अमेठी या रायबरेली से यूपी विधानसभा चुनाव लड़ सकती हैं प्रियंका गांधी, 2024 में स्मृति ईरानी को टक्कर देने की उम्मीद
By शीलेष शर्मा | Published: September 14, 2021 06:27 PM2021-09-14T18:27:59+5:302021-09-14T18:29:50+5:30
Uttar Pradesh Assembly Elections: कांग्रेस की नगालैंड इकाई के अध्यक्ष के. थेरी ने उत्तर प्रदेश में मुख्यमंत्री पद के चेहरे के लिए पार्टी महासचिव प्रियंका गांधी के नाम की पैरवी की।
Uttar Pradesh Assembly Elections: कांग्रेस महासचिव और उत्तर प्रदेश प्रभारी प्रियंका गांधी भाजपा से सीधा मुकाबला करने के लिए अमेठी या रायबरेली से विधानसभा चुनाव लड़ने पर विचार कर रही हैं। राजनीतिक सलाहकार समिति के एक सदस्य ने एक खास बातचीत में लोकमत को ऐसे संकेत दिए।
सलाहकार ने साफ किया कि प्रियंका की पहली पसंद अमेठी है, क्योंकि वह राहुल की हार का बदला लेने के लिए अमेठी में लोकसभा चुनावों की जमीन तैयार करेंगी, जिससे स्मृति ईरानी को 2024 के लोकसभा चुनावों में चुनौती दी जा सके।
एक अन्य कांग्रेस के सूत्र से मिली खबर के अनुसार रणनीतिकार प्रशांत किशोर ने भी प्रियंका को उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव अमेठी अथवा रायबरेली से लड़ने की सलाह दी थी। प्रियंका का हाल का दौरा और रायबरेली तथा अमेठी में चुनावों को ले कर की गईं बैठकें भी इसी तरफ इशारा कर रही हैं।
पूर्व केंद्रीय मंत्री सलमान खुर्शीद तो औपचारिक रूप से कह चुके हैं कि विधानसभा चुनावों में प्रियंका कांग्रेस का चेहरा होंगी। कांग्रेस सूत्र बताते हैं कि सबकुछ ठीक रहा तो पार्टी प्रियंका को योगी के मुकाबले मुख्यमंत्री पद के लिए पेश करेगी। प्रियंका गांधी पहले ही ट्वीट कर योगी पर हमला बोल चुकी हैं।
कांग्रेस नेता प्रियंका ने उत्तर प्रदेश के एक विज्ञापन में कोलकाता के फ्लाईओवर की तस्वीर का कथित रूप से इस्तेमाल करने को लेकर योगी आदित्यनाथ सरकार को आड़े हाथों लिया और कहा कि प्रदेश के लोगों ने उनके ‘झूठे दावे’ देख लिए हैं और वह मुख्यमंत्री एवं सरकार को बदलने जा रहे हैं।
'ट्रांसफॉर्मिंग उत्तर प्रदेश अंडर योगी आदित्यनाथ' शीर्षक वाले विज्ञापन में योगी आदित्यनाथ के एक ‘‘कट-आउट’’ के साथ नीले और सफेद रंगों वाले एक फ्लाईओवर की तस्वीर है, जिसका रंग तृणमूल कांग्रेस के शासन वाले राज्य के एक फ्लाईओवर से मिलता-जुलता है। साथ ही इसके नीचे ऊंची-ऊंची इमारतें और उद्योग भी दिख रहे हैं।
कांग्रेस महासचिव ने फेसबुक पर लिखे एक पोस्ट में कहा, “पहले रोजगार के झूठे विज्ञापन देते पकड़े गए। अब इनके फ्लाईओवर व फैक्ट्री की झूठी तस्वीरों वाले विज्ञापन की कलई खुल गई।” उन्होंने कहा, “उत्तरप्रदेश की जनता इनकी (सरकार की) हवाई बातों की हकीकत समझ चुकी है और उत्तर प्रदेश में जनता सरकार और मुख्यमंत्री बदलने जा रही है।”
उन्होंने ट्विटर पर कहा कि “इनका काम ही है झूठे विज्ञापन देना।” उन्होंने कहा, “ युवाओं को रोजगार देने का झूठ बोला और अब फ्लाईओवर व फैक्ट्रियों की फर्जी तस्वीरें लगाकर विकास के झूठे दावे कर रहे हैं।” वाद्रा ने कहा कि उन्हें न लोगों की समस्याओं की समझ है और न ही उनकी कोई चिंता है। यह तो झूठे विज्ञापनों और दावों वाली सरकार है।
यह विज्ञापन समाचार पत्र ‘इंडियन एक्सप्रेस’ में छापा है जिसने स्पष्टीकरण में कहा है कि , "अखबार के विपणन विभाग द्वारा निर्मित विज्ञापन के कवर कोलाज में अनजाने में एक गलत तस्वीर शामिल हो गई। त्रुटि के लिए बेहद खेद है और तस्वीर अखबार के सभी डिजिटल संस्करणों से हटा ली गई है।”