UP Election 2022: यूपी में बीजेपी से गठबंधन नहीं, जदयू अध्यक्ष ललन सिंह ने केंद्रीय मंत्री आरसीपी सिंह पर किया हमला, कहा-हमें अंधेरे में रखा गया
By एस पी सिन्हा | Published: January 24, 2022 05:50 PM2022-01-24T17:50:06+5:302022-01-24T17:51:41+5:30
UP Election 2022: उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव के लिए गठबंधन के प्रस्ताव पर भाजपा की ओर से कोई जवाब न मिलने पर जदयू ने 26 सीट की सूची जारी की.
UP Election 2022: उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव में भाजपा के साथ गठबंधन नहीं होने के बाद जदयू के दो बड़े नेता अब खुलकर आमने-सामने आ गए हैं. जदयू के भीतर ही शह-मात का खेल शुरू हो गया है. जदयू नेतृत्व ने गठबंधन नहीं होने पर सारा ठिकरा अपने नेता व मोदी कैबिनेट मंत्री आरसीपी सिंह पर फोड़ा है.
पार्टी को आरसीपी सिंह के भरोसे पर भरोसा करना भारी पड़ा. समझौता नहीं होने के लिए जदयू के राष्ट्रीय अध्यक्ष ललन सिंह ने सीधे सीधे केंद्रीय इस्पात मंत्री को जिम्मेदार ठहराते हुए कहा हमने आरसीपी की बातों पर भरोसा किया. ललन सिंह ने आज कहा कि भाजपा ने यूपी में साथ आने का ऑफर जदयू को केंद्रीय मंत्री आरसीपी सिंह के माध्यम से दिया था.
आरसीपी सिंह को इसका आकलन करना चाहिए कि भाजपा की ओर से मिला वह ऑफर कितना ईमानदारी से दिया गया था. उन्होंने अटल बिहारी वाजपेयी और आडवाणी वाली भाजपा को याद किया. उन्होंने कहा कि अटल जी के दौर में भाजपा का स्वरूप बेहद व्यापक था. गठबंधन में शामिल घटक दलों के साथ बर्ताव करने का तौर तरीका भी अलग था. लेकिन आज बहुत कुछ बदल चुका है.
भाजपा की मजबूरी के बारे में हम बयां नहीं कर सकते. लेकिन इतना जरूर है कि जदयू गठबंधन धर्म को निभाता रहा है. ललन सिंह ने कहा हमारी बात भाजपा नेतृत्व से नहीं हुई थी बल्कि आरसीपी सिंह ही हमारी तरफ से बातचीत कर रहे थे. उन्होंने कहा कि उत्तर प्रदेश में भाजपा के साथ गठबंधन को लेकर हम लोगों ने 30 सीटों की सूची सौंपी थी.
हालांकि, उसके बाद भी भाजपा की ओर से कोई सकारात्मक उत्तर नहीं आया. उन्होंने कहा कि जब भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा ने यूपी में निषाद पार्टी के संजय निषाद और अपना दल से ही गठबंधन होने का ऐलान किया तो यह हमारे लिए चौंकाने की बात थी. उन्होंने कहा कि यूपी में अब भाजपा के साथ गठबंधन की उम्मीद खत्म हो चुकी है.
ललन सिंह ने कहा कि आरसीपी बाबू को आकलन करना चाहिए. सबसे उपर्युक्त व्यक्ति वही हैं जो इसका बेहतर उत्तर दे सकते हैं. हमलोगों को उन्होंने जो कहा उस पर भरोसा किया था. ललन सिंह ने कहा कि जदयू एक राजनीतिक दल है और यूपी में चुनाव लड़ना चाहता है. भाजपा हमें भाव दे या न दे इससे कोई फर्क नहीं पड़ता.
ललन सिंह ने बाद में जोड़ा कि गठबंधन न होने को लेकर वे किसी को दोषी नहीं मानते. वहीं, भाजपा पर निशाना साधते हुए ललन सिंह ने कहा कि कुछ समय पहले भाजपा ने अरुणाचल में जदयू के विधायकों को अपनी पार्टी में मिला लिया था. वह काम गठबंधन धर्म के अनुरूप नहीं था.
ललन सिंह ने कहा कि इसके बाद भी आरसीपी सिंह समझौते की बात करते रहे. हमलोंगों ने आरसीपी को कहा कि अगर ऐसा है तो भाजपा को अधिकृत रूप से इसकी घोषणा करनी होगी. आरसीपी ने इस पर हामी भरी, हमने दो दिन तक इंतजार किया. चूंकि समय निकल रहा था, ऐसे में हमने और इंतजार करना जरुरी नहीं समझा और 26 सीटों पर अपने उम्मीदवार की घोषणा कर दी. हालांकि उम्मीदवारों के नाम अभी तक घोषित नहीं किए हैं.