नसीरुद्दीन शाह के लिए बुक हुआ पाकिस्तान का टिकट! अमित जानी ने कहा- 14 अगस्त को चले जाइए नहीं तो...
By पल्लवी कुमारी | Published: December 21, 2018 06:40 PM2018-12-21T18:40:53+5:302018-12-21T18:40:53+5:30
नसीरुद्दीन शाह ने देश में असहिष्णुता संबंधी अपने कथित बयान का बचाव करते हुए शुक्रवार को यहां कहा कि उन्होंने ऐसा कुछ नहीं कहा जिसके लिए उन्हें गद्दार ठहराया जाए। नसीर ने कहा कि उन्होंने तो बस अपने मुल्क के बारे में बात करते हुए अपनी चिंता जाहिर की है।
बुलंदशहर हिंसा पर बॉलीवुड अभिनेता नसीरुद्दीन शाह घिरते नजर आ रहे हैं। इस मसले पर अब राजनीति तेज हो गई है। उत्तर प्रदेश नवनिर्माण सेना के प्रमुख अमित जानी ने नसीरुद्दीन शाह के लिए पाकिस्तान का टिकट बुक कर दिया है।
अमित जानी ने कहा, ''अगर अभिनेता नसीरुद्दीन शाह को भारत में इतना डर लगता है तो वह बिना देरी किए पाकिस्तान जा सकते हैं। 14 अगस्त को पाकिस्तान का आजादी दिवस है और 15 अगस्त तक हमारे देश से एक गद्दार कम हो जाएगा। इसलिए मैंने आपका टिकट भी करवा दिया है।''
अमित जानी ने तंज कसते हुए ये भी कहा, अगर उन्हें डर लग रहा है तो वह हनुमान चालीसा भी पढ़ सकते हैं, क्योंकि अब तो वैसे भी हनुमान जी को मुसलमान बताया गया है। अब वह इस्लाम से खारिज नहीं होंगे।
बता दें कि इससे पहले बीजेपी नेता मुख्तार अब्बास ने कहा है कि किसी को भी देश में डरने की जरूरत नहीं है।
नसीरुद्दीन शाह ने कहा- लोगों मुझे गद्दार कह रहे हैं
नसीरुद्दीन शाह ने देश में असहिष्णुता संबंधी अपने कथित बयान का बचाव करते हुए शुक्रवार को यहां कहा कि उन्होंने ऐसा कुछ नहीं कहा जिसके लिए उन्हें गद्दार ठहराया जाए। नसीर ने कहा कि उन्होंने तो बस अपने मुल्क के बारे में बात करते हुए अपनी चिंता जाहिर की है।
Naseeruddin Shah: What I said earlier was as a worried Indian. What did I say this time that I am being termed as a traitor? I am expressing concerns about the country I love, the country that is my home. How is that a crime? pic.twitter.com/XcQOwmzJSh
— ANI (@ANI) December 21, 2018
यहां एक स्कूल के कार्यक्रम में भाग लेने आए नसीर से जब उनके इस बयान के बारे में पूछा गया तो उन्होंने कहा, ‘‘यह बात तो एक चिंतित भारतवासी की हैसियत से मैं पहले भी कह चुका हूं। मुझे नहीं मालूम कि इस बार मैंने ऐसा क्या कह दिया कि मुझे गद्दार ठहराया जा रहा है। अजीब बात है।’’
क्या था नसीरुद्दीन शाह का पूरा बयान
नसीरुद्दीन शाह ने कहा, ''हमने बुलंदशहर हिंसा में देखा कि आज देश में एक गाय की मौत की अहमियत पुलिस ऑफिसर की जान से ज्यादा होती है।''
नसीरुद्दीन शाह ने ये भी कहा कि इन दिनों समाज में चारों तरफ जहर फैल गया है। उन्होंने कहा, ''मुझे इस बात का डर लगता है कि अगर कही मेरे बच्चों को भीड़ ने घेर लिया और उनसे पूछा जाए कि तुम हिंदू हो या मुसलमान? मेरे बच्चों के पास इसका कोई जवाब नहीं होगा। आज पूरे समाज में हिन्दू मुस्लिम का जहर फिर से घुल गया है।''
नसीरुद्दीन शाह ने कहा, ‘मुझे बचपन में धार्मिक शिक्षा मिली थी। रत्ना (अभिनेता की पत्नी) एक प्रगतिशील घर की थी और उन्हें ऐसा कुछ नहीं मिला और हमने तय किया कि हम अपने बच्चों को धार्मिक शिक्षा नहीं देंगे क्योंकि मेरा मानना है कि किसी के अच्छे होने या बुरे होने का धर्म से कोई लेना देना नहीं है’
नसीरुद्दीन शाह का अपने बच्चों के लिए भयभीत होना 2015 में आमिर खान द्वारा असहिष्णुता पर दिए गए बयान की ही तरह है।