यूपी चुनावः प्रियंका गांधी को लेकर कांग्रेस में मंथन, चुनाव लड़ने पर चर्चा, अंतिम क्षणों में होगी घोषणा
By शीलेष शर्मा | Published: October 25, 2021 06:01 PM2021-10-25T18:01:28+5:302021-10-25T18:03:39+5:30
UP elections: कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी ने उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव के मद्देनजर अपने सात वादे सार्वजनिक करने के कुछ दिन बाद सोमवार को ऐलान किया कि राज्य में पार्टी की सरकार बनने पर लोगों का किसी भी बीमारी का 10 लाख रुपए तक का इलाज मुफ्त कराया जाएगा।
नई दिल्लीः उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनावों में कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी चुनाव लड़ने और मुख्यमंत्री पद पर दावा ठोंकने से पहले यह सुनिश्चित करने में लगी हैं कि प्रदेश में उनकी लोकप्रियता का ग्राफ़ कहाँ ठहर रहा है।
सपा के अखिलेश यादव, भाजपा के वर्तमान मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ और मायावती के मुकाबले उनकी उनकी साख कितनी मज़बूत है। सूत्रों के अनुसार यह सुनिश्चित करने के लिए पार्टी में दो स्तरों पर मंथन हो रहा है। इसमें उत्तर प्रदेश के कांग्रेस नेताओं से चर्चा तथा प्रतिज्ञा यात्रा के दौरान पूरे प्रदेश में पार्टी का दूसरा आंतरिक सर्वेक्षण।
इन दोनों के परिणाम बतायेंगे कि प्रियंका विधानसभा चुनाव में उतरती हैं कि नहीं। पार्टी के एक वरिष्ठ नेता ने टिप्पणी की कि प्रियंका रायबरेली अथवा अमेठी संसदीय क्षेत्र की एक विधानसभा सीट से चुनाव लड़ने की तैयारी कर रहीं हैं।
पीएल पुनिया ने कहा कि विधानसभा चुनाव में कांग्रेस का नेतृत्व प्रियंका गांधी करेंगी। यह फ़ैसला लिया जा चुका है लेकिन वह चुनाव लड़ेंगी या नहीं यह उनको स्वयं तय करना है। लेकिन जिस तरह प्रियंका एक के बाद एक घोषणा कर रहीं हैं, उससे साफ़ है कि वह स्वयं चुनाव लड़ने का मन बना चुकी हैं।
किसानों का कर्ज़ माफ, 40 फ़ीसदी टिकटें महिलाओं को,10 लाख तक का मुफ्त इलाज़ ,मोबाइल फोन, स्कूटी, बिजली बिल आधा, संविदा कर्मचारियों को पक्का करना आदि जैसी घोषणायें भी इसी ओर इशारा कर रहीं हैं। पार्टी सूत्रों के अनुसार चुनावी घोषणा पत्र में प्रियंका लोक लुभावन वादों की घोषणा करने वाली हैं।
अभी तक पार्टी ने 65 उम्मीदवारों के नाम तय कर उनको अपने अपने क्षेत्र में काम करने को कह दिया है। शेष उम्मीदवारों के चयन का काम दीपावली के बाद होगा लेकिन प्रियंका के चुनाव लड़ने की घोषणा पार्टी चुनाव कार्यक्रम घोषित होने के बाद नामांकन की आखिरी तारीख से ठीक पहले करेगी ताकि अन्य राजनीतिक दलों को अंतिम समय में सकते में डाला जा सके।