों ने बताया कि कर्फ्यू और रविवार को संपूर्ण लॉकडाउन के दौरान प्रदेश के कई क्षेत्रों में सैनेटाइजेशन की प्रक्रिया बड़ स्तर पर की गई। सरकार ने इस दौरान कोरोना को लेकर जागरूकता अभियान भी चलाया और मास्क बांटे गए।