यूपी: नौ में से आठ मेडिकल कॉलेज क्षत्रिय, ब्राह्मण और ओबीसी नेताओं के नाम पर
By विशाल कुमार | Published: October 27, 2021 12:15 PM2021-10-27T12:15:09+5:302021-10-27T13:32:01+5:30
उत्तर प्रदेश में 2319 करोड़ रुपये के निवेश से गठित और प्रधानमंत्री द्वारा उद्घाटन किए गए नौ में से आठ मेडिकल कॉलेजों के नाम आगामी विधानसभा चुनावों से पहले जातीय और धार्मिक समीकरणों को साधने के प्रयासों की ओर इशारा करते हैं.
लखनऊ:उत्तर प्रदेश में 2319 करोड़ रुपये की लागत से गठित और प्रधानमंत्री द्वारा उद्घाटन किए गए नौ में से आठ मेडिकल कॉलेजों के नाम में से पांच ठाकुर, एक ब्राह्मण, एक ओबीसी, एक संत और एक देवी के नाम पर रखा गया है.
नौ में से केवल एक हरदाई जिले में स्थित मेडिकल कॉलेज का नामकरण फिलहाल नहीं किया गया है.
इंडियन एक्सप्रेस की रिपोर्ट के अनुसार, सिद्धार्थनगर जिले में स्थित मेडिकल कॉलेज का नाम माधव प्रसाद त्रिपाठी के नाम पर रखा गया है और ब्राह्मण वोटों को साधने की कोशिश लगती है जो भारतीय जन संघ के वरिष्ठ नेता थे और उत्तर प्रदेश में भाजपा के पहले अध्यक्ष थे.वह 1960 के दशक से 1970 के दशक के अंत तक विधायक थे और 1977 में डुमरियागंज से सांसद चुने गए थे.
प्रतापगढ़ स्थित मेडिकल कॉलेज अपना दल के संस्थापक और केंद्रीय मंत्री अनुप्रिया पटेल के पिता सोनेलाल पटेल के नाम पर रखा गया है. अपना दल का पूर्वांचल के कुर्मी वोट बैंक में गहरी पैठ है, जो ओबीसी के तहत आते हैं.
प्रधानमंत्री श्री @narendramodi ने ₹2,329 करोड़ की लागत से नवनिर्मित 9 मेडिकल कॉलेजों का सिद्धार्थनगर से लोकार्पण किया।#75MedicalHubsInUPpic.twitter.com/tgvFfqpdX9
— BJP Uttar Pradesh (@BJP4UP) October 25, 2021
एटा का मेडिकल कॉलेज विरांगना अवंतीबाई लोदी के नाम पर रखा गया है जो लोदी राजपूत वोटों को साधने की कोशिश लगती है. भाजपा के चर्चित लोदी चेहरे कल्याण सिंह का हाल में निधन हो गया और उनके बेटे राजवीर एटा से सांसद हैं.
फतेहपुर मेडिकल कॉलेज का नाम 1857 की क्रांति में भूमिका के लिए मौत की सजा पाने वाले दो ठाकुर योद्धाओं जोधा सिंह और दरियाओ सिंह के नाम पर रखा गया है.
जौनपुर के मेडिकल कॉलेज का नाम जनसंघ और भाजपा नेता उमानाथ सिंह के नाम पर रखा गया है जो कि कल्याण सिंह सरकार में मंत्री थे. एक विरोध प्रदर्शन के दौरान दिल का दौरा पड़ने से मरने वाले सिंह को लोग अमर शहीद कहते हैं. उनके नाम पर पहले से ही कई स्कूल, कॉलेज और जिला अस्पताल हैं.
मिर्जापुर का मेडिकल कॉलेज देवी विंध्यवासिनी के नाम पर रखा गया है जिनका मिर्जापुर में पहले से प्रसिद्ध मंदिर है. इस क्षेत्र को विध्यांचल भी कहते हैं.
देवरिया का मेडिकल कॉलेज संत देवरहा बाबा के नाम पर रखा गया है जिन्हें पूर्वी और पश्चिमी यूपी के साथ बिहार में भी माना जाता है. उनके राजनीतिक भक्तों में राजीव गांधी, लाल बहादुर शास्त्री और अर्जुन सिंह थे.
गाजीपुर मेडिकल कॉलेज क्षत्रिया राजा महर्षि विश्वामित्र के नाम पर रखा गया है जिन्हें उनके तप और साधना के कारण ब्राह्मण न होने के बावजूद महर्षि की संज्ञा दी गई थी. यादव और क्षत्रिय बहुल गाजीपुर सीट 2019 के लोकसभा चुनाव में भाजपा हार गई थी.