एक्शन में यूपी सीएम योगी आदित्यनाथ, सभी अधिकारियों से कहा- किसी भी हालत में सुबह नौ बजे तक पहुंचे ऑफिस
By रामदीप मिश्रा | Published: June 27, 2019 10:32 AM2019-06-27T10:32:47+5:302019-06-27T10:32:47+5:30
उत्तर प्रदेश के सभी जिलों के अधिकारियों और पुलिस अधिकारियों को निर्देश दिए हैं कि वह सुबह नौ बजे तक ऑफिस पहुंचे।
उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ एक्शन में दिखाई दे रहे हैं और उन्होंने इसके लिए सूबे के सभी जिलों के अधिकारियों और पुलिस अधिकारियों को निर्देश दिए हैं कि वह किसी भी हालत में सुबह नौ बजे तक ऑफिस पहुंचे। अगर कोई लापरवाही करता है तो उसके खिलाफ कड़ा एक्शन लिया जाएगा।
वहीं, मुख्यमंत्री आदित्यनाथ पुलिसकर्मियों को लेकर कड़ा रुख अखित्यार कर चुके हैं। उन्होंने हाल ही कहा है कि अपराधियों से सांठगांठ रखने वाले पुलिसकर्मियों की पहचान की जाए क्योंकि वर्दी के नाम पर कलंक बन चुके लोगों की विभाग में कोई जगह नहीं है।
UP CMO: Uttar Pradesh Chief Minister Yogi Adityanath directs all officials including district & police officials to reach office by 9 am at any cost. Action can be taken against those who don't follow directions. (file pic) pic.twitter.com/BzAjaHJyM2
— ANI UP (@ANINewsUP) June 27, 2019
मुख्यमंत्री ने अधिकारियों से कहा कि आप के आस-पास सारे संसाधन मौजूद हैं, पूरी छूट है और दावे के अनुसार आप सड़क पर ही रहते हैं तब भी अपराध की घटनाएं क्यों हो रही हैं। अपराध होने के बाद भी आपकी कार्रवाई क्यों नहीं दिखती। किसी घटना का जब मीडिया ट्रायल शुरू हो जाता है, उसके बाद ही आपकी कार्रवाई क्यों दिखती है। यह बातें उन्होंने आजमगढ़ मंडल की समीक्षा बैठक के दौरान कही थीं।
उन्होंने कहा था कि चौकीदार सूचनाएं देकर अपराध को नियंत्रित करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभा सकते हैं। हर पखवाड़े इनके साथ बैठक करें, प्रधानों और अन्य जनप्रतिनिधियों से भी लगातार संवाद बनाए रखें। लोकतंत्र में समस्याओं के हल का सबसे प्रभावी जरिया है संवाद। लूट होने पर संबंधित थाने के बीट सिपाही से लेकर अन्य पुलिसकर्मियों की जवाबदेही तय करें।
मुख्यमंत्री ने जेलों को अपराधियों के आराम और अपराध संचालन का अड्डा बनने पर नाराजगी जताई। उन्होंने निर्देश दिया था कि ऐसे लोगों को चिह्नित कर उनके खिलाफ कड़ी कार्रवाई करें। आंकड़े नहीं जनता के भरोसे को कानून-व्यवस्था का पैमाना बनाएं, इस भरोसे से ही जनता में सकारात्मक संदेश जाता है।
महिलाओं और मासूम बच्चियों से दुष्कर्म की घटनाओं को कड़ाई से रोकने का निर्देश देते हुए मुख्यमंत्री ने कहा था कि रेंज स्तर पर ऐसे 10 अपराधियों की सूची बनाकर उनके खिलाफ प्रभावी कार्रवाई करें, ऐसे मामलों को फास्ट ट्रैक कोर्ट में ले जाएं मजबूती से पैरवी कर दो महीने में उन को अधिकतम सजा दिलवाएं, ऐसा करने से ऐसी मानसिकता के अन्य अपराधी भी भयभीत होंगे।
(समाचार एजेंसी भाषा इनपुट के साथ)