UP Assembly Bypolls: समाजवादी पार्टी (सपा) के मुखिया अखिलेश यादव किसी भी नेता पर व्यक्तिगत आरोप लगाने के बचते रहे हैं. परंतु शनिवार को मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने सपा के गढ़ मैनपुरी में अखिलेश यादव को निशाने बनाते हुए कहा, बबुआ (अखिलेश) अभी बालिग नहीं हुआ है, इसलिए कभी कभी ऐसे काम कर देता है जिससे मैनपुरी वासियों के सामने ही संकट खड़ा हो जाता है. सीएम योगी के इस कथन पर अखिलेश यादव ने भी अपने सिद्धांतों को किनारे रखते हुए मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के योगी होने पर ही सवाल खड़ा कर दिया.
अखिलेश यादव ने कहा कि हमारे यहां के योगी मौनी परंपरा से होते हैं. इसका अर्थ हुआ कम बोलने वाले. लेकिन सीएम योगी के मुख से समाज को बाटने वाली शब्द ही इन दिनों निकल रहे हैं. अखिलेश यादव ने पार्टी मुख्यालय में नोटबंदी की बरसी के मौके पर खजांची यादव का जन्मदिन मनाते हुए सीएम योगी पर यह हमला बोला.
अखिलेश का सीएम योगी पर हमला
सीएम योगी को लेकर अखिलेश यादव के इस कथन को राज्य में नौ विधानसभा सीटों पर हो रहे उपचुनाव से भी जोड़ा जा रहा है. दरअसल सीएम योगी उपचुनाव वाले जिलों में अपनी चुनावी जनसभाओं में समाजवादी पार्टी और अखिलेश यादव पर हमला बोल रहे हैं. इसके अलावा वह 'बंटेंगे तो कटेंगे' वाला बयान दोहराते हुए अखिलेश यादव की पिछड़ा, दलित और अल्पसंख्यक यानी पीडीए राजनीति पर निशाना साध रहे हैं. इसी क्रम में सीएम योगी ने शनिवार को जब अखिलेश यादव को बबुआ कहा तो अखिलेश यादव ने भी उनके साधू होने सवाल खड़ा कर दिया.
अखिलेश ने योगी अधिक बोलने वाला मुख्यमंत्री तक कह दिया. और यह भी कहा कि सीएम योगी ऐसे व्यक्ति हैं जो अपने से बड़ा किसी को नहीं समझते, वो कैसे योगी हैं? योगी की वस्त्र से नहीं, वचन से पहचान होती है. हमारे यहां मुनि-मौनी की परंपरा रही है. यह परंपरा सीएम योगी में किसी को दिखती है? सीएम योगी को लेकर यह कहने के बाद अखिलेश यादव ने कहा कि यूपी की भाजपा सरकार अंग्रेजों के नक्शे कदम पर चल रही है. जिस सरकार को दूसरों के लिए न्याय करना चाहिए, वह अन्याय कर रही है. सरकार भेदभाव को बढ़ा रही है.
बेटियां आत्मदाह करने मुख्यमंत्री आवास तक जा रही हैं. एक आदमी इसलिए टावर पर चढ़ गया, ताकि उनको न्याय मिल जाए. अखिलेश ने भाजपा के डबल इंजन वाले नारे का भी जिक्र किया. उन्होने डबल इंजन पर तंज कसते हुए कहा कि दोनों इंजन एक दिशा में नहीं है, लगता है कि डबल इंजन एक-दूसरे को खींच रहे हैं.
अखिलेश ने मनाया खजांची का जन्मदिन
सीएम योगी पर निशाना साधने के पूर्व अखिलेश यादव ने नोटबंदी के दौरान लखनऊ में जन्म लेने वाले खजांची यादव का आठवां जन्मदिन मनाया. इस मौके पर अखिलेश ने खजांची यादव को लड्डू खिलाया और उसे एक साइकिल भेंट की. इस मौके पर खजांची ने अखिलेश यादव को कविता सुनाई. खजांची यादव कानपुर के अनंतपुर गांव की रहने वाली सर्वेशा देवी का पुत्र है.
वर्ष 2016 को सर्वेशा पैसे निकाले बैंक गई थी. जब वह पैसे निकालने की लाइन में लगी थी, इसी दौरान उसने बच्चे को जन्म दिया था. उस समय यूपी के सीएम अखिलेश यादव थे. मामले की जानकारी मिलने पर उन्होंने बच्चे का नाम खजांची रख दिया. इसके बाद से अखिलेश यादव खजांची का जन्मदिन हर साल मनाते हैं.
शनिवार को इस मौके पर आयोजित कार्यक्रम के जरिए अखिलेश यादव ने मोदी सरकार की नोटबंदी पर जोरदार हमला बोला और कहा कि नोटबंदी सबसे बड़ा भ्रष्टाचार था. यह जन्मदिन सपा से ज्यादा भाजपा को मनाना चाहिए.