'मुख्यमंत्री जी ऐसे नहीं जाने वाले हैं, चाहे तो मेरे सारे पद ले लीजिए', उपेंद्र कुशवाहा ने नीतीश पर जमकर साधा निशाना, लगाए कई आरोप
By एस पी सिन्हा | Published: January 31, 2023 02:45 PM2023-01-31T14:45:36+5:302023-01-31T14:50:10+5:30
नीतीश कुमार के बयान 'मर जाना पसंद करेंगे, लेकिन भाजपा के साथ नहीं जाएंगे' पर उपेन्द्र कुशवाहा ने कहा कि इस बयान का अर्थ आप लोग भी बेहतर समझ सकते हैं। तेजस्वी यादव के आगे बढ़ाने के बाद क्या आप मुखर हुए थे...
पटनाः बिहार में सत्तारूढ महागठबंधन में जारी घमासान के बीच जदयू संसदीय बोर्ड के अध्यक्ष उपेंद्र कुशवाहा ने आज फिर मुख्यमंत्री नीतीश कुमार पर जमकर निशाना साधा है। मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के द्वारा सम्मान दिये जाने के बयान पर उपेन्द्र कुशवाहा ने पलटवार करते हुए कहा कि जदयू ने मुझे विधान पार्षद और पार्टी के संसदीय बोर्ड का राष्ट्रीय अध्यक्ष बनाकर पावर के नाम पर झुनझुना थमाया है।
जदयू नेता ने कहा नीतीश कुमार ने जो हिस्सा लालू यादव से मांगा था, वही हिस्सा मैंने नीतीश कुमार से मांगा है। पार्टी की मजबूती के लिए मैं अभी भी पूरी ताकत से काम कर रहा हूं। कुशवाहा ने कहा कि नीतीश कुमार या जदयू के अध्यक्ष मेरे बारे में बड़ी- बड़ी बातें कह रहे हैं। हकीकत यह है कि मुझे जदयू में लाकर झुनझुना और लॉलीपॉप थमा दिया गया था।
मुख्यमंत्री नीतीश अतिपिछड़ा विरोधी हैंः कुशवाहा
उपेंद्र कुशवाहा ने आज पटना में आयोजित प्रेस कांफ्रेंस में कहा कि मुख्यमंत्री अतिपिछड़ा विरोधी हैं। अति पिछड़ा के बेटे को आगे बढ़ने देना नहीं चाहते हैं। उन्होंने अति पिछड़ा समाज के नेता को मंत्री तो बनाया, लेकिन उन पर भरोसा नहीं करते। मंत्री मदन सहनी के बहाने उपेन्द्र कुशवाहा ने नीतीश सरकार की बखिया उधेड़ दी। इस दौरान उपेन्द्र कुशवाहा ने खुलासा किया कि नीतीश कुमार अपनी मर्जी से कोई काम नहीं कर पा रहे हैं।
दूसरे लोगों के कहने पर नीतीश भाजपा को छोड़ राजद का दामन थामा
बकौल उपेंद्र कुशवाहा- नीतीश कुमार ने बताया था कि दूसरे लोगों के कहने पर उन्होंने भाजपा को छोड़ कर राजद का दामन थामा है। इससे पहले जब 2017 में उन्होंने राजद को छोड़ कर भाजपा का साथ चुना था, वह भी दूसरे लोगों के कहने पर ही किया था। जदयू नेता ने आगे कहा कि वे भले ही जदयू संसदीय बोर्ड के अध्यक्ष हैं, लेकिन उनके पास पार्टी में कोई अधिकार नहीं है।
विधान पार्षद की सदस्यता छोड़ना कौन सी बड़ी बात हैः कुशवाहा
उपेंद्र कुशवाहा ने एक बार फिर दोहराया कि वे ऐसे नहीं जाने वाला हैं। चाहे तो उनके सारे पद ही क्यों न ले लिए जाएं। उपेंद्र कुशवाहा ने कहा, मुख्यमंत्रीजी ऐसे नहीं जाने वाले हैं। चाहे तो मेरे सारे पद ले लीजिए। जब राज्यसभा सीट छोड़ने में मुझे समय नहीं लगा, तो विधान पार्षद की सदस्यता छोड़ना कौन सी बड़ी बात है? कुशवाहा ने नीतीश कुमार पर प्रहार करते हुए कहा कि बिहार में मंत्रियों की क्या हैसियत है? मंत्रियों का अधिकार क्या है? आप लोग जान ही रहे हैं। मंत्री की कितनी चलती है?
'नीतीश दूसरों की सलाह के बजाय अपने मन से काम करना शुरू कर दें, तो सबुकछ ठीक हो जाएगा'
उन्होंने कहा कि मैंने जरूर कई सुझाव दिए, लेकिन उस पर अमल नहीं किया गया। यदि गलत हो तो राष्ट्रीय अध्यक्ष ललन सिंह खंडन कर सकते हैं। मैंने सुझाव दिया कि अति पिछड़ा समाज से राज्यसभा या विधान परिषद भेज दें, जिससे इस वर्ग में संदेश जाए, लेकिन मेरी बात नहीं मानी गई। उन्होंन कहा कि उनका प्रयास जदयू पार्टी को बचाना है, मुख्यमंत्री नीतीश कुमार दूसरों की सलाह के बजाय अपने मन से काम करना शुरू कर दें, तो सबुकछ ठीक हो जाएगा।
उपेन्द्र कुशवाहा ने अपने ऊपर हुए हमले का वीडियो दिखाते हुए बताया कि कैसे मेरे ऊपर हमला हुआ, जिसे लेकर कई बाते कही जा रही हैं। नीतीश कुमार के बयान 'मर जाना पसंद करेंगे, लेकिन भाजपा के साथ नहीं जाएंगे' पर उपेन्द्र कुशवाहा ने कहा कि इस बयान का अर्थ आप लोग भी बेहतर समझ सकते हैं। तेजस्वी यादव के आगे बढ़ाने के बाद क्या आप मुखर हुए थे, इस पर मैं क्या बोलूं? किसी भी बात का कोई वक्त होता है न।