EVM हैंकिग के दावे को लेकर मोदी सरकार का कांग्रेस पर हमला, कहा- '2014 के जनमत का किया अपमान'
By धीरज पाल | Published: January 22, 2019 01:04 PM2019-01-22T13:04:04+5:302019-01-22T13:25:11+5:30
मालूम हों कि हाल ही में अमेरिका में एक भारतीय साइबर विशेषज्ञ ने सनसनीखेज दावा किया कि भारत में 2014 के आम चुनाव में इलेक्ट्रॉनिक वोटिंग मशीन (ईवीएम) के जरिये ‘धांधली’ हुई थी।
ईवीएम हैंकिंग के दावे को लेकर शुरू हुए विवाद को लेकर मंगलवार को कानून मंत्री रविशंकर प्रसाद ने प्रेस कॉन्फ्रेंस किया। केंद्रीय मंत्री रविशंकर प्रसाद ने कहा कांग्रेस पर जमकर हमला बोला। प्रसाद ने कहा कि यह साल 2014 में जनमत का अपमान है। रविशंकर प्रसाद ने कहा कि भारत का चुनाव आयोग जिसकी चर्चा पूरे विश्व में होती है, आज कांग्रेस पार्टी उस संवैधानिक संस्था पर हमले करवा रही है।
हाल ही में अमेरिका में एक भारतीय साइबर विशेषज्ञ ने सनसनीखेज दावा किया कि भारत में 2014 के आम चुनाव में इलेक्ट्रॉनिक वोटिंग मशीन (ईवीएम) के जरिये ‘धांधली’ हुई थी। उसने दावा किया था कि ईवीएम को हैक किया जा सकता है। इसके बाद से ईवीएम को लेकर कांग्रेस और बीजेपी एक दूसरे पर आरोप लगा रहे हैं। इसे लेकर रविशंकर प्रसाद ने कहा कि लंदन में आयोजित हैकथॉन को कांग्रेस समर्पित लोगों ने आयोजित किया था। उन्होंने कहा कांग्रेस के नेता कपिल सिब्बल पर आरोप लगाया कि उन्होंने इस कार्यक्रम की मानिटरिंग की।
Union Minister RS Prasad on y'day's event in London: What was Mr Kapil Sibal doing there? In what capacity was he present there? I believe he was monitoring the situation on behalf of Congress party. Is the Congress sponsored event designed to insult the popular mandate of 2014? pic.twitter.com/f6FMxm3oj7
— ANI (@ANI) January 22, 2019
बता दें कि स्काइप के जरिये लंदन में संवाददाता सम्मेलन को संबोधित करते हुए सैयद शुजा ने दावा किया कि अपनी टीम के कुछ सदस्यों के मारे जाने के बाद वह भारत से भाग गए क्योंकि उन्हें देश में अपनी जान को खतरा था। यद्यपि वह स्काइप के जरिये स्क्रीन पर सामने आए लेकिन उनका चेहरा ढंका हुआ था।
शुजा ने दावा किया था कि टेलीकॉम क्षेत्र की बड़ी कंपनी रिलायंस जियो ने कम फ्रीक्वेंसी के सिग्नल पाने में भाजपा की मदद की थी ताकि ईवीएम मशीनों को हैक किया जा सके। हालांकि, उन्होंने अपने दावों के समर्थन में कोई सबूत नहीं दिया।