हैदराबाद केंद्रीय विश्वविद्यालय में रामनवमी के दिन बना राम का मंदिर, छात्रों ने की शिकायत, विश्वविद्यालय करायेगा मामले की जांच
By आशीष कुमार पाण्डेय | Published: April 13, 2022 02:25 PM2022-04-13T14:25:49+5:302022-04-13T14:40:29+5:30
हैदराबाद केंद्रीय विश्वविद्यालय परिसर के अन्दर रामनवमी (10 अप्रैल) के दिन पत्थरों पर चित्रिति किये गये हिंदू प्रतीकों और भगवान राम के चित्र से मन्दिरनुमा ढांचे के बनाए जाने की घटना की जाँच कराएगी।
हैदराबाद:हैदराबाद केंद्रीय विश्वविद्यालय परिसर में रामनवमी (10 अप्रैल) के दिन पत्थरों पर चित्रिति किये गये हिंदू प्रतीकों और भगवान राम के चित्र से मन्दिरनुमा ढांचे के बनाए जाने की घटना की जाँच विश्वविद्यालय प्रशासन कराएगा।
विश्वविद्यालय द्वारा जारी की गयी प्रेस-विज्ञप्ति के अनुसार कुछ छात्रों की शिकायत पर इस जाँच का आदेश दिया गया है। हैदराबाद विश्वविद्यालय छात्रसंघ के पदाधिकारियों ने आरोप लगाया है कि परिसर में मौजूद पत्थरों से राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (RSS) के छात्र संगठन अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद (ABVP) ने बनाया है।
समाचारसाइट न्यूजक्लिक के अनुसार विश्विद्यालय के रजिस्ट्रार देवेश निगम ने इन आरोपों से इनकार किया कि किसी छात्र संगठन ने इस मन्दिर को तैयार किया है।
निगम ने न्यूजक्लिक से कहा कि पत्थरों का एक ढाँचा शुरू से ही है और उसके पास हिन्दू देवी-देवताओं के चित्र भी थे। रामनवमी के दिन एक-दो छात्र वहाँ गए और वहाँ साफ-सफाई वगैरह की और उसे भगवा रंग से रंगकर वहाँ भगवा झण्डा लगा दिया। उन्होंने हमसे इसकी अनुमति नहीं ली थी। विश्वविद्यालयों के निर्देशों के अनुसार उन छात्रों के खिलाफ कार्रवाई की जाएगी।
छात्रों ने पत्थरों के मन्दिर पर स्वास्तिक का निशान भी बनाया है और ओम भी लिखा है। निगम के अनुसार विश्वविद्यालय ने उन छात्रों की पहचान कर ली है और वो किसी छात्र संगठन से जुड़े नहीं हैं।
निगम ने बताया कि "हैदराबाद विश्वविद्यालय की नियमावली के अनुसार परिसर के अन्दर किसी भी स्थायी धार्मिक स्थल के निर्माण की अनुमति नहीं दी जा सकती है।
हालाँकि हम धार्मिक कार्यक्रमों को आयोजित करने की अनुमति देते हैं। उस दिन हमने कुछ छात्रों को गुरुबख्श सिंह मैदान में रामनवमी के आयोजन की अनुमति दी थी।"
वाल्मीकि रामायण के अनुसार चैत्र मास की नवमी तिथि को राजा दशरथ के घर राम का जन्म हुआ था। राम की जयंती को रामनवमी के रूप में मनाया जाता है।
इस साल 10 अप्रैल को रामनवमी थी। मध्यप्रदेश, बिहार, बंगाल और झारखण्ड इत्यादि में रामनवमी शोभा यात्रा के दौरान सामुदायिक टकराव की घटनाएँ हुईं। मध्यप्रदेश के खरगोन में दो समुदायों के बीच टकराव के बाद कर्फ्यू में लगा दिया गया है।