UP Election 2022: अखिलेश बोले- बीजेपी वोटों के लिए PAK को बनाती निशाना, चीन है भारत का असली दुश्मन
By मनाली रस्तोगी | Published: January 24, 2022 06:20 PM2022-01-24T18:20:38+5:302022-01-24T18:22:28+5:30
समाजवादी पार्टी के अध्यक्ष अखिलेश यादव का कहना है भारतीय जनता पार्टी सिर्फ वोटों के लिया पाकिस्तान को निशाना बनाती है, जबकि चीन भारत का असली दुश्मन है।

UP Election 2022: अखिलेश बोले- बीजेपी वोटों के लिए PAK को बनाती निशाना, चीन है भारत का असली दुश्मन
लखनऊ: समाजवादी पार्टी के अध्यक्ष अखिलेश यादव ने उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव से पहले कहा कि भारतीय जनता पार्टी महज वोटों के लिए पड़ोसी मुल्क पाकिस्तान को निशाना बनाती है, जबकि चीन भारत का असली दुश्मन है। एक अंग्रेजी वेबसाइट को दिए इंटरव्यू के दौरान यादव ने बीजेपी पर यह आरोप लगाया। उन्होंने यह भी कहा कि इसपर डॉक्टर राम मनोहर लोहिया और नेताजी (मुलायम सिंह यादव) की राय स्पष्ट रही है।
अपनी बात जारी रखते हुए सपा प्रमुख ने इकॉनोमिक टाइम्स से कहा कि हमारा असली दुश्मन तो चीन है, जबकि पाकिस्तान से हमारी राजनीतिक दुश्मनी है। हालांकि, लोकसभा में वोट पॉलिटिक्स के लिए बीजेपी सिर्फ पाकिस्तान को निशाना बनाती है। वहीं, देश में चीनी निवेश को लेकर अखिलेश यादव ने कहा कि समाजवादी पार्टी अकेली ऐसी पार्टी है जो लोकसभा में पाकिस्तान अधिकृत कश्मीर (PoK) पर सवाल उठाती है।
उन्होंने आगे ये भी कहा कि जम्मू-कश्मीर विधानसभा में पीओके की 24 विधानसभा सीटों के लिए सदस्यों को जगह कब दी जाएगी यह सवाल भी संसद में सपा द्वारा ही पूछा गया था। इसके जवाब में तत्कालीन गृह मंत्री ने कहा था कि जब हम अक्साई चिन तक पहुंच जाएंगे। यही नहीं, यादव ने ये भी कहा कि उन्हें गलवान में हो रही घटनाओं के बारे में पता चल रहा है। इसके साथ ही सपा प्रमुख ने दावा किया कि भारतीय भूमि पर चीनी सैनिक अतिक्रमण कर रहे हैं।
इस सिलसिले में बात करते हुए अखिलेश यादव ने कहा कि वो (चीन) हमारे कामकाज को बाधित कर रहे हैं और हमारी सीमा पर अतिक्रमण भी कर रहे हैं। इस बारे में भारत सरकार को सोचना चाहिए। साथ ही, इस परिस्थिति से निपटने के लिए उन्हें विपक्षी दलों से राय-मशविरा करना चाहिए। बता दें कि अखिलेश यादव का भारत के कई क्षेत्रों में चीन के निवेश पर भी बयान आया है। उनका कहना है कि चीन के साथ व्यापार करने के लिए हम मजबूर हैं और जहां तक बाय निवेश की है तो हम चीन के साथ कारोबार करने के लिए बाध्य हैं। अपने सबसे बड़े दुश्मन के साथ कारोबार करने की परिस्थिति में हम फंसे हुए हैं। फौज भी बिजनेस के साथ-साथ चलती है।